Amit Shah से पंगा लेना Amritpal Singh को पड़ा मंहगा… जानिए Amritpal Singh की गिरफ्तारी की INSIDE स्टोरी…

मोदी के शाह को चुनौती देना पड़ा भारी… अमृतपाल की अब निकलेगी हनक की खुमारी
अमित शाह ने भिंडारवाले पार्ट-2 को किया फेल… अमृतपाल अब गया जेल
अजनाला कांड के 22 दिन बाद क्यों हुई अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी… इनसाइड स्टोरी समझिए

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सोच रहा था… वो जो भी कर रहा है… जिस तरह के बोल निकाल रहा है… जिस तरह के तेवर अपना रहा है… सबकुछ चंगा रहेगा… लेकिन उसे पता नहीं था… पीएम मोदी के सबसे भरोसेमंद गृहमंत्री से उसने पंगा ले लिया है… अब उसके लिए सबकुछ चंगा नहीं रहने वाले है… ऐसा ही हुआ… इसे कुछ इस तरह से समझिए…

24 फरवरी
अमृतपाल सिंह ने अमित शाह को जान से मारने की धमकी दी GFX OUT

3 मार्च
भागवत मान पर अमित शाह को बहुत गुस्सा आया, उन्होंने उन्हें दिल्ली बुलाया दोनों मिलेऔर 40 मिनट तक बात हुई

6 मार्च
केंद्र ने सीआरपीएफ की 18 टीमें पंजाब भेजीं

18 मार्च
अमृतपाल सिंह गिरफ्तार

पंजाब की सुरक्षा व्यवस्था को खुलकर चुनौती देने वाले वारिस पंजाब दे के मुखिया अमृतपाल सिंह पर पुलिस ने बड़ा ऐक्शन लिया है…पंजाब पुलिस ने जालंधर के नकोदर से अमृतपाल सिंह को हिरासत में ले लिया गया है… 23 फरवरी को अजनाला थाने की घटना के बाद से ही अमृतपाल सिंह पर ऐक्शन को लेकर मांग उठ रही थी… कांग्रेस, बीजेपी और अकाली दल समेत विपक्ष भगवंत मान सरकार को लगातार निशाने पर ले रहा था… अमृतपाल सिंह पर ऐक्शन के लिए पंजाब सरकार को आखिर 22 दिन का इंतजार क्यों करना पड़ा…

अमित शाह से भगवंत मान की मुलाकात

अजनाला घटना के कुछ दिन बाद ही 2 मार्च को पंजाब के सीएम भगवंत मान ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात हुई थी… इस दौरान दोनों नेताओं के बीच करीब 40 मिनट की बातचीत हुई… बैठक के बाद भगवंत मान ने बताया था कि पंजाब की कानून व्यवस्था को लेकर केंद्र और राज्य मिलकर काम करेंगे…खबर ये है कि मीटिंग में भगवंत मान ने केंद्रीय गृह मंत्री को अजनाला कांड की जानकारी दी थी और राज्य की स्थिति से रूबरू कराया था। इसके बाद 6 मार्च को पंजाब में केंद्र की ओर से 18 सीआरपीएफ-आरएएफ की टुकड़िया तैनात की गई थी…

विपक्ष के विरोध से सरकार पर दबाव

23 फरवरी को पंजाब के अमृतसर में मौजूद अजनाला में वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी… इसे लेकर भगवंत मान सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर रही थी… बीजेपी ने भी मान सरकार पर जमकर हमला बोला था… सभी दल अमृतपाल सिंह पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे जो पुलिस पर हमले के बाद भी खुलेआम घूम रहा था…

पंजाब पुलिस के मनोबल क सवाल था

23 फरवरी को अपने एक साथी लवप्रीत तूफान की रिहाई के लिए अमृतपाल सिंह अपनी पूरी फौज के साथ अजनाला थाने के बाहर पहुंच गया था… इस दौरान तलवार और बंदूक से लैस अमृतपाल के समर्थकों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़ दिए थे… पुलिस पर हमला हुआ जिसमें करीब 6 जवान घायल हो गए थे… आखिर में अजनाला पुलिस को अमृतपाल के आगे घुटने टेकने पड़े और लवप्रीत को रिहा करना पड़ा… इस घटना ने पंजाब पुलिस के मनोबल को भी ठेस पहुंचाई थी…

अमित शाह के एक्शन का चला डंडा

23 फरवरी की घटना के बाद से ही अमृतपाल सिंह पूरे पंजाब में घूम-घूमकर भड़काऊ बयान दे रहा था… उसने गृहमंत्री अमित शाह तक को पूर्व पीएम इंदिरा गांधी जैसे हश्र की धमकी दे डाली थी… उसने भारत में सिखों को गुलाम बताते हुए अलग देश की मांग की थी… अमृतपाल सिंह के खिलाफ 3 मामले दर्ज हैं जिसमें से 2 हेट स्पीच से जुड़े हैं… कुछ दिन पहले खुफिया एजेंसियों के हवाले से इनपुट आया था कि अमृतपाल सिंह पर हमले की योजना बनाकर कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की साजिश रची जा रही है… ऐसे में अब अमृतपाल पर ऐक्शन जरूरी हो गया था… गृहमंत्री अमित शाह ने एक्शन ले लिया…

खालिस्तान की मांग को सबक

अमृतपाल सिंह अलग देश खालिस्तान की मांग करके लगातार प्रशासन को चुनौती दे रहा था… वो लगातार भीड़ को उकसाने वाले बयान देकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहा था… उसके लुक और भाषणों को देखते हुए उसकी तुलना जरनैल सिंह भिंडरावाला से हो रही थी जिसने 80 के दशक में सिखों के लिए अलग देश की मांग उठाकर कोहराम मचाया था… अमृतपाल सिंह के समर्थकों की तरफ से पंजाब में जगह-जगह लगातार भड़काऊ पोस्टर लगाए जा रहे थे…अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की 60 गाड़ियां लगाई गई थीं और कड़ी मशक्कत के बाद उसकी गिरफ्तारी में सफलता मिली… इससे पहले अमृतपाल सिंह के 6 साथियों को भी गिरफ्तार किया गया..