कोरोना काल में दहशत का माहौल है । इस महामारी से निपटने का एक ही रास्ता है, वो है सोशल डिस्टेंसिंग । अब जनता को इस बात का एहसास कराने में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका है । इसे मेरठ रेंज के आईजी प्रवीण कुमार ने अपनी कविता से बताने की कोशिश की है।

सरकार ने देशभर में इसलिए लॉकडाउन लगाया ताकि देश की जनता की जान की सुरक्षा की जा सके । वो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर सके । लेकिन इन सबके बीच कोरोना योद्धा बेखौफ अंदाज में सड़कों पर है । जिम्मेदारियों के बहुत बड़े बोझ को अपने कंधे पर डिगाए हुए हैं । जनता की सुरक्षा के लिए, उनकी जिंदगी के वास्ते, वो हर रुप में सामने आ रहे हैं । वो देश की पुलिस है। खाकी की शान के लिए वो ना सिर्फ जरूरत मंदों को राशन उपलब्ध करा रहे हैं, बल्कि कोरोना संक्रमित लोगों और उन इलाके में जाकर सेनेटाइज करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं । ये पुलिस ही है जिन्हें आप कोरोना योद्धा कह सकते हैं ।

मेरठ रेंज के आईजी प्रवीण कुमार पुलिस की इसी जिम्मेदारी को शब्दों के सांचे में ढालकर, काव्यनुमा अंदाज दिया है। सोशल मीडिया पर उन्होंने एक कविता लिखी । जिसमे ना सिर्फ उनके दिल के अंदर के जज्बात बल्कि उन तमाम पुलिसवालों का जज्बा छिपा है।

जहर फिज़ाओं मे,पर बद्गुमानी बाकी है
सड़क पे चलने के, उसके शौक बाकी हैं
वो परों को जख्मी करता रहे, करने दो
हम मुतमईन हैं,अभी हौसले बाकी हैं
अब काहे का वायरस, और काहे का रस कोई
हमे तो रोज नये इम्तिहां बाकी हैं
तुम अपने किट,अपने मास्क की तलाश करो
हम निपट लेंगे,हम तो खाकी हैं!

आपको बता दें प्रवीण कुमार की कार्यशैली उनको उत्कृष्ट अफसरों की जमात का हिस्सा बनाती है। उन पर कभी भी सत्ता का प्रभाव नहीं रहा है, बसपा के शासन में जहां उन्होंने एक ही जनपद में दो साल से ज्यादा टिके रहने का रिकॉर्ड बनाया तो वहीं बीजेपी की सत्ता में यूपी में कानून व्यवस्था साधने की कमान उनको सौंपी गई। उन्होंने काम को तरजीह दी और इसका लाभ भी उनको मिला। पुलिस विभाग में वह अकेले ऐसे अफसर हैं, जिनको अयोध्या के राम मंदिर विवाद में हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले तक कानून व्यवस्था को एक पुलिस प्रमुख के रूप में संभालने का काम करना पड़ा।

अब प्रवीण कुमार के सामने एक अहम जिम्मेदारी है, मेरठ रेंज में कोरोना महामारी को थाम देने की । इसके लिए उनकी पुलिस मुस्तैद है । सोशल मीडिया पर वायरल प्रवीण कुमार की कविता उनके सहयोगी उन्हीं पुलिस कर्मियों की प्रेरणा के लिए है । ताकि वो बिना रुके, बिना थमे संजीदगी के साथ कोरोना से लड़ाई में अपनी सरकार का मदद कर सके ।