बाराबंकी सड़क हादसा

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के देवा कोतवाली क्षेत्र से निकले किसान पथ आउटर रिंग रोड पर बृहस्पतिवार की भोर एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक व सवारियों से भरी निजी डबल डेकर बस के टकराने से जहां 15 यात्रियों की मौत हो गई, वहीं 32 यात्री घायल हो गये। इनमें से 11 की हालत गंभीर होने पर उन्हें लखनऊ भेज दिया गया। मृतकों में एक बाराबंकी बाकी गोंडा व बहराइच के निवासी हैं। एक घायल व एक मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। हादसे पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को दो लाख व घायलों को 50 हजार मुआवजे का एलान किया है। बाराबंकी में बस हादसे के बाद जो नजारा था उसे देखकर हर किसी की आंखें नम हो गई। हाल यह था कि चारों तरफ मृतकों की लाशें फैली थी तो शरीर के अंग इधर उधर पड़े थे। यात्रियों की चीख पुकार सुनकर हर कोई परेशान हो उठा। हालांकि हादसे के बाद ग्रामीणों ने जहां पुलिस के साथ मिलकर पीड़ितों की मदद की वहीं यात्रियों के सामान की भी हिफाजत की। 

बाराबंकी हादसा

बस हादसे के बाद देवा के बबुरीगांव के ग्रामीणों ने बताया कि बस पूरी तरह फुल थी। बताया जैसे टक्कर हुई ट्रक चालक फरार हो गया। जब बस के अंदर पीछे बैठे यात्रियों को सरक्षित निकाला गया तो उनके द्वारा आपबीती बताई गई। 

बाराबंकी हादसा

हादसा इतना भीषण था कि डबल डेकर बस के दो टुकड़े हो गए और ट्रक के भी परखच्चे उड़ गए। सुरक्षित बचे यात्री विजय कुमार एवं मस्तराम ने बताया कि जब हादसा हुआ उस समय हम लोग सो रहे थे। कैसे क्या हुआ कुछ पता ही नहीं चला। चीख-पुकार आवाज आने पर किसी तरह ग्रामीणों ने हमें बाहर निकाला। 
 

बाराबंकी हादसा

मौके पर जब पुलिस ने एक क्रेन व दो जेसीबी द्वारा से बस को गैस कटर से काट के मृतकों को बाहर निकाला तो जिसमें किसी का सिर ही नहीं तो किसी का आधा शरीर गायब था। इतना बड़ा हादसा सुनकर आसपास के दर्जनों गांव के हजारों लोगों की भीड़ एकत्र हो गई

रोते बिलखते महिला और बच्चे

हादसा देख सभी की रूह कांप गई। महिलाओं व बच्चों की रोने की आवाज व अपनों को तलाशने के लिए हर कोई आतुर दिखा। जो सकुशल बचे यात्री थे वह भी भगवान का शुक्रिया अदा कर रहे थे कि वह कैसे बच गए। हादसे के दौरान मदद करने वाले ग्रामीणों को भी बस यात्रियों ने धन्यवाद दिया।

बाराबंकी हादसा

एक परिवार के तीन ने गंवाई जान तो किसी ने खो दी पत्नी व बेटी
इस हादसे में किसी ने अपनी बेटी व पत्नी खो दी तो एक ही परिवार के तीन लोगों की जान चली गई। ऐसे में इन सभी के परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई है। बस सवार लोगों का हाल जानने के लिए उनके परिजनों के फोन भी अफसरों के पास लगातार घनघनाते रहे। 

बाराबंकी हादसा

इस हादसे का शिकार हुए सलाउद्दीन, अनीसुर्रहमान व कादिर तीनों एक ही गांव उपथी उद्दीपट्टी थाना जरवलरोड जिला बहराइच के निवासी है। इनमें मृतक कादिर के भाई सुभान अली ने बताया कि वह दिल्ली में मजदूरी करने के लिए गए थे।
 

सड़क पर बिखरा सामान

वापस लौटने से पहले परिजनों से फोन पर बात की थी लेकिन सुबह के समय उनकी हादसे में मौत की सूचना मिली। इनकी पत्नी तीन बेटी व दो बटों का रो रो कर काफी खराब हाल है। वहीं इनके साथ रहे सलाउद्दीन व अनीसुर्रहमान की भी मौत हो गई है। यह तीनों एक ही परिवार के हैं और रिश्तें में चाचा व भतीजे और भाई लगते हैं।

एंबुलेंस में घायल

इसके अलावा कोचा बहराइच के रहने वाले मृतक विनोद के पिता रामस्वरूप भी हादसे की सूचना पर बदहवास हालत में मर्चरी पहुंचे थे। वह भी रो रो कर कह रहे थे कि बेटा मजदूरी करके लौट रहा था अब उसके बच्चों और पत्नी की देखरेख कैसे होगी।

बाराबंकी में सड़क हादसा

इसके अलावा ग्राम पहाड़ापुर थाना फखरपुर बहराइच की निवासी सायबा बेगम व उनकी दो साल की बेटी जारा की भी इस हादसे में मौत हो गई। वह अपनी बेटी के साथ घर जा रही थी जबकि उनके पति दिल्ली में रहकर नौकरी करते है। 

घायल बच्चे और महिला का हाल जानते हुए डीएम