yasar shah mla Bahraich


अखिलेश के करीबी नेता का दर्द छलका… बहराइच को उन्होंने क्या दिया… बदले में बहराइच ने उनके काम किस तरह से लिया उसका जवाब दे रहे हैं
पूर्व विधायक यासर शाह ने ठीक वैसा ही आरोप लगाया… जैसा आरोप बीजेपी के ओर से मुस्लिम समाज पर लगाया जाता
यासर की बात गौर करने के है लायक… अगर ऐसा ही होता रहा तो विकास को ढूंढते ही रह जाएंगे

उत्तर प्रदेश की सपा सरकार में मंत्री रहे और अखिलेश के करीबी नेताओं में शुमार यासर शाह (Yasar Shah) अब पूर्व विधायक हैं… वो अपने बयान को लेकर चर्चा में बने रहते हैं… अब उन्होंने एक ऐसी बात कही है… जिसका आरोप बीजेपी के कद्दावर नेता मुस्लिम समाज पर लगाते हैं… अब जो आरोप बीजेपी की ओर से लगाया जाता है…वहीं इल्जाम यासर शाह हिंदू समाज पर लगाया… एक ऐसा तर्क उन्होंने पेश किया… ढेर सारे सबूतों को रखा… उसके आधार पर बताने बताने का प्रयास किया… राजनीति में आज के वक्त में धर्म कितना इंर्पोटेंट हो गया… धर्म के कारण ही विकास रो रहा है… विकास खुद को अस्तित्व को ढूंढने का प्रयास कर रहा है… विकास चाहता है… वो अपनी उपस्थिति दर्ज कराए लेकिन लगता है… जनता को ही विकास की उपस्थिति कबूल नहीं है… यासर शाह की बातों उनकी ओर से किए गए दावों से ऐसा ही लगता है…. तो अखिलेश के करीबी यासर शाह ने ऐसा क्या कहा है… उन्हें ऐसा क्या दिखा… जिसके आधार पर वो कहने लगे… यूपी में इस वक्त धर्म की राजनीति विकास पर हावी है… यासर शाह ने क्या कहा बताएंगे… उससे पहले जानिए यासर शाह कौन हैं…


बहराइच के मोहल्ला काजीपुरा में 22 मई 1977 को जन्मे यासर शाह (Yasar Shah) राजनीतिक परिवार से आते हैं… उनके पिता डॉक्टर वकार अहमद शाह बहराइच विधानसभा सीट से वर्ष 1993 से 11 मार्च 2017 तक विधायक रहे… यासर शाह की मां रुबाब सईदा बहराइच लोकसभा सीट से सांसद रह चुकी हैं… 2005 में यासर ने बहराइच जिला बोर्ड का चुनाव जीता… यासर 2012 में मटेरा सीट से जीत कर पहली बार यूपी विधानसभा पहुंचे… साल 2017 में भी उन्होंने इस सीट से जीत दर्ज की… अखिलेश सरकार में यासर शाह साल 2014 में कैबिनेट का हिस्सा बने… उन्हें अखिलेश यादव ने ऊर्जा राज्य मंत्री का पदभार दिया… उनके काम को देखते हुए अखिलेश ने उन्हें प्रमोशन देकर परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया… लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में वो चुनाव हार गए…. तो उनका दर्द अब 2023 में छलका है… जनता को अपने दर्द से वाकिफ करा रहे हैं… सपा नेता यासर शाह ने एक्स पर ताजा बयान पोस्ट किया है…. इसमें उन्होंने बताया है कि

बहराइच की जनता के लिए उन्होंने परिवहन मंत्री रहते हुए कितना काम किया… 6 महीने में ही बहराइच और लखनऊ बस अड्‌डे का कायाकल्प कर दिया… बहराइच के लिए 22 वॉल्वो बस, 4 स्कैनिया चलाईं। इसी के साथ उन्होंने तंज किया कि लेकिन जब वोट देने की बात आई तो कह दिया मंत्री जी काम तो बहुत किहिन मगर मुसलमान का वोट ना देबे…


अपनी पोस्ट में यासर शाह (Yasar Shah) ने बताया कि पापा विधायक मंत्री सब रहे लेकिन कभी लखनऊ गाड़ी लेने नहीं भेजी… छात्र जीवन से लेकर अमेरिका में नौकरी करने तक, जब बहराइच आना होता था तो लखनऊ के कैसरबाग बस स्टैंड और वहां से बहराइच की बस से आते थे… परिवहन मंत्री बना तो बहराइच के व्यापारी, नौकरी पेशा, छात्र, बुद्धिजीवियों, पत्रकार सभी ने कहा कि मौका मिला है तो बहराइच की परिवहन व्यवस्था सुधार दो, जो 70 साल से नहीं सुधर सकी… बात भी 16 आने सही थी… अखिलेश यादव के आशीर्वाद से पूरे प्रदेश में अभूतपूर्व सुधार हुआ परिवहन विभाग में पहली बार विभाग फायदे में भी आया…

विशेषकर बहराइच में 22 वॉल्वो बस, 4 स्कैनिया और सारी कबाड़ा बसें बदल दी गयीं, जो रूपैडिहा-बहराइच-लखनऊ-दिल्ली और अन्य रूट पर चलने लगी… 6 महीने में बहराइच और लखनऊ बस स्टैंड का भी कायाकल्प हो गया…एक बहन का मैसेज आया था, उस समय आपको बताता हूं… भैया आज दिल्ली से लखनऊ पहुंची तो कैसरबाग बस स्टैंड गई यकीन नहीं हुआ कि ये बस स्टैंड यूपी में है… बहराइच की बस पूछी तो बताया गया के अरे मैडम बहराइच का क्या कहना हर 15 मिनट पर वॉल्वो है, सामने से मिल जाएगी… आपका धन्यवाद भैया आज बहराइच का नाम लिया तो गर्व महसूस हुआ।…यासर कहते हैं कि ये मैसेज और ऐसे बहुत सारे मैसेज हैं, अभी भी मेरे पास सुरक्षित हैं देखकर सुख मिलता है कि अपने जिले के लिए कुछ अच्छा कर पाये… व्यापारियों और बुद्धिजीवियों ने कहा कि अपनी गाड़ी से लखनऊ जाना बंद कर दिया है, बस से जाते हैं… बहुत प्रशंसा की, स्वागत किया, जिंदाबाद किया, धन्यवाद दिया, सम्मान दिया… लेकिन जब वोट देने की बात आई तो कहिन…“मंत्री जी काम तो बहुत किहिन मगर मुसलमान का वोट ना देबे ?” तो सपा नेता यासर के दावों में कितनी सच्चाई है…