अखिलेश का आइडिया राहुल की राजनीति को शूट कर गया… PM मोदी को दिया ऐसा चैलेंज..अगर पूरा नहीं कर पाए तो 24 में खेल हो जाएगा !

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को IAS-IPS अधिकारियों पर आया गुस्सा… PM मोदी को 2024 में हटाने के लिए सीधा इनसे ले लिया पंगा !
राहुल ने PMO में बैठे अधिकारियों की संख्या गिनाई… और अखिलेश जो अर्से से मांग कर रहे हैं… उसको दोहरा दिया
नीतीश ने बिहार में पहले ही लागू कर दिया… यूपी में अखिलेश बिहार जैसा ही करने की कर रहे मांग… राहुल अब देश में लागू करने के लिए मोदी से लड़ गए…

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को… कांग्रेस के लिए बिलकुल ही नई… लेकिन अखिलेश की सपा, नीतीश की जेडीयू के लिए पुराना हो चुका मुद्दा… जिसके लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पहले से ही अड़े हुए हैं… डटे हुए हैं…. वहीं मुद्दा अब राहुल गांधी को भाने लगा है… राहुल गांधी को सर्वण समाज से आने वाले ब्यूरोक्रेसी में मौजूद सचिव लेवल के अधिकारियों से मोह भंग हो गया है… लगता है… उनसे उनका दिल रुठ गया है… राहुल का विश्वास अब बदलने चुका है… किसी और समाज के विश्वास से मैच कर गया है… उस समाज के लोगों की ब्यूरोक्रेसी में पकड़ बनवाने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बड़ी चाल चल दी… जो सपा अध्यक्ष की मांग से निकला हुआ मुद्दा है….तो आखिर राहुल गांधी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के किसी आइडिया को अपना मांग कर उसे आगे बढ़ाया है… राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने का रास्ता अपनाया है… कहने वाले तो कह रहे हैं… अखिलेश ने ही विपक्षी एकता के लिए राहुल गांधी को अपना ये आइडिया एडॉप्ट करने की सलाह दी होगी…

अखिलेश का ये आइडिया राहुल गांधी को ओबीसी अपमान के भंवर से अब निकालेगा… कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बीजेपी ओबीसी अपमान के नाम घेर रही है… र्नाटक में विधानसभा चुनाव का प्रचार करने पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव के लिए भी बिसात बिछा दी है… राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी को चुनौती दी है कि वह साल 2011 की जाति आधारित जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक करें…. देश की सत्ता और धन में बराबर हिस्सेदारी के लिए यह पहला जरूरी कदम होगा… बिहार में भी गठबंधन सरकार राज्य में जातिगत जनगणना करवा रही है… ऐसे में अब चर्चा हो रही है कि 2024 में विपक्ष बीजेपी को घेरने के लिए जातिगत जनगणना के मुद्दे को और भी बड़ा बनाएगा. दूसरी तरफ, इस मामले में बीजेपी काफी हिचकती रही है…. आइए राहुल की कही बातों को सुनिए..

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया कि केंद्र सरकार में सिर्फ सात प्रतिशत सचिव ओबीसी, दलित और आदिवासी समुदाय के हैं…. तो क्या माना जाए… केंद्र सरकार में बाकी सचिव सवर्ण समाज से हैं… तो क्या माना जाए… कांग्रेस का सवर्ण समाज खासकर कभी अपने बेस वोटर्स रहे ब्राह्मण समाज से भंग हो गया… और क्या अखिलेश के इस आइडिया को अपनाने से विपक्षी एकता में मजबूती मिलेगी…