पहले पल्लवी पटेल ने PDA के नाम से अखिलेश का विरोध किया… फिर अखिलेश-शिवपाल ने दिखाए ऐसे तेवर… पल्लवी पटेल को बदलना पड़ा अपना विचार
पल्लवी ने ऐसी बात कही… लगा अखिलेश से उनका मामला सुलझ गया… लेकिन अब जो उन्होंने अंदाज दिखाया… उससे ऐसा लगा पल्लवी तो एक अलग ही रास्ता अख्तियार कर रही
पल्लवी-स्वामी के नए तेवर को मिल रहा है राहुल का सपोर्ट… अखिलेश ने लगता है मन बन लिया… एक अलग ही तरह से करेंगे विरोध… दोनों की बगावत को सजा देने के लिए राहुल की यात्रा से बनाएंगे दूरी
अपना दल कमेरावादी की नेता ने बच्चन-रंजन के नाम पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर पीडीए की अवहेलना का आरोप लगाया था… लगने लगा राज्यसभा चुनाव के दौरान पल्लवी पटेल अखिलेश यादव के आदेश के खिलाफ जाएंगी… फिर पर्दे के पीछे अखिलेश यादव और शिवपाल यादव की ओर से कुछ इस तरह से रणनीति बनाई गई… कि पल्लवी पटेल के सुर बदलने लगे…. शिवपाल ने कहा था पल्लवी और अखिलेश के बीच कोई विवाद नहीं है… शिवपाल यादव का ये बयान सामने आया… तो पल्लवी की ओर से भी एक अलग तरह का बयान आ गया… जो उनकी ओर से दिए गए पहले बयान से बिलकुल ही अलहदा नजर आया… पल्लवी पटेल कहने लगी…
मैं पटेल हूं… पल्लवी पटेल… धोखा, छल, छलावा हमारे खून में नहीं है… समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव से हमारे सिर्फ राजनीतिक रिश्ते नहीं हैं, बल्कि निजी रिश्ते भी हैं… अखिलेश मेरे बड़े भाई जैसे हैं और मैं सदैव उनकी छोटी बहन बनकर ही रही हूं, मेरे ऐसे संस्कार हैं और मेरी उनके प्रति मर्यादा है उसका उल्लंघन मैं नहीं कर सकती हूं… मैं विनम्रता पूर्वक जरूर कहना चाहूंगा कि धोखा व छलावा जैसे शब्दों से उन्हें भी बचना चाहिए
तो वाकई में पल्लवी के लिए अखिलेश बड़े भाई के समान है… या फिर कुछ और मजबूरी है… जिसकी वजह से पल्लवी पटेल ने दिखाने के लिए ये बयान दिया… माना जा रहा है… राज्यसभा चुनाव के दौरान अखिलेश यादव के प्रत्याशी को सपोर्ट करने के अलावा पल्लवी पटेल के पास कोई चारा नहीं था… क्योंकि दावा किया जा रहा था… अखिलेश ने किसी भी कीमत पर पल्लवी पटेल के वोट को सपा के पाले में करने की रणनीति बना ली थी… इसके लिए सपा की ओर से पल्लवी के वोट को दलित नेता रामजीलाल सुमन को देने के लिए कंसीडर किया गया… अब पल्लवी ने जिस पीडीए की अवहेलना के आरोप के नाम पर अखिलेश का विरोध किया… अगर रामजीलाल सुमन को वोट नहीं देंगी तो जवाब देना उनके लिए भारी पड़ जाएगा… खैर 16 फरवरी बीता और 17 फरवरी का दिन आया तो पल्लवी पटेल ने अपनी राजनीति का एक औऱ चेहरा दिखाया… अखिलेश, राहुल से मिलते उससे पहले उन्होंने वाराणसी में राहुल की न्याय यात्रा का सपोर्ट कर दिया…
भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दूसरे दिन यात्रा जैसे ही वाराणसी के गोलेगड्डा क्षेत्र से आगे बढ़ी… कांग्रेस नेता राहुल गांधी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय और अन्य पार्टी नेताओं के साथ खुली जीप में सवार होकर काशी विश्वनाथ मंदिर गए और मंदिर के गोदौलिया क्षेत्र में भ्रमण किया… अपना दल कमेरावादी की नेता और कौशांबी के सिराथू से विधायक पल्लवी पटेल भी वाराणसी में इस यात्रा में शामिल हुईं…वो खुली जीप में राहुल गांधी के बाईं ओर खड़ी थीं… अबतक कहा जा रहा था… कि अखिलेश यादव, रायबरेली में राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होंगे…
लेकिन सपा से बग़ावत कर रहे पल्लवी पटेल और स्वामी प्रसाद मौर्य के इस यात्रा में शामिल होने के बाद अखिलेश यादव को लेकर संशय खड़ा हो गया है… दरअसल कांग्रेस ने अपना दल कमेरावादी की नेता और सपा विधायक पल्लवी पटेल वाराणसी में राहुल के साथ दिखी… वही स्वामी प्रसाद मौर्य प्रयाग राज में दिखेंगे… ये दोनों नेता सपा मुखिया अखिलेश यादव से नाराज़ है और खुलकर अपने बग़ावती तेवर दिखा चुके हैं…. सूत्रों की मानें तो इसके बाद अखिलेश यादव इस यात्रा में शामिल होने के अपने फ़ैसले पर विचार कर सकते हैं…. कांग्रेस की ओर से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को भी भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने के निमंत्रण दिया गया है…. सपा प्रमुख इस यात्रा में शामिल होने की हामी भी भर चुके हैं… अखिलेश यादव ने अमेठी या रायबरेली में राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होने पर अपनी सहमति दी है, लेकिन जिस तरह सपा से बगावत करने वाले नेता कांग्रेस के मंच पर आ रहे हैं उसके बाद इस तरह के क़यास है कि अखिलेश शायद अपने फ़ैसले पर फिर विचार करें…