राज्यसभा में जयंत चौधरी का पीएम मोदी पर तंज…कह दिया… पर्ची निकालने वाले बाबाओं के चक्कर में मत फसिए. पर्ची वाले बाबा और ज्योतिषी का जिक्र कर जयंत ने किया आगाह…तो इसरो (ISRO) के वैज्ञानिकों के बीच तालियां तो जरूर बजी होगी
क्या समझे कुछ समझे कि नहीं समझे… अभी आरएलडी चीफ जयंत चौधरी का आपको अधूरा बयान सुनाया… पूरा बयान भी सुनाएंगे… लेकिन इस अधूरे बयान से कुछ समझे… किस पर निशाना जयंत ने साधा… पीएम मोदी और उनकी सरकार की किस सोच पर वार था… कुछ दिमाग चल रहा है… तो इस रिपोर्ट के अंत में जाकर अपनी राय जरूर दीजिए… फिलहाल बात को आगे बढ़ाते हैं… जयंत चौधरी ने अपने बहुत ही संक्षिप्त भाषण में एक तरह से मोदी सरकार को आईना दिखा दिया… अपने विचार को जयंत ने शब्दों की लड़ियों में पूरी तरह से बांधकर सरकार के सामने रखा… शुरआत पर्ची वाले बाबा, ज्योतिष के विद्वानों को आगे रखकर किया… और जिस इसरों की कामयाबी पर सरकार इतराकर क्रेडिट लेने में लगी है… उस इसरो के साथ पिछले साल सरकार ने क्या किया… उसे सबके सामने रख दिया…
विचारों को रखने के लिए वक्त राजनीति अक्सर नेताओं को देती है… जयंत चौधरी को भी आज वक्त मिला तो वो कह रहे हैं… शुभ अवसर की तलाश में शुभ तारीख की तलाश में फैसले लेगी और टालेगी…ये सदन तैयार था…इसका उद्घाटन हो गया था… हम सब लोग जानते हैं… ये तारीख क्यों चुनी गई… ये त्योहार है… सबको लगा शुभ अवसर है… लेकिन ज्योतिष के जो विद्वान हैं या फिर पर्ची निकलाने वाले बाबा उनके इशारे या कहने पर फैसला मत लीजिए… जब जो सही है… जहां आप सक्षम है… फैसला लीजिए पूरा देश आपके साथ… इसके बाद जयंत कह रहे हैं… विज्ञान पर पिछले साल अपनी बजट में सरकार ने जो 8 फीसदी की कटौती की… वैसा नहीं होना चाहिए…इधर उधर के मदों पर खर्च करने के बजाय सरकार को विज्ञान प्रेरित करना चाहिए… विज्ञान से ज्ञान को बढ़ावा मिलता है… और प्यार की बोली का फैलाव करना चाहिए…