एक ऐसा देश जहां सालों से नहीं हुआ अपराध, खाली जेलों में रेस्टोरेंट… या फिर विदेशी अपराधियों को किराए पर रखा जा रहा…

एक देश जहां सालों से नहीं हो रहे अपराध… सभी जेलें पड़ी हुई खाली
खाली जेलों में खोले जा रहे हैं रेस्टोरेंट… या फिर विदेश से किराए पर मंगाए जा रहे अपराधी
अपराधियों को सजा देने तरीका अनोखा… बदल जाती अपराधियों की जिंदगी… अपराध से कर लेते हैं तौबा !

ये सुनकर कैसा लगा… कैसा महसूस हो रहा है… जेहन में ऐसी कौन सी बात है… जो सबसे पहले आएगी… यही ना कि काश ! कि हम जहां भी रहते हैं… वहां ऐसा ही हो जाए… सोचिए जब आपके यहां नहीं होंगे… तो क्या स्थिति बनेगी… रात-दिन का फर्क मिट जाएगा… कही जाने के लिए ये नहीं सोचना पड़ेगा… अरे रात हो गई… अरे सुनसान जगह इस वक्त जाना ठीक नहीं होगा… अरे किसी अंजान भी व्यक्ति पर भरोसा नहीं करना… अरे घर से निकलते वक्त ताला लगाया या नहीं… जिस ताले को लगाया वो ब्रांडेड है या नहीं… ऐसी तामम बाते होती है… जिसपर हम चर्चा करते हैं… क्योंकि हम अपराध का शिकार ना बने… अपराधी हमे निपटा ना दे… जब किसी देश में क्राइम रेट बढ़ता है तो स्थिती किसी देश के लिए सबसे भयानक होती है… ज्यादातर देश बढते अपराधों से परेशान हैं… हमारे देश में भी क्राइम ग्राफ काफी हाई रहता है… चोरी, लूटपाट, अपरहण, हत्या, डकैती जैसे तमाम मामले रोज सामने आते हैं… हमारे देश में रोज नए-नए जुर्म की कहानियां सामने आती हैं। रोज नए अपराधियों को जेल में भरा जाता है.. लेकिन एक देश ऐसा भी है जहां लगातार क्राइम का है ही नहीं… जहां जेलें खाली हो गई हैं जेलें… जहां न अपराध है और न ही अपराधी… अब सोच रहे होंगे ऐसी कौन सी जगह है… कौन सा देश है… जहां अपराध और अपराधी दोनों ही नदारद है…

ये देश है नीदरलैंड…यूरोपिय देशों में शामिल नीदलैंड में क्राइम ग्राफ पिछले कुछ सालों में काफी ज्यादा गिर गया है… इस देश में ना के बराबर ही अपराध हो रहे हैं जिसकी वजह से यहां की जेलें पूरी खाली पड़ी हुई हैं… जब देश में अपराधी ही नहीं है तो जेलों में किसे डाला जाए… जेलों में प्रशासन काम कर रहा है… जेलर भी और और जेल को मेंटेन करने वाले दूसरे कर्मचारी भी, लेकिन नहीं है तो बस अपराधी…एक तरफ क्राइम रेट कम होना देश के लिए जहां खुशी की बात है वहीं प्रशासन के लिए जेलों को खाली होना चिंता का विषय है… जेलों के रख-रखाव और व्यवस्था पर पूरा खर्च हो रहा है, लेकिन उनका कोई इस्तेमाल नहीं है… इस बात को देखते हुए इस देश में कई जेलों को रेस्टोरेंट में तब्दील कर दिया गया है। जेलों के अंदर ही बड़े-बड़े रेस्टोरेंट खुल चुके हैं और जेल प्रशासन इन्हें चला रहा है…

इसके अलावा यहां का प्रशासन जेलों को किराए पर देने की भी प्लानिंग कर रहा है… ये लोग विदेशों से अपराधी मंगवाकर जेलों में भरना चाहते हैं ताकि खाली पड़ी जेलों से कुछ आमदनी हो सके… यूरोप में ही आसपास के कई देशों में क्राइम रेट काफी ज्यादा है… ऐसे में अगर नीदरलैंड की जेलों को किराए पर लिया जाए तो दोनों देशों की समस्याएं हल हो सकती है… यहां की सरकार ने नॉर्वे से कुछ साल पहले एक कॉन्ट्रेक्ट भी किया था और नार्वे से यहां अपराधियों को भेजा भी गया था…नीदलैंड की जेले काफी हाइटेक हैं… यहां बंद कैदियों के लिए जेलों के अंदर सारी सुविधाओं की व्यवस्था है…यहां तक कि कैदियों को रात में इंटरनेट भी प्रोवाइड किया जाता है ताकि वो अपने बच्चों को सुलाने से पहले कहानियां सुना सकें… नीदरलैंड की गिनती दुनिया के अमीर देशों में होती है… इनकी अर्थव्यवस्था दुनिया में 15वें नंबर पर आती है यहां की सरकार नागरिकों को बेहतर सुविधा देने के लिए हर संभव काम करती है… इस देश की जनसंख्या भी काफी कम है और यही सब वजह हैं जो यहां के क्राइम ग्राफ को काफी कम करती हैं…

अपराध कम होने के अलावा नीदरलैंड की जेलों के खाली होने की कई और वजह भी है… यहां पर ज्यादातर क्राइम के लिए 1 से 3 महीने तक की सजा का प्रावधान है… यानी सिर्फ मैक्सिमम तीन महीने में ही जेल खाली हो जाती हैं… इसके अलावा यहां अपराधियों को सजा देने के दूसरे तरीके अपनाएं जाते हैं… किसी अपराधी की सजा देने के लिए उसे देश के वेल्फेयर कामों से जोड़ा जाता है… जैसे अपराधियों को सड़के बनाने, सिंचाई करने, सफाई और दूसरे कामों में लगाया जाता है और यही उसकी सजा होती है..