आप सोच रहे होंगे मोदी सरकार ने भारत ने लॉकडाउन में कुछ ढील क्यों दी हैं ? तो कुछ बात होगी, कुछ संकेत मिले होंगे जिसकी वजह से उन्होंने अर्थव्यवस्था की ट्रेन को पटरी पर लाने के लिए लॉकडाउन में छूट दी है । तो इसकी वजह जाने के लिए तैयार हो जाइए । दरअसल इसकी बड़ी वजह कोरोना से इंफेक्शन रेट, डेथ रेट का कम होना शामिल है। इसके साथ ही भारत की कोरोना से रीकवरी रेट भी अच्छी है।

रिकवरी रेट से PM मोदी को आया विश्वास

कोरोना वायरस के कारण देश की रफ्तार थम गई थी । लेकिन तेज रिकवरी रेट देखकर पीएम मोदी और बाकी अधिकारियों ने जैसे राहत की सांस ली हो। फिलहाल देश में कोरोना के संक्रमण में आए 11,707 लोग ठीक हो चुके हैं। यह रिकवरी रेट 22 प्रतिशत के करीब है। बताया जाता है कि इसी से मोदी सरकार में अर्थव्यवस्था से जुड़ी चीजों को फिर से खोलने का साहस आया। माना जा रहा है मई के आखिर तक रिकवरी रेट 50 प्रतिशत के करीब पहुंच जाएगा।

​10 लाख टेस्ट पूरे, इंफेक्शन रेट दुनिया से कम

देश ने कोरोना वायरस के 10 लाख टेस्ट पूरे कर लिए हैं। इसमें इंफेक्शन रेट 4 प्रतिशत से ऊपर नहीं पहुंचा है। औतसतन यह 4.5 प्रतिशत से गिरकर 3.8 प्रतिशत पर आ गया है। इतनी ही टेस्टिंग के आंकड़े से मिलान करें तो यह अमेरिका, इटली, स्पेन, तुर्की, जर्मनी से बेहतर है।

डबल होने में अब लग रहे 12 दिन

देश में कोरोना केसों के डबल होने में अब ज्यादा वक्त लग रहा है। पिछले 14 दिन में केस डबल होने की दर 10.50 दिन थी लेकिन रविवार के आंकड़ों के मुताबिक, अब केस डबल होने में 12 दिन लग रहे हैं।

कोरोना से डेथ रेट भी कम

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को बताया था कि भारत में इस बीमारी से मरने वालों की दर दुनिया में सबसे कम है। हमारे यहां मृत्यु दर 3.2 प्रतिशत है जो दुनिया में सबसे कम है। अब तक 10,632 कोरोना मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।