Awadh Ojha sir को दिखा Baba Bageshwar dham का चमत्कार !
पंडित धीरेंद्र शास्त्री के चमत्कार पर जिन्होंने उठाया सवाल… फर्जी बता किया बवाल
IAS-IPS बनाने वाले शिक्षक अवध ओझा सिद्ध किया… पंडित धीरेंद्र शास्त्री के चमत्कार को बताया ‘सच्चा’
जिसने अवध ओझा की बात सुनी… उसने यही कहा… आप भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद के साथ हैं… या पंडित धीरेंद्र शास्त्री के साथ
अवध ओझा की ओर किसी मुद्दे पर दिया गया बयान अब सुर्खियों की लिस्ट में रहता है… उनके लॉजिक को काट पाना मुमकिन नहीं होता है… एक ऐसा ही लॉजिक उन्होंने बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र शास्त्री के लिए दिया… पंडित धीरेंद्र शास्त्री की ओर से दिखाए गए चमत्कार के बारे में कहा है… पंडित धीरेंद्र शास्त्री की चमत्कारिक विद्वता की पैठ समाज के जेहन में बैठ रहा है… खास हिंदू धर्म को मानने वाले लोग… एक वक्त था… जब सिर्फ उनकी आवाज बागेश्वर धाम में गूंजती थी… अब देश के अधिकांश हिस्सों में जलवा जलाल कायम है… वो जो कहते हैं… उसपर रिएक्शन होता है… कोई उनके पक्ष में बोलता है… तो कोई विरोध में… विरोध करने वालों में ज्यादातर वाम पंथी हैं… लेकिन पंडित धीरेंद्र शास्त्री के विरोधियों की लिस्ट में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद भी हैं… जिन्होंने तब उन्हें ललकारा था… जब पंडित धीरेंद्र शास्त्री के भाई का एक वीडियो वायरल हुआ था… जिसमें धीरेंद्र शास्त्री का भाई दलित समाज के लोगों को धमकाते नजर आ रहा था… तब से आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री का घोर विरोधी हो गए… अवध ओझा ने कभी कहा था… चंद्रशेखर आजाद में प्रधानमंत्री बनने के सारे गुण है… उन्होंने ही अब पंडित धीरेंद्र शास्त्री के चमत्कार के सम्मान में बात कही… और उस पर दो तर्क दिए… जिसको लोग अलग अलग तरीके से ले रहे हैं… वो तर्क क्या है… उस पर आए… उससे पहले जानिए अवध ओझा छात्रों के बीच क्या हैसियत रखे हैं… उनका असली प्रोफेशन क्या है…
अवध ओझा एक UPSC एग्जाम की तैयारी करवाने वाले शिक्षक और यूट्यूबर साथ ही एक बेहतरीन मोटिवेशनल टीचर है… इन्होंने साल 2020 से यूट्यूब पर पढ़ने लगे जब कोविड-19 के वजह से ऑफलाइन क्लासेस बंद हो गई थी,..वो अपने अलग शिक्षण शैली के कारण काफी तेजी से यूट्यूब पर पॉपुलर हो गए… छात्रों के लिए वो अवध ओझा सर हैं… तो छात्रों से बाहर समाज के लिए भी अवध ओझा सर है… जिनकी उपलब्धियां उनका ज्ञान है… अपने इस ज्ञान की बदौलत अवध ओझा ने पहले कईयों पर अपनी राय रखी… कभी इतिहास की वो बात करते हैं… कभी विज्ञान की… कभी भूगोल की है… कभी समाज की… कभी देश-विदेश की… कभी सिस्टम की… तो कभी सरकार की कार्य़शैली पर अपनी बात रखते हैं… अपने अंदाज बात कहते कहते एक बार अवध ओझा सर ने आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद को पीएम मैटेरियल बता दिया था… उन्होंने तब कहा था… दलित समाज से अगर कोई प्रधानमंत्री बने… तो उनकी पसंद में पहले नंबर चंद्रशेखर आजाद है… अब उन्होंने पंडित धीरेंद्र शास्त्री के चमत्कार पर बात रखी है… पहला तर्क दिया… कहा
बेचारे बाबा जी है धीरेंद्र शास्त्री उनको लोग टारगेट करते रहते हैं…सब सिद्धि
का कमाल है… ऐसा थोड़े ही कि वो आदमी कुछ भी बता देगा…जो भी सिद्धियां
वो सब साधना की देन है… पूजा की गई है…किसी ने कभी कहा वो झूठ बोल
रहे हैं…कोई तुमसे आकर कहा…पत्रकार को बता दिए तुम किसलिए आए हो…
अवध ओझा की कही बात से लगता है… वो पंडित धीरेंद्र शास्त्री की ओर दिखाए जा रहे चमत्कार पर विश्वास है… उनका विश्वास बाबा के विश्वास से तालमेल कर रहा है… अब जो लोग बाबा के चमत्कार को फर्जी बता रहे हैं… अवध ओझा की ओर से कही बात बाबा के विरोधियों को जवाब दे रही है… लेकिन छात्रों को दिए गए ज्ञान के अगले हिस्से में अवध ओझा एक दूसरा तर्क दे रहे हैं… जिसे सुनकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री को समर्थकों अच्छा नहीं लगेगा… विरोधियों को उनका ये तर्क भाएगा… लेकिन पहले तर्क तो जरूर एतराज जताएंगे… जता भी रहे हैं… कहने वाले तो कह रहे हैं… अवध ओझा बदल गए हैं… उनका मनुवाद अब दिख रहा है… चलिए पंडित धीरेंद्र शास्त्री को आगे रखकर अवध ओझा ने क्या कहा… उससे आपको वाकिफ कराते हैं…
अवध ओझा का तर्क नंबर- 2
ये सब सिद्धियां है बेसिकली लेकिन बुद्ध ने सिद्धियों का प्रदर्शन नहीं किया अध्यात्म
की दुनिया में इसके प्रदर्शन को अच्छा नहीं माना जाता है…शक्ति दिखाकर अगर
किसी ने किसी को प्रभावित किया तो क्या प्रभावित तो जो अध्यात्म की दुनिया है
वहां इसको अच्छा नहीं मानते लेकिन ठीक है सिद्धियां है वो साधना के स्तर पर व्यक्ति
में विकसित हो जाती है उनकी मर्जी है वो कर रहे हैं बुद्ध की मर्जी है वो नहीं कर रहे हैं
तुलसीदास ने नहीं किया कबीर ने नहीं किया
इनके पास भी थी इन्होंने नहीं प्रदर्शित किया…इन्होंने कहा भईया हमको नहीं दिखानी है अपनी ताकत तुम मानो या ना मानो
तो कुलमिलाकर अवध ओझा ये मानते हैं… पंडित धीरेंद्र शास्त्री जो कहते हैं… उसमें सच्चाई होती है… उनका चमत्कार फर्जी नहीं है… लेकिन इसके साथ ही वो कह रहे हैं… बागेश्वर धाम वाले बाबा पंडित धीरेंद्र शास्त्री जो दिखा रहे हैं… वैसा करना संत महत्माओं के लिए मनाही है… उन्हें इजाजत नहीं है… हिंदू धर्म के विरूद्ध उसे माना जाता है…आपकी क्या राय है… अपनी राय जरूर दे…साथ ही पेज को लाइक और सब्सक्राइब जरूर करें..