बरेली :बरेली: आपने कीटनाशक से जानवरों को नहलाते तो देखा ही होगा ? क्या इंसानों को कीटनाशक से जबरन नहलाया जाते देखा है आपने ? नही देखा तो अब देख लीजिए। यहां दिल्ली/नोएडा/ गाज़ियाबाद से आये गरीब लोगों का कोरोना वायरस धोने के लिए उन्हें जबरन कीटनाशक से नहलाया जा रहा है और वो भी उनके साज़ो-सामान के साथ। अब कोरोना का तो पता नहीं लेकिन ये बीमार हो कर मरें तो अपनी बला से।
इस अमानवीयता पर डीएम साहब का बयान भी पढिये। डीएम नितीश कुमार कहते हैं कि बस को सेनिटाईज़ करने के लिए कहा गया था, अतिसक्रियता के चलते इंसानों को कर दिया गया।
इस वीडियो की पड़ताल की गई, प्रभावित लोगों का सीएमओ के निर्देशन में उपचार किया जा रहा है। बरेली नगर निगम एवं फायर ब्रिगेड की टीम को बसों को सैनेटाइज़ करने के निर्देश थे, पर अति सक्रियता के चलते उन्होंने ऐसा कर दिया। सम्बंधित के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। https://t.co/y8TmuCNyu5
— District Magistrate (@dmbareilly) March 30, 2020
आप भी देखिये मानवता को शर्मसार करने का वीडियो
ये नज़ारा है यूपी के बरेली जिले का। बरेली के प्रशासनिक अफसरों की लापरवाही का एक हैरतअंगेज वीडियो सामने आया है। बरेली में दूसरे जिलों से आए कुछ मजदूरों पर ऐंटी लार्वा केमिकल छिड़ककर उन्हें तर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि इन लोगों में वह मजदूर भी शामिल हैं जो कि दिल्ली, नोएडा और गाज़ियाबाद से चलकर अपने घरों को जा रहे थे। इन मजदूरों में कई सपरिवार घरों को लौट रहे थे । उनको सेनिटाईज़ करने के नाम पर दवा से नहला दिया गया। इस जाहिलाना तरीके का सेनिटाईज़ेशन देख रूह भी कांप जा रही है। कुछ लोगों की दवा के प्रभाव के चलते तबियत भी बिगड़ गयी जिन्हें अस्पताल में एडमिट कराया गया है।
नोएडा, दिल्ली और गाज़ियाबाद में कोरोना का पॉजिटिव केस मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन को इस बात का शक था कि यह मजदूर भी कोरोना के वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। ऐसे में शहर की सीमा पर ही सभी को सड़क पर बैठाकर इनपर केमिकल छिड़ककर इन्हें कथित रूप से सैनिटाइज किया गया। अब जिलाधिकारी नितीश कुमार ने इस पूरे मामले में जो बयान दिया वो और भी चौकाने वाला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि अतिसक्रियता में ऐसा हो गया। उधर ACS अवनीश अवस्थी ने कहा है कि ये इंटरनेशनल नॉर्म हैं। आँख बंद करके नहला सकते हैं।
प्रियंका गांधी ने क्या कहा
इस अमानवीय वीडियो पर प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर ऐतराज़ जताया है। उन्होंने कहा कि मजदूर पहले ही परेशान है। उनके साथ ऐसी अमानवीयता मत कीजिए।
यूपी सरकार से गुजारिश है कि हम सब मिलकर इस आपदा के खिलाफ लड़ रहे हैं लेकिन कृपा करके ऐसे अमानवीय काम मत करिए।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 30, 2020
मजदूरों ने पहले से ही बहुत दुख झेल लिए हैं। उनको केमिकल डाल कर इस तरह नहलाइए मत। इससे उनका बचाव नहीं होगा बल्कि उनकी सेहत के लिए और खतरे पैदा हो जाएंगे। pic.twitter.com/ftovaFHR5q
अखिलेश यादव ने भी खड़े किए सवाल
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मजदूरों पर सेनिटाइज़ेशन के लिए किए गए केमिकल छिड़काव को लेकर उठाये ये सवाल
यात्रियों पर सेनिटाइज़ेशन के लिए किए गए केमिकल छिड़काव से उठे कुछ सवाल:
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 30, 2020
– क्या इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश हैं?
– केमिकल से हो रही जलन का क्या इलाज है?
– भीगे लोगों के कपड़े बदलने की क्या व्यवस्था है?
– साथ में भीगे खाने के सामान की क्या वैकल्पिक व्यवस्था है? pic.twitter.com/Wgqh8Ntkky
मायावती ने बताया अमानवीय दंड
मायावती ने ट्वीट कर मजदूरों पर कीटनाशक के छिड़काव करने को मजदूरों पर अमानवीय दंड बताया
2. बेहतर होता कि केन्द्र सरकार राज्यों का बाॅर्डर सील करके हजारों प्रवासी मजदूरों के परिवारों को बेआसरा व बेसहारा भूखा-प्यासा छोड़ देने के बजाए दो-चार विशेष ट्रेनें चलाकर इन्हें इनके घर तक जाने की मजबूरी को थोड़ा आसान कर देती।
— Mayawati (@Mayawati) March 30, 2020