बीजेपी ने यूपी के गाजीपुर जिले का नाम बदलने की मांग की है। बीजेपी के प्रदेश सह मीडिया प्रमुख नवीन श्रीवास्तव ने ये मांग की है। इसे लेकर नवीन श्रीवास्तव ने उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य से मिलकर पत्र भी सौंपा है । अगर नवीन श्रीवास्तव की मांग पर यूपी सरकार अमल करेगी तो गाजीपुर का नाम आने वाले दिनों में ‘गाधिपुरी’ होगा।

कौन हैं गाधि ?

कहा जाता है कि प्राचीन काल के महर्षि विश्वामित्र के पिता राजा गाधि के नाम से ये गाधिपुरी विख्यात था। लेकिन मुस्लिम आक्रमणकारी मुहम्मद बिन तुगलक के सिपहसालार सैयद मसूद अल हुसैनी ने हिंदू राजा मांधाता को हराकर इस नगर पर कब्जा कर लिया था और इस जीत के बाद उसे ‘गाजी’ की उपाधि दी गई और गाधिपुरी का नाम बदलकर गाजीपुर कर दिया गया । मांग है कि उसे पुनः गाधिपुरी नाम से स्थापित किया जाए ।

आपको बता दें कि इससे पहले योगी सरकार ने मुगलसराय का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर, इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया, जबकि देव दीपावली के दिन फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया गया। अयोध्या के नामकरण के बाद अब बस्ती जिले का नाम बदलने की तैयारी की जा रही है। बस्ती का नाम बदलकर वशिष्ठ नगर करने के प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है। ये तथ्य है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यकाल संभालने के बाद कई जिलों के नाम बदले हैं। इस फेहरिस्त में 13 जिले और भी शामिल हैं, जहां स्थानीय लोगों और नेताओं की तरफ से लगातार उन जिलों का नाम बदलकर पुराना गौरव वापस करने की मांग की जा रही है। अब गाजीपुर का प्राचीन गौरव फिर से लौटाने के लिए बीजेपी प्रवक्ता नवीन श्रीवास्तव ने गाजीपुर का नाम गाधिपुरी करने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात की और उन्हें गाजीपुर की जनता की भावना से अवगत कराते हुए ये अनुरोध पत्र सौंपा है।