- सपा मनाएगी पटेल जयंती
- पटेल जयंती पर सपा करेगी सभी जिलों में बड़े आयोजन
- सपा का मकसद शक्ति प्रदर्शन, संगठन की धार भी मापी जाएगी
- सरदार पटेल के आदर्शों की चर्चा, भाजपा के दुष्प्रचार पर शिकंजा
- प्रदेश अध्यक्ष ने पत्र लिखकर हर स्तर के कार्यकर्ता को दिए निर्देश
उपचुनाव के नतीजों से उत्साहित सपा अब शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी कर रही जिसके लिए उसन पूर्व उप प्रधानमंत्री सरदरा वल्लभ भाई पटेल की जयंता को चुना है .. सपा 31 अक्टूबर को प्रदेश के सभी जिलों में बडे आयोजन कर शक्ति प्रदर्शन करेगी .. इसके लिए सपा ने संगठन को इस आयोजन के लिए मुस्तैद रहने का आदेश भी दे दिया .. सगंठन में हर स्तर के पदाधिकारी से लेकर कार्यकर्ता तक सभी की इन आयोजनों नें उपस्थिति अनिवार्य भी कर दी है .. साथ सपा के सभी जनप्रतिनिधि चाहे वो किसा भी स्तर हो उंहे भी इन आयोजनों में शिरकत करने और इनके जरिए शक्ति प्रदर्शन की जिम्मेदारी भी सौंप दी ह .. सपा का मकसद जीत के फौरन बाद जनता मे अपनी पैठ और मजबूत करनी है वहीं वो विपक्ष को इस बात का अंदाजा कराना चाहता है कि जीत के बाद उसके हौसंले बुलंद हैं और वो कड़ी टक्कर देने को तैयार है .. वहीं सपा पटेल जयंता पर इस तरह के आयोंजन करके अपने संगठन को भी मजबूत करना चाहता है और उसे टेस्ट भी करना चाहता कि सत्ता से बाहर होने के बाद किस किस में कर्मठता अभी भी उतनी ही है जितनी सत्ता में रहते थी .. पार्टी संगठन पर कड़ी नजर भी रखेगी . सपा विधायक हों या फिर संगठऩ के पदाधिकारी सभी को पटेल जयंती आयोजनो की कसौटी पर परखा जाएगा …. वहीं उन नेताओं के दावों को भी परखा जाएगा जो संगठन में बड़ा पद पाने की उम्मीद पाले हुए हैं …. साथ ही साथ सपा सत्ताधारी भाजपा सरकरा की नीतियों के खिलाफ भी जनता को आगाह करेगी .. भाजपा के दुष्प्रचार को भी निशाने पर रखा जाएगा .. पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने पत्र लिखकर इस एजेंडे की सूचना हर जिले को भेज दी है .. अखिलेश यादव लगातार कानूव व्यवस्थ को लेकर योग सरकार को घेर रहे हैं .. बयान में आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था भाजपा के नियंत्रण में नहीं रह गई है.. चारों तरफ निराशा भरा धुंधलका है.. आम लोगों में आक्रोश है कि भाजपा के पास नागरिकों की मूलभूत समस्याओं का समाधान नहीं है… सरकार की राजनीतिक इच्छा शक्ति आखिरी सांसें ले रही है। उन्होंने कन्नौज के सौरिख क्षेत्र में एक भाजपा नेता द्वारा किशोरी से दुष्कर्म और ब्लैकमेल करने का मुकदमा नहीं लिखे जाने का जिक्र करते हुए कहा कि अब तो भूख से परेशान लोग खुद को आग के हवाले कर रहे हैं.. सरकार का रवैया संवेदनहीन है। अब भाजपा सिर्फ दहशत व परेशानियों का पर्याय बन कर रह गयी है…