Raja Bhiya के ‘खास’ जो अब हैं सबसे बड़े दुश्मन… 5 करीबियों ने Akshay Pratap Singh की वजह से राजा भैया से बनाई दूरी…
राजा भैया के वो खास जो अब बन गए राजा भैया के कट्टर दुश्मन
अक्षय प्रताप सिंह ने ‘खास’ को राजा भैया से किया दूर… ये सिलसिला चला बदस्तूर !
राजा भैया के 5 करीबी… जो अब बन गए सबसे बड़े दुश्मन
राजा भैया से ‘खास’ दूर होते रहे… अक्षय प्रताप सिंह, राजा भैया के और नजदीक आते गए
भानवी सिंह राजा भैया की पत्नी हैं… लेकिन अभी वक्त ऐसा है कि लगता है… राजा भैया को पत्नी के रिश्ते से ज्यादा दोस्ती का रिश्ता प्यारा है… भानवी सिंह ने एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह के खिलाफ दिल्ली के थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है… ऐसा लग रहा था… राजा भैया अपनी पत्नी का साथ देंगे… लेकिन ऐसा दिखा नहीं… ऐसा हुआ नहीं… राजा भैया ने सीधा सीधा कह दिया… वो अपने चचेरे भाई अक्षय प्रताप सिंह के साथ हैं… उन्ही का साथ देंगे…. ऐसा लग रहा है… ऐसा दिख रहा है… पत्नी भानवी सिंह राजा भैया के लिए दुश्मन बन गई है… वजह बने तो अक्षय प्रताप सिंह… माना जाता है कि अक्षय प्रताप सिंह के कारण ही राजा भैया की जिंदगी से एक एक करके उनके बेहद खास उनके लिए दुश्मन हो गए…. राजा भैया ने अक्षय प्रताप सिंह के कारण उन सबसे अपने रिश्ते को किनारा कर लिया… अब वो सबके सब राजा भैया के धुर विरोधी हो गए हैं… कुंडा का राजा रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के इशारे पर कभी वो जो उनके खास थे… हद से गुजर जाते थे… लेकिन अब ऐसा वक्त वो सबके सब उनके खास उनकी सियासत को खत्म करने के फिराख में दिख जाते हैं… वो अब राजा भैया के प्रबल दुश्मनों की कतार में हैं… राजा उन खास लोगों के बारे मे बताएंगे… इस रिपोर्ट को आखिर तक देखिए…
कुंडा में राजा भैया की सियासी जिंदगी की कहानी तब शुरू होती है… जब वो राजा भैया तूफान सिंह हुआ करते थे… उस नाम से जाने जाते थे… साल 2002 में जब कुंडा से पहली बार रिकार्ड वोटो से निर्दलीय विधायक बने तो वो राजा भैया नहीं बल्कि तूफान सिंह ही थे… लेकिन वक्त वक्त बदला… तो तूफान सिंह राजा भैया हो गए… कल्याण सिंह की कैबिनेट में जेल मंत्री बनते ही तूफान सिंह का जिक्र राजा भैया के तौर पर होने लगा… बेतीं में राजा भैया के दरबार में इंसाफ की चर्चा होने लगी… लेकिन अक्षय प्रताप उर्फ गोपाल की एंट्री हो चुकी थी… जामो राजघराने से ताल्लुक रखने वाले अक्षय प्रताप सिंह राजा भैया की कृपा से एमएलसी बन गए… और धीरे धीरे अक्षय प्रताप सिंह राजा भैया की जिंदगी में पैठ बनाने लगे हैं… उनकी बातों को राजा भैया अहमियत देने लगे… इसका परिणाम ये हुआ कि राजा भैया के खास उनसे एक के बाद एक करके अलग होते गए… खास दुश्मन बनने लगे
दुश्मन नंबर-1 ठाकुर प्रकाश सिंह
राजा भैया के कभी खास रहे अब हैं सबसे बड़े दुश्मन
राजा भैया के खास सिपहसालार और हिंदूवादी विचारधारा के ठाकुर प्रकाश सिंह ने दिलेरगंज कांड को अंजाम देने का आरोप लगा,,, जिसमे कुंडा के दिलेरगंज मोहल्ले में मुस्लिम बस्ती में कई घरों को आग लगा दी गई और आधा दर्जन लड़कियों की हत्या का आरोप लगा… हालांकि इस मामले में राजा भैया आरोपी नहीं थे… लेकिन ठाकुर प्रकाश सिंह के मुख्य आरोपी होने की वजह से मामले में उनका नाम भी खूब उछला… इसके बाद राजा भैया के खास अक्षय प्रताप से ठाकुर प्रकाश सिंह की नहीं बनी… तो वो अलग रास्ते पर चल पड़े… राजा भैया के विरोधियों में शामिल हो गए… ठाकुर प्रकाश सिंह पर 28 अक्टूबर साल 2004 को प्रयागराज के सिविल लाइन में ताबड़तोड़ फायरिंग की गई… उनकी कार को घेर कर उन पर कई राउंड गोलियां बरसाई गई… लेकिन वो जिंदा बच गया… जिसके बाद ये चर्चा होने कि ये हमला अक्षय प्रताप सिंह ने करवाया था… अब ठाकुर प्रकाश सिंह राजा भैया के धुर विरोधी माने जाते हैं और कुंडा में राजा भैया के विरोधियों को खाद पानी देते हैं…
दुश्मन नंबर-2 छविनाथ यादव और गुलशन यादव
राजा भैया के कभी खास रहे अब हैं सबसे बड़े दुश्मन
छवि नाथ यादव और उनका छोटा भाई गुलशन यादव अब तक राजा भैया के खास दरबारी रह चुके हैं… लेकिन अब नहीं हैं… एक वक्त था… जब साल 2003 में पोटा गवाह राजेंद्र यादव की हत्या की हुई… उस वक्त छविनाथ और गुलशन यादव राजा भैया के बेहद खास थे… दोनों के लिए राजा भैया के दिल में जगह थी… इसी का परिणाम था कि गुलशन यादव रघुराज प्रताप सिंह के आशीर्वाद से कुंडा के चैयरमैन हो निर्वाचित हुए… लेकिन ये बात अक्षय प्रताप सिंह को जमी नहीं… जिसकी वजह से राजा भैया के खास सिपहसालारों में से एक गुलशन यादव और छवीनाथ यादव से अक्षय प्रताप सिंह की वर्चस्व को लेकर ठन गई… अक्षय प्रताप का अंदरूनी विरोध अब राजा भैया के सामने खुलकर आने लगा… कुंडा में ढाबे पर मामूली विवाद में गुलशन यादव ने राजा भैया यूथ बिग्रेड के अध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह को गोली मार दी… कहा जाता है… कि पुष्पेंद्र सिंह अक्षय प्रताप सिंह के खास थे… और इस वजह से गुलशन और छविनाथ यादव राजा भैया की नजरों से उतर गए… राजा भैया के लिए दुश्मन हो गए….और ऐसी स्थिति के लिए दोनों अक्षय प्रताप सिंह जिम्मेदार माना
दुश्मन नंबर-3 राजीव यादव
राजा भैया के कभी खास रहे अब हैं सबसे बड़े दुश्मन
राजा भैया के दुश्मनों की लिस्ट में एक और नाम है… जो उनके कभी खास हुआ करते थे… नाम उनका राजीव यादव है… राजीव यादव राजा भैया के कभी पीआरओ हुआ करते थे… अक्षय प्रताप सिंह की वजह से राजीव यादव सीबीआई में खाद्यान्न घोटाले के मुख्य गवाह बन गया… राजीव यादव ने खाद्यान्न घोटाले में गवाह बनकर राजा भैया से सीधी दुश्मनी ठान ली… कहा जाता है… कुंडा से लेकर प्रतापगढ़ तक चर्चा है… उनके खास सिपहसालार राजा भैया के दुश्मन बने तो सिर्फ अक्षय प्रताप के व्यवहार की वजह से… कहा जाता है अक्षय प्रताप सिंह अपने आगे किसी को खास बनने का मौका नहीं देना चाहते थे
दुश्मन नंबर-4 मनोज तिवारी
राजा भैया के कभी खास रहे अब हैं सबसे बड़े दुश्मन
राजा भैया का वो खास जो दुश्मनों की लिस्ट में चौथे नंबर पर है… उसका नाम मनोज तिवारी है… जो अब सार्वजनिक मंचों से राजा भैया के खिलाफ खुलकर बोलते हैं… अक्षय प्रताप सिंह को निशाने पर लेने से हिचकते नहीं हैं… मायावती शासन में राजा भैया और अक्षय प्रताप को जेल भिजवाने वाले मनोज तिवारी भी राजा भैया के खास सिपहसालार माने जाते थे… लेकिन राजा भैया पर कोतवाली में जानलेवा हमला जब हुआ… तो उस हमले का आरोप लगा मनोज तिवारी को जेल भेज दिया गया…प्रतापगढ़ में चर्चा है… मनोज तिवारी को जेल भिजवाने में मनोज तिवारी ने अहम भूमिका निभाई थी…
दुश्मन नंबर-5 ज्ञानेंद्र सिंह
राजा भैया के कभी खास रहे अब हैं सबसे बड़े दुश्मन
राजा भैया के दुश्मनों की लिस्ट पांचवें नंबर पर ज्ञानेंद्र सिंह है… जिसे खास से राजा भैया के दुश्मनों की लिस्ट में लाने में अक्षय प्रताप सिंह की भूमिका मानी जाती है… ज्ञानेंद्र सिंह अखिलेश सरकार में राजा भैया के मंत्री बनने के बाद उनके पीआरओ रहे… जो अब तकरीबन तीन माह से राजा भैया से अलग हो गए… अब वो सिर्फ वकालत और अपने व्यवसाय में तल्लीन हैं… ज्ञानेंद्र सिंह राजा भैया परिवार यानी भानवी सिंह समेत राजपरिवार के सलाहकार माने जाते रहे… राजा भैया और उनके परिवार को हर विषम परिस्थितियों में साथ दिया… लेकिन अक्षय प्रताप से उनकी नहीं बनी तो वो राजा भैया से अलग हो गए… अक्षय प्रताप सिंह गोपालजी पर लगातार राजा भैया के कभी करीबी और अब धुर विरोधी ये आरोप लगाते रहते हैं कि वो अभद्र भाषाओं का इस्तेमाल करते हैं… राजा भैया के रिश्तेदार और सबसे करीबी होने की वजह से अपने दबदबे से दबाव बनाते हैं… जिसमे मान सम्मान को खतरा पैदा होते ही राजा के करीबी अपनी राहें जुदा कर लेते हैं… कुंडा में बगावत की हवा देने वाले कभी राजा भैया के खास रहे हैं… हालांकि अक्षय प्रताप को राजा भैया ने कभी नही छोड़ा… सब अलग होते रहे और अक्षय प्रताप खास होते रहे… अब राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह ने अक्षय प्रताप को जेल भिजवाने को ठान ली… तो राजा भैया अपनी पत्नी का साथ नहीं दे रहे… बल्कि अक्षय प्रताप के साथ खड़े नजर आ रहे हैं