उत्तर प्रदेश के बिजनौर में दहेज से जुड़ा एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक महिला की मदद करने के लिए यूपी पुलिस बुलडोजर के साथ पति के घर पहुंच गई और महिला को ससुराल में प्रवेश कराकर ही वापस लौटी. दरअसल, दहेज की वजह से पति ने पत्नी को घर से बाहर निकाल दिया था. इसके बाद पीड़ित पत्नी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. महिला की याचिका पर हाईकोर्ट के जज ने बिजनौर पुलिस को महिला को ससुराल में प्रवेश कराने और सुरक्षा मुहय्या कराने का आदेश दिया था.
इसके बाद पुलिस की टीम पीड़ित महिला को ससुराल पहुंचाने के लिए पहुंची, मगर पुलिस प्रशासन की घंटों नोकझोक के बाद भी आरोपी पति और उसके परिजनों ने गेट नहीं खोला. इसके बाद मजबूरन पुलिस को गेट खुलवाने के लिए जेसीबी का सहारा लेना पड़ा, तब जाकर ससुरालवालों ने बुलडोजर के खौफ के मारे गेट खोला. पुलिस ने पीड़ित महिला को ससुराल में छोड़कर बाकायदा सुरक्षा भी प्रदान कर दी है.विज्ञापन
क्या है पूरा मामला
दरअसल, बिजनौर के हल्दौर इलाके के ग्राम हरिनगर में हरी सिंह नाम के व्यक्ति ने अपनी बेटी नूतन मलिक की शादी एक मार्च 2017 को हिन्दू रीती रिवाज़ के तहत रोबिन से की थी. लड़की के परिवार वालों का कहना है कि ससुरालवालों ने कुछ समय तक लड़की को सही से रखा लेकिन उसके बाद पांच लाख कैश और बोलेरो गाड़ी की मांग करने लगे. दहेज की डिमांड पूरी न करने पर आरोपी पति रोबिन ने पत्नी को मारपीट कर घर से निकाल दिया. इसके बाद मामला कोर्ट में गया.
कैसे बुलडोजर लेकर पहुंची पुलिस
दरअसल, ससुराल वालों ने बिजनौर कोर्ट के आदेश को भी अनसुना कर दिया. इसके बाद पीड़ित पिता ने हाईकोर्ट का सहारा लिया. इस मामले में हाईकोर्ट के जज ने आदेश दिया कि किया पीड़ित महिला अपने वैवाहिक घर में रहेगी. साथ ही लोकल पुलिस सुरक्षा मुहैया कराईगी. उसी के पालन के तहत पुलिस पीड़ित महिला को साथ लेकर ससुराल पहुंची. हालांकि, तमाम फोर्स के बावजूद ससुराल वालों ने गेट नहीं खोला. काफी गहमा गहमी के बाद पुलिस को गेट तोड़ने के लिए बुलडोजर मंगाना पड़ा. बुलडोजर के डर के आगे ससुराल वालों ने तुरंत गेट खोल दिया और इस तरह पुलिस और बुलडोजर की मौजूदगी में पीड़ित महिला का ससुराल में प्रवेश हुआ.