उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बड़ौत में भाजपा नेता डॉ. आत्माराम तोमर की सनसनीखेज हत्या के मामले में पुलिस ने दोनों हत्यारोपियों प्रवीण और बलराम को सोमवार की रात कोतवाली पुलिस ने औद्योगिक पुलिस चौकी से गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर डॉ. तोमर का मोबाइल और गाड़ी की चाबी भी बरामद की गई है। पूछताछ में प्रवीण ने बताया कि डॉ. तोमर रिश्तेदार होते हुए भी उसके साथ नौकर की तरह व्यवहार करते थे। समय पर न तो सैलरी देते थे और न ही एडवांस। इसलिए दोस्त के साथ मिलकर हत्या की।
बड़ौत के बिजरोल रोड स्थित आवास पर डॉ. आत्माराम तोमर की 10 सितंबर को हत्या कर दी गई थी। इस मामले में उनके रिश्तेदार सोंटा गांव निवासी प्रवीण और उसके साथी सांकलपुट्ठी निवासी बलराम के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। दोनों की करतूत सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई थी। पुलिस जांच में सामने आया था कि भाजपा नेता की हत्या के दौरान एक आरोपी ने हाथ पकड़े, तो दूसरे ने उनकी छाती पर बैठकर तकिये से मुंह दबा दिया। उनका मुंह तब तक दबाए रखा गया, जब तक उनका दम नहीं निकल गया। डॉ. आत्माराम तोमर ने बचाव के लिए संघर्ष भी किया, लेकिन वह खुद को छुड़ा नहीं सके। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ था

दोनों आरोपी डॉ. की स्कार्पियो, मोबाइल व एक अन्य कार की चाबी लेकर फरार हो गए थे। बाद में उनकी स्कॉर्पियो को पुलिस ने टयोढ़ी गांव के नीलकंठ महादेव मंदिर के परिसर से बरामद कर लिया था। इसके अलावा हत्या आरोपियों को शरण देने वाले दो आरोपियों में मनमोहन पुत्र वेदप्रकाश निवासी सांकलपुट्ठी थाना चांदीनगर और सुभाष पुत्र धारा निवासी सोंटा थाना बाबरी जनपद शामली को गिरफ्तार कर लिया था।

सोमवार को मुखबिर की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने प्रवीण और बलराम को औद्योगिक पुलिस चौकी के पास से गिरफ्तार कर लिया। सीओ आलोक कुमार के मुताबिक प्रवीण ने पुलिस पूछताछ में बताया कि रिश्तेदार होते हुए भी डॉ. आत्माराम तोमर उसके साथ नौकर की तरह व्यवहार करते थे।
पूछताछ में प्रवीण ने बताया कि सैलरी व एडवांस मांगने पर आना-कानी करते थे। कभी भी समय पर सैलरी नहीं देते थे। इसलिए योजना बनाकर उनकी हत्या कर दी। सीओ ने बताया कि सात-आठ साल पहले प्रवीण व बलराम एक साथ दिल्ली और अन्य जगहों पर टैक्सी भी चलाया करते थे। तभी से दोनों की पहचान हो गई थी।

सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए हत्यारोपी, 45 मिनट अंदर रहे
डॉ. आत्माराम तोमर की हत्या करने वाले दोनों आरोपी सीसीवीटी कैमरे में कैद हो गए थे। दोनों गुरुवार की सुबह करीब 6 बजकर 42 मिनट पर बाइक से पहुंचे। डॉ. आत्माराम को फोन करके गेट खुलवाया और अंदर चले गए।
इसके 45 मिनट बाद करीब 7 बजकर 27 मिनट पर दोनों घर से बाहर निकले। इनमें एक स्कार्पियो गाड़ी लेकर निकला, तो दूसरा हेलमेट पहनकर बाइक लेकर जाता है। इस बीच ही डॉ. आत्माराम की हत्या होने की बात कही जा रही थी। हत्यारोपियों के आने-जाने की घटना कैमरे में कैद हो गई

हत्या के बाद दोबारा घर पहुंचा था मुख्य आरोपी
डॉ. आत्माराम का गुरुवार रात को शव कमरे में बेड पर पड़ा मिला। इसकी सूचना पर रिश्तेदार और उनके करीबी भाजपा नेता पहुंचने शुरू हो गए।
डॉ. आत्माराम की गाड़ी के चालक विजय ने बताया कि मुख्य आरोपी प्रवीण भी रात में करीब 12 बजे वहां पहुंचा और वह करीब पांच बजे तक रहा। वह पुलिस की पूरी गतिविधि देखता रहा। जब पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखने की बात कही तो वह फरार हो गया।