बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि किसान समाज वाले विशाल प्रदेश में फसल सुरक्षा व भंडारण के लिए अगले 5 वर्षों में 192 करोड़ अर्थात प्रति वर्ष मात्र करीब 38 करोड़ रुपये खर्च करने की सरकार की ताजा घोषणा ऊंट के मुंह में जीरा के समान है। सरकार इनकी उपेक्षा करना बंद करें।

उन्होंने कहा कि अपनी उपज का लाभकारी मूल्य, गन्ना बकाया नहीं मिल पाने से यूपी के किसान काफी दुखी परेशान हैं। कमजोर मानसून ने उनके चिंताएं और बढ़ा दी हैं। किसानों को ऐसी विकट स्थिति से निकालने के लिए सरकार हर स्तर पर उनकी मदद तत्काल शुरू करे।
 

यूपी सरकार ने इस निर्णय को कैबिनेट बैठक में मंजूरी दी थी। इस योजना के तहत विभिन्न पारिस्थितिकीय संसाधनों द्वारा खेत में खड़ी फसल, तैयार उपज के सुरक्षित भंडारण के लिए कीट एवं रोग नियंत्रण योजना को हरी झंडी दी गई थी। इस योजना में सरकार अगले पांच वर्षों के लिए 192 करोड़ 57 लाख 75 हजार रुपये खर्च करेगी।

किसानों को रासायनिक एवं जैविक कीट रसायन रक्षा इकाई से अनुदान पर दिया जाएगा। वहीं फसलों को सुरक्षित रखने के लिए बखारी पर 50 प्रतिशत अनुदान देने का प्रस्ताव पास किया गया था।