om prakash rajbhar

सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने अबकी बार ऐसा बयान दिया है… माना जा रहा है… योगी तो छोड़िए मोदी-शाह नाराज हो गए…राजभर ने अपनी राजनीति को धार देने के लिए चल बड़ी चाल… क्या यूपी में बीजेपी की राजनीति होगी फेल? घोसी उपचुनाव से पहले भी ओपी राजभर ने एक नहीं ढेरो ऐसे बयान दिए… जिसका परिणाम बीजेपी के लिए हानिकारक हो गया !

सियासत की दुनिया में माहिर खिलाड़ियों में एक बात खास होती है… वो किसी भी मुद्दे पर बोलने से पहले एक बार नहीं कई बार सोचते हैं… फिर जाकर बोलते हैं… अब सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) राजनीति की दुनिया के माहिर खिलाड़ी तो हैं तभी तो बीजेपी को ये कन्वेंश कर पाने में कामयाब हो पाए… पूर्वांचल में उनके बिना बीजेपी की दाल नहीं गलने वाली है… जबकि ओपी राजभर ने कुछ ऐसा ही दांव सपा अध्यऱक्ष अखिलेश यादव पर चलने का प्रयास किया था… लेकिन अखिलेश ने उनके इस दांव को ध्वस्त कर अपनी दोस्ती से आजाद कर दिया… घोसी उपचुनाव में जीत के बाद ऐसी स्थिति में राजभर की राजनीति को लेकर आ गए हैं कि वो अब अखिलेश के दुश्मन बनने के लायक नहीं रहे हैं… कहा जाता है… ओपी राजभर को जवाब देने के लिए सपाई मान कर चल रहे हैं… महराजगंज के रहने वाले नवरत्न यादव ही काफी… अब इतना सब होने के बाद भी ओपी राजभर योगी के लिए तो उतने खास नहीं लेकिन बीजेपी आलाकमान खासकर मोदी-शाह के लिए खास बने हुए थे… लेकिन अब जो राजभर ने मांग की है… उसे जानकर मोदी-शाह तो यही कह रहे होंगे बेकार इनसे दोस्ती करके रखे हुए हैं…


जीहां सियासत की दुनिया में स्वंभू मंत्री ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने अब एक ऐसी मांग की है… जिसे सुनकर सीएम योगी की क्या प्रतिक्रिया होगी… योगी किस तरह से उस पर अपनी राय रखेंगे… ये देखने वाली बात होगी… लेकिन सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर अपनी मांग से योगी को धर्मसंकट में फंसा तो दिया… पूर्वांचल के लोगों को राजभर की ओर से उठाया गया ये मुद्दा बेहद ही रास आता है… योगी की सियासत भी पूर्वांचल से सीधे तौर पर कनेक्ट करती है… लेकिन राजभर ये मांग सीएम योगी की राजनीति को एक तरह से भंवर में फंसाने का काम किया है… योगी तो छोड़िए मोदी-शाह को भी अपनी नई मांग से सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने हैरान करके रख दिया है… मोदी-शाह की राजनीति को पूर्वांचल से 2024 की लड़ाई के लिए बड़ी उम्मीदें है… लेकिन राजभर है कि अपने बयान से पूरी बीजेपी की सियासत को बैकफुट पर धकेलने का काम किया…


दरअसल यूपी को बांटने की सोच को अब ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) विस्तार देने में लगे हैं… हालांकि इसकी शुरुआत बीजेपी नेता की ओर से हुई… कैबिनेट मंत्री संजीव बालियान ने एक अलग प्रदेश बनाने की मांग की…जिसकी वजह से यूपी में सियासत तेज होती जा रही है… इसी बीच सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने अब पश्चिमी यूपी के बाद पूर्वांचल प्रदेश बनाने की मांग कर दी है… उन्होंने 3 अक्टूबर को कहा कि यूपी को चार हिस्सों में बांटने की मांग काफी समय से चली आ रही है… हम भी इसका समर्थन करते हैं…. ये प्रदेश बहुत बड़ा है, इसलिए इसे बांट देना चाहिए…सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि,


ये तो लंबे समय से मांग चल रही है, हम लोग पूर्वांचल की मांग करते हैं, कोई बुंदेलखंड कोई हरित प्रदेश की मांग करता है… अलग-अलग सोच है, लोग अलग-अलग मांग करते हैं. प्रदेश बड़ा है, प्रदेश में बंटवारा हो, हम भी उसके पक्षधर हैं. हम भी यही मांग करते हैं कि प्रदेश को चार हिस्सों में बांटा जाए


दरअसल ये पूरा मामला केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद संजीव बालियान के उस बयान के बाद सुर्खियों में आ गया है, जिसमें उन्होंने पश्चिमी यूपी को अलग राज्य बनाने की मांग का समर्थन किया और मेरठ को इसकी राजधानी बनाने तक की बात कह डाली…उन्होंने इसके पीछे दलील देते हुए कहा कि यहां की आबादी आठ करोड़ है और यहां से हाई कोर्ट साढ़े सात सौ किमी दूर है… अलग प्रदेश बनने से यहां का विकास हो सकेगा… हालांकि उनकी इस मांग का बीजेपी में ही विरोध भी देखने को मिल रहा है. बीजेपी नेता संगीत सोम पर ने इसका विरोध करते हुए कहा कि अगर ऐसा हुआ तो इस राज्य में हिन्दू अल्पसंख्यक बनकर रह जाएंगे… वैसे ये पहली बार नहीं है जब यूपी को बांटने की बात कही जा रही है. 12 साल पहले भी बसपा सुप्रीमो मायावती ने यूपी को चार हिस्सों में बांटने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था… हालांकि उस वक्त तत्कालीन केंद्र की यूपीए सरकार ने कई सवाल उठाते हुए इसे वापस कर दिया था…