भारत ने इतिहास रच दिया…अमेरिका, जापान, चीन फटी आंखों से देखते रह गया | हुगली नदी के अंदर 33 मीटर नीचे कोलकाता में बना मेट्रो स्टेशन…

जमीन के ऊपर और जमीन के नीचे मेट्रो को चलते सबने देखा… लेकिन अब मेट्रो नदी के नीचे दौड़ेगी
भारत ने इतिहास रच दिया… अमेरिका, जापान, चीन फटी आंखों से देखते रह गया… सोच में पड़ गया… भारत ने ऐसा कैसे कर दिया
36 मीटर नीचे नदी में सुरंग और उसमे दौड़ती मेट्रो… रचा गया एक बेहतरीन इतिहास

भारत ऐसा ऐसा रिकॉर्ड बना रहा है… जिसे दुनिया देख रही है… तो सोच में पड़ जा रही है… ऐसा कमाल भारत ने कैसे कर दिखाया… 100 करोड़ से ज्यादा आबादी वाले भारत में प्रतिभा की ये क्षमता का दुनिया मुरीद हुआ जा रहा है…. अब ऐसा ही कमाल… अपने आप में बड़ा धमाल कोलकाता मेट्रो ने कर दिखाया है… जमीन के ऊपर और जमीन के नीचे मेट्रो को चलते सबने देखा… लेकिन क्या क्या नदी के नीचे चलती हुई मेट्रो कभी देखी है? कोलकाता मेट्रो ने ये कमाल कर दिखाया है… देश में पहली बार कोई मेट्रो नदी के नीचे होकर गुजरी… मेट्रो ने हुगली नदी के नीचे सुरंग बनाई है… इस सुरंग में होकर मेट्रो कोलकाता से हावड़ा पहुंची है… इस अंडरवाटर मेट्रो के ट्रायल रन का ये वीडियो देख लीजिए… ये इंजीनियरिंग का एक और चमत्कार है… हुगली नदी के नीचे मेट्रो रेल सुरंग और स्टेशन बनाया गया है… कोलकाता से हावड़ा के इस रूट पर मेट्रो की सेवाएं इसी साल शुरू होने की उम्मीद है… ये सेवा शुरू होने पर हावड़ा देश का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन बन जाएगा…जो सतह से 33 मीटर नीचे है… नदी के नीचे मेट्रो के लिए दो सुरंगे बनाई गई हैं..

हुगली नदी के नीचे बनी ये मेट्रो सुरंग 520 मीटर लंबी है
हावड़ा से एस्प्लेनेड तक का रास्ता कुल 4.8 किलोमीटर लंबा है
520 मीटर की अंडरवाटर सुरंग है
सुरंग की पूरी लंबाई की बात करें, तो ये 10.8 किलोमीटर अंडरग्राउंड है

अब यात्री पानी के नीचे बनी इस आधा किलोमीटर की सुंरग से 1 मिनट से भी कम समय में गुजरेंगे… लंदन और पेरिस के बीच चैनल टनल से गुजरने वाली यूरोस्टार ट्रेनों की तरह ही कोलकाता मेट्रो की इन सुरंगों को बनाया गया है… इस अंडरवाटर मेट्रो सुरंग का निचला भाग पानी की सतह से 36 मीटर नीचे है… यहां ट्रेनें जमीनी स्तर से 26 मीटर नीचे चलेंगी… यह एक इंजीनियरिंग चमत्कार से कम नहीं है… इसके निर्माण में पानी की जकड़न, वॉटरप्रूफिंग और गास्केट की डिजाइनिंग प्रमुख चुनौतियां थीं… नदी के नीचे इन सुरंगों को 120 साल तक सेवा के लिए बनाया गया है… पानी की एक बूंद भी नदी की सुरंगों में नहीं आ सकती है.. तो इसे देख कर क्या कहेंगे…. मोदी सरकार की ये एक उपलब्धि है ना… आपकी क्या राय है… प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारत प्रगति के पद रफ्तार के साथ दौड़ रहा है या नहीं… अपना कमेंट जरूर करें… साथ पेज को लाइक सब्स क्राइब जरूर करें…