जुर्म की दुनिया में Asad Ahmed की नहीं होती एंट्री… अगर एक बड़ी ख्वाहिश हो जाती पूरी… पुलिस encounter में मारे गए Asad Ahmed कैसे पिता Atique Ahmed के गुनाह में हुआ शामिल ?… पूरा किस्सा जानिए

अतीक का बेटा कभी टॉप स्कूल में पढ़ता था… पढ़ाई तेज था… वकील बनना चाहता था
असद उमेश पाल हत्याकांड शामिल नहीं होता… एनकाउंटर में ढेर नहीं होता… अगर वो हो जाता… जो वो चाहता था…
जिस नींव पर उसकी बुनियाद रखी गई… उसका खौफनाक परिणाम मिल गया… अतीक का बेटा ढेर हो गया
असद की ऐसे हुई थी जुर्म की दुनिया में एंट्री… सुनेंगे तो हैरान हो जाएंगे !

कहते हैं… जिसकी नींव जैसी पड़ती है… जिंदगी उसे उसी तरह का ईनाम देती है… बुरे काम का बुरा नतीजा होता है… पुलिस एनकाउंटर में मारे गए माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद का अंजाम इतना बुरा नहीं होता… जितना की अभी हुआ है… जिंदगी इतनी बुरी मौत नहीं मरती… जितनी अभी इसकी जिंदगी के साथ हुआ है… पिता के गुनाहों के ढेर ने उसे ढेर कर दिया… असद अहमद की जिंदगी इस लायक नहीं थी… लेकिन पिता से मिले जरायम की दुनिया की विरासत को संभालने के मोह में इस कदर फंस गया… कि मारा गया… उमेशपाल की हत्या को अंजाम देने से पहले उसने ऐसी कोई वारदात नहीं की थी… उसपर कोई भी केस दर्ज नहीं था… तो सवाल है कि कैसे टॉप स्कूल से पढ़ाई करने वाले असद अहमद जुर्म की दुनिया में एंट्री हुई… अतीक अहमद के बेटे के एनकाउंटर तक की पूरी कहानी बस दो मिनट में पूरी तरह से जान जाएंगे…

माफिया डॉन अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को 13 अप्रैल को झांसी में एनकाउंटर में मार दिया गया है… उमेश पाल हत्याकांड के बाद से वो फरार था… यूपी पुलिस को चमका दे रहा था… आंख मिचौली का खेल खेल रहा है… मैं चोर, तु पुलिस जैसे बचकाने खेल खेलता ही जा रहा था… पुलिस को चुनौती पर चुनौती दे रहा था… उधर पुलिस उसकी तलाश में खाक छान रही थी… पुलिस लंबे समय से असद अहमद और उसके साथ एक शूटर मोहम्मद गुलाम की तलाश में थी… यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने दोनों का अब जाकर एनकाउंटर कर दिया है… दोनों पर 5 लाख रुपये का इनाम भी रखा गया था… इस कार्रवाई में पुलिस को उनके पास से विदेशी हथियार भी बरामद हुए हैं…

कुछ महीने पहले तक असद के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं था, लेकिन 24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड का वीडियो सामने आने के बाद वो चर्चाओं में आ गया… उमेश पाल और उनके साथ 2 सरकारी गनर को कुछ शूटरों ने मार गिराया था, जिसका वीडियो सामने आया था इसमें असद अहमद भी नजर आया था… अतीक अहमद के तीनों बेटों में असद सबसे छोटा था… वो लखनऊ के टॉप स्कूल से पढ़ा था और इसी साल उसने 12वीं पास की थी… बताया जाता है कि वो पढ़ाई में भी काफी तेज था और कानून की पढ़ाई करने के लिए विदेश जाने की भी योजना बना रहा था… हालांकि, परिवार के क्रिमिनल रिकॉर्ड की वजह से उसका पासपोर्ट क्लियर नहीं हो पाया था…

उसके दो बड़े भाईयों के जेल जाने के बाद असद ने गैंग की जिम्मेदारी संभाली थी और इसी तरह उसकी क्राइम की दुनिया में एंट्री हुई थी… अतीक अहमद के जेल जाने के बाद उसके बड़े बेटों उमर और अली के पास गिरोह की बागडोर थी… और इस दौरान असद पढ़ाई कर रहा था… उमर पर अपहरण और अली पर हत्या के प्रयास और जबरन वसूली समेत कई मामले दर्ज थे… जांच एजेंसियों ने दोनों पर ईनाम की भी घोषणा की थी। इसके चलते दोनों को एनकाउंटर का डर था, जिस वजह से उन्होंने पुलिस के आगे सरेंडर कर दिया। उत्तर प्रदेश पुलिस को शक है कि दोनों भाईयों के सरेंडर के बाद असद ने गैंग की बागडोर संभाल ली… लेकिन अब असद इस दुनिया में नहीं हैं… जिस वारदात को असद ने एक एडवेंचर माना था… उसी एडवेंचर का खौफनाक अंत हो गया… वो मारा गया… असद अहमद को अपने किए बुरे काम का बुरा परिणाम मिल गया…