अखिलेश का कर्नाटक से पुराना ‘प्रेम’… कर्नाटक को उस प्रेम की वजह से अखिलेश भूला नहीं पाए…

अखिलेश का कर्नाटक से पुराना ‘प्रेम’… केशव ने अखिलेश के प्रयास पर मौज ले लिया
कर्नाटक को उस प्रेम की वजह से अखिलेश भूला नहीं पाए… लेकिन केशव प्रसाद मौर्य अखिलेश के कर्नाटक प्रेम को रहे दुत्कार !
अखिलेश को नहीं मिली अबतक कर्नाटक में सपा की जमीन तैयार करने में कामयाबी… लेकिन वो प्यार है… जिसे अखिलेश भूला नहीं पा रहे हैं

तो कर्नाटक में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ ऐसा क्या हुआ था कि वो कर्नाटक की राजनीति के मोह छोड़ नहीं पा रहे हैं… अखिलेश ने बहुत प्रयास किए… किसी तरह से सपा की सियासी जमीन तैयार हो जाए… लेकिन अब तक कामयाबी हासिल नहीं हुई… फिर अखिलेश का वो कर्नाटक से वो प्यार है… जो बार बार उन्हें कोशिश करने के लिए प्रेरणा देते रहते आए… इस बार भी कर्नाटक में विधानसभा चुनाव है… एक बार फिर अखिलेश यादव कर्नाटक में आए है… तो डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य उनके पीछे पड़ गए… केशव प्रसाद मौर्य ने कर्नाटक पर अखिलेश की सियासत पर करारा वार किया है… जिसे अखिलेश सुनेंगे तो यही कहेंगे… उनके प्यार का केशव ने तो अपमान कर दिया… पूरी बात बताएंगे… अखिलेश का कर्नाटक से वो प्यार क्या है… और केशव ने अखिलेश की सियासत पर ऐसा क्या कहा जिसे सपाई सुनेंगे तो कुछ ना कुछ तो जरूर कहेंगे… इस रिपोर्ट को आखिर तक जरूर देखिए…

कर्नाटक में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं… सपा भी वहां कुछ उम्मीदवार उतारे हैं… इसी के मद्देनजर 4 मई को अखिलेश कर्नाटक पहुंचे… 5 मई से उन्होंने अपने उम्मीदवारों के पक्ष मे प्रचार भी करना शुरू कर दिया… दरअसल, समाजवादी पार्टी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 में 17 उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है… सपा अध्यक्ष उनके पक्ष में ही वोट मांगने पहुंचे… भले ही पार्टी का वहां कोई बड़ा जनाधार नहीं दिख रहा, लेकिन उम्मीदवारों की मजबूती का लाभ दक्षिण में पैर जमाने में अखिलेश यादव करते नजर आ रहे…अब अखिलेश के इस प्रयास पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कुछ ऐसा कहा… अखिलेश सुनेंगे तो हैरान हो जाएंगे…

अखिलेश का ये बड़ा प्रयास है… जो संकल्प लिया है… उसके वास्ते वो कर्नाटक पार्टी के संगठन में जान फूंकने की कोशिश जुट गए… सपा अध्यक्ष की ओर से 5 स्थानों पर जनसभाओं का कार्यक्रम है… अफजलपुर, कलबुर्गी, चित्रदुर्ग समेत कई इलाकों में समाजवादी पार्टी की स्थिति बेहतर मानी जा रही है… इसलिए, अखिलेश इन इलाकों में जनसभाओं को संबोधित कर पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में वोटिंग अपील कर रहे हैं… अब अखिलेश ऐसा इसलिए कर रहे हैं… सपा का विस्तार देश के कोने कोने तक पहुंचे… सपा को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल सके…

अखिलेश यादव ने पिछले दिनों तेलंगाना में मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के साथ मंच शेयर किया था… कर्नाटक विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों को उतारकर वो एक अलग संदेश देने का प्रयास कर रहे हैं… गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान भी समाजवादी पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारे थे… पार्टी को एक सीट पर जीत मिली थी… इसके बाद से सपा अध्यक्ष पार्टी के विस्तार की नीति पर काम करते दिख रहे हैं… एक बात और कही जा रही है…

अखिलेश ने कर्नाटक से अपने इंजीनियरिंग की
पढ़ाई की थी.. इस कारण वे इस प्रदेश से अपना
जुड़ाव बताते रहे हैं…

अखिलेश इतने साल बीत जाने के बाद भी कर्नाटक में बिताए वो पल अबतक भूला नहीं पाए… इसलिए हार पर हार मिलने के बाद भी उन्होंने अपने प्रत्याशियों को 2023 के रण में उतारा है… आपको बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश ने यहां 20 सीटों पर कैंडिडेट उतारे थे… हालांकि, पार्टी को जीत नसीब नहीं हुई थी…

अब अखिलेश के इसी प्रयास पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने उनपर निशाना साधा है.. कह रहे कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं… उन्होंने कहा कि प्रदेश की

यूपी की जनता ने 2014 के चुनाव में ही साइकिल को पंचर कर दिया..
हर चुनाव के साथ उसके पार्ट्स को निकाल कर फेंक रही है.. अब उन्हें
जहां जाना है, जाएं… निकाय चुनाव में सभी 17 नगर निगम मेयर और
निकायों में चेयरमैन, पार्षदों के पद पर भाजपा भारी जीत दर्ज कर रही है…

अब केशव प्रसाद मौर्य के इस तंज पर सपा की ओर से क्या जवाब दिया जाएगा…वो देखने वाली बात होगी… जो भी जवाब आएगा… दिलचस्प तो जरूर होगा…