उत्तर प्रदेश मे पूर्वांचल के डॉन मुन्ना बजरंगी की बागपत जिला जेल में हुई हत्या के मामले में बुधवार को सीबीआई टीम झांसी जिला कारागार पहुंची। टीम ने जेल में पहुंचकर अफसरों से पूछताछ करने के साथ ही बंदियों से भी कई जानकारियां खंगाली हैं। देर शाम सीबीआई टीम मामले की जांच में जुटी रही।
बड़ौत के पूर्व विधायक लोकेश दीक्षित व उनके भाई नारायण दीक्षित से रंगदारी मांगने के मामले में झांसी जिला जेल में बंद रहे माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी को बी-वारंट पर अदालत में पेश करने के लिए 8 जुलाई 2018 को पुलिस बागपत लेकर गई थी। 9 जुलाई की सुबह बागपत जेल में ही बजरंगी की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद पूरे प्रदेश की जेलों में हड़कंप मच गया था। आनन-फानन में मामले की जांच बैठा दी गई थी। मुन्ना बजरंगी झांसी जेल से ही रवाना हुआ था। पत्नी सीमा सिंह की अर्जी पर सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 25 फरवरी को केस की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए थे।
पूर्वांचल के माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में सीबीआई ने जांच तेज कर दी थी। बुधवार को सीबीआई ने झांसी जेल पहुंचकर जेल अधिकारियों से पूछताछ की। सीबीआई टीम ने बंदियों से भी जानकारी जुटाई, जिस बैरक में मुन्ना बजरंगी बंद था, वहां भी पहुंचकर सिलसिलेवार तरीके से टीम ने जानकारी ली। टीम ने 8 जुलाई 2018 से लेकर आसपास की तारीखों के मुलाकाती रजिस्टर कब्जे में लेकर पड़ताल की। सीबीआई टीम के औचक जेल पहुंचने के बाद हड़कंप मचा रहा। सीबीआई के आने से पुलिस भी चौकन्नी रही।