• निजामुद्दीन इलाके में कोरोना के कई मामले
  • मरकज में 200 से ज्यादा कोरोना संदिग्ध
  • 163 लोग जयप्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती
  • कई देशों के विदेशी मेहमान भी मौजूद
  • बिना इजाजत धार्मिक आयोजन कैसे कराया गया
  • मरकज के मौलाना पर मुकदमा दर्ज

पीएम मोदी से लेकर देश के तमाम जानेमाने लोगों हाथ जोड़कर अपील की थी, कोरोना के घातक वार से बचने के लिए घरों में कैद हो जाने के लिए कहा था लेकिन कुछ लोगों के लिए कोरोना महज एक मजाक रहा । लोगों ने ऐसी गहफलत पाली कि कुछ नहीं होगा बस यहीं उन्होंने बड़ी भूल कर दी । अब अपना तो कोरोना के भंवर में फंसे ही दूसरे के गले में भी ये मुसीबत बांधकर रख दिया ।

देश की राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में मरकज तबलीगी जमात के मुख्यालय में 200 से ज्यादा लोगों के कोरोना संदिग्ध पाए जाने से हड़कंप मच गया है। दिल्ली सरकार ने मरकज के मौलाना के खिलाफ फौरन मुकदमा दर्ज करने को कहा है। उन पर आरोप है कि देश में लॉकडाउन होने के बाद भी उन्होंने इतना बड़ा धार्मिक आयोजन कराया। साथ ही इसके लिए उन्होंने कोई अनुमति भी नहीं ली थी।

बताया जा रहा है कि इस धार्मिक आयोजन में लगभग 300-400 लोग शामिल हुए थे। कोरोना संक्रमित होने की संभावना के बाद यहां मौजूद 163 लोगों को दिल्ली के लोक नायक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल की ओर से कहा गया है कि उनके यहां कोरोना संक्रमित 174 मरीज भर्ती हैं, जिसमें से 163 निजामुद्दीन इलाके से ही आए हैं। रविवार को 85 मरीज आए जबकि 34 को सोमवार को भर्ती कराया गया।

कहा जा रहा है कि जमात मुख्यालय में 5000 से भी ज्यादा लोग एक साथ मौजूद रह सकते हैं। लॉकडाउन की घोषणा होने से चंद रोज पहले तक यहां देशी-विदेशी मेहमानों की संख्या हजारों में थी।