कोरोना का खौफ लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है । ये जेहन के अंदर समाता ही जा रहा है । ऐसी स्थितियां बनती जा रही है कि खून के रिश्ते भी डर की जद में आकर पहचानने से गुरेज नहीं कर रहे हैं । दिल्ली से औरैया आने वाले एक परिवार को ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ा ।
औरैया में एक बेटी ने भी अपने बुजुर्ग मां-बाप भाई और भाभी को घर जाने के लिए कह दिया। दरअसल मूल रूप से कानपुर के चौबेपुर के रहने वाले राजेंद्र यहां की संपत्ति बेचकर लंबे समय से परिवार समेत दिल्ली बदरपुर में किराए पर रह रहे हैं। उनका बेटा जितेंद्र डीटीसी बसों में संविदा में चालक है। पांच मार्च को वो अपनी मां, पिता, पत्नी और भांजे के साथ औरैया में रहने वाली बहन दीपमाला के घर गया था। यहां वो लोग कई दिन तक रहे । इस बीच लॉकडाउन हो गया।
इस बीच जितेंद्र ने दिल्ली में अपने मकान मालिक को फोन मिलाया तो उसने कह दिया कि अब वह उन्हें कमरा किराए पर नहीं देगा। अब कोरोना के डर की स्थिति देखिए जितेंद्र की बहन और राजेंद्र की बेटी को भी ये डर सताने लगा । कही उसके पिता-भाई समेत सभी को कोरोना का संक्रमण तो नहीं है । इसी डर के कारण उन सभी से बेटी ने जाने को कह दिया।
किसी तरह वो लोग कानपुर के मंधना पहुंचे। यहां भी लोग किराए पर रह चुके थे। मकान मालकिने कमरा खाली ना होने का हवाला देकर छत पर आसरा दिया है। दो दिन से पूरा परिवार छत पर ही है। अब तो यहां के भी लोग विरोध करने लगे हैं। हालांकि परिवार का कहना है उनकी जांच हो चुकी है वह लोग ठीक हैं।