अखिलेश की हुंकार…जाति जनगणना हो इस बार
योगी के मंत्रियों में डालेंगे टूट…जाति के आधार पर फूट !
योगी के मंत्री का मांगा हाथ…क्या मिलेगा साथ ?
क्यों एक्टिव है अखिलेश…जीत का करेंगे श्रीगणेश ?

2024 से पहले अखिलेश यादव ने तय कर लिया है कि..इस बार वो बीजेपी को पटखनी देने के पूरे मूड में है….2014 के बाद से ही अखिलेश ने अपने सियासी सफर में कई बदलाव तो किए..कई समझौते पर सियासी एमओयू भी हुआ लेकिन धरातल पर उसका असर नहीं दिखा….अखिलेश यादव ने 2014 से 2022 के चुनाव तक कई दांव पेच उतारे लेकिन सफल नहीं हुए…इस बीच अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव को भी दूर ऱखा…लेकिन 2022 के बाद से अखिलेश यादव समझ गए हैं कि…अगर बीजेपी को पटखनी देनी है अगर कमल को कीचड़ में धंसाना है तो बीजेपी को उसके ही हथियार से हराना पड़ेगा…जिसकी शुरुआत अखिलेश यादव ने कर दी है….लंबे समय से अखिलेश यादव जातिगत जनगणना की मांग कर रहे हैं…यहां तक की विधानसभा में भी अखिलेश ने जातिगत जनगणना पर समर्थन मांग कर बीजेपी को उसके ही किले में घेरने के लिए ब्रह्मास्त्र छोड़ दिया है…अखिलेश ने तय कर लिया है कि…कैसे भी बीजेपी को इस जाति के जाल में फँसाना है…इसिलिए विधानसभा में दूसरी पार्टियों समेत बीजेपी से गठबंधन वाली पार्टी के सामने भी ऑफर रख दिया…और कह दिया कि…आप लोग भी हमारा समर्थन करें और जातीय जनगणना पर मुहर लगाएं…अखिलेश यादव ने इस पूरी प्लानिंग के लिए बड़े लंबे समय से तैयारी की है…इसिलिए बिना सोचे और समझे तो नहीं कह सकते…लेकिन समझदारी के साथ इशारों इशारों में जाति जनगणना पर हाथ आगे किया है…और चाहते हैं कि…सरकार जाति जनगणना कराए भागे नहीं….अखिलेश यादव जाति जनगणना क्यों चाहते हैं ये बीजेपी के अच्छे से पता है…बीजेपी जानती है कि ये डिमांड पूरी करना उसके लिए क्या हासिल करेगा…नुकसान या फायदा ये बीजेपी खूब जानती है…लेकिन अखिलेश यादव किसी भी वजह से पीछे नहीं हटने वाले…ये बीजेपी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है…

एक तरफ सपा सदन में मांग कर रही है तो अंदर ही अंदर यूपी में भी जाति जनगणना को लेकर हवा दे रही है…सपा जानती है कि…बीजेपी को घेरने के लिए सिर्फ लखनऊ ही नहीं बल्कि यूपी के सभी जिलों तक इस मुद्दे को गर्म करना पड़ेगा…समाजवादी पार्टी पिछले कई दिनों से इस मुद्दे को लेकर बीजेपी पर निशाना साध रही है….इसी कड़ी में अब नेता प्रतिपक्ष और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जातिगत जनगणना को लेकर एक नया दांव चल दिया है….उनकी तरफ से सदन में ही खुलकर इस मुद्दे पर विरोधियों का समर्थन मांगा गया है….इस प्लानिंग को लेकर सपा ने वाराणसी, सोनभद्र, प्रयागराज, मिर्जापुर और भदोही जिलों से ब्लॉक-स्तरीय अभियान शुरू किया है….जहां कार्यकर्ता पिछड़े वर्ग के लोगों से मिलेंगे और जातिगत जनगणना के महत्व पर जागरूकता बढ़ाएंगे…इसिलिए देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं…सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने स्तर पर तैयारियों में जुट गई हैं…वहीं प्रदेश में इस समय जातिगत जनगणना का मु्द्दा गरमाया हुआ है….जिसको लेकर सियासत तेज हो गई है….विधानसभा में तो अखिलेश ने मौजूद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर से पूछा कि आप जाति जनगणना चाहते हैं कि नहीं?…इस पर अपने चिर-परिचित चुटीले अंदाज में जवाब देते हुए राजभर ने कहा कि हम जातिवार जनगणना चाहते हैं लेकिन आपने उधर से भगा दिया हमको….आपको बता दें कि…चुनाव से बाद से अखिलेश और राजभर में नाराजगी चल रही है…इसके बाद योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद को देखकर भी अखिलेश ने वही बात दोहरा दी..लेकिन अंदाज बदले रखा..और कहा…कितने अच्छे लग रहे हैं मंत्री बने हुए… इसी के लिए गए थे वहां पर… आप भी तो नेता हैं… क्या आप जाति जनगणना चाहते हैं? ….इस पर निषाद का जवाब था….इन लोगों ने विसंगति पैदा कर रखी है…..और हमें लटका रखा है…न हम पिछड़े में हैं और न अनुसूचित में हैं….स्पीकर ने इसके बाद मंत्री को बैठने के लिए कह दिया तो अखिलेश बोले….मैं जानता हूं कि वो समर्थन कर रहे हैं दिल से…वो उधर हो सकते हैं लेकिन दिल से हमलोग के साथी हैं….अखिलेश यादव की इस मुहिम से लगता है कि…आगे यूपी की सियासत में बहुत कुछ बदला बदला मिल सकता है…