ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा के बादलपुर थाना एरिया के अच्छेजा गांव की एक युवती के अपहरण की बात कहकर उसके परिजन ने शुक्रवार को सड़क जाम करके खूब हंगामा किया। हालांकि पुलिस जांच में शनिवार को मामला फर्जी निकला है। 24 घंटे में ही लड़की को अनिमेष तिवारी निवासी पांडेय खास, राधा कुंड, गोंडा से बरामद कर लिया है। पूछताछ करने पर पता चला कि युवती मर्जी से अपने गोंडा निवासी प्रेमी के पास गई थी।
पुलिस के अनुसार लड़की बुधवार को ही चली गई थी और घरवालों ने सोची-समझी योजना के तहत एक दिन बाद इसको अपहरण का रूप दे दिया। इस फर्जी अपहरण की पटकथा युवती के चाचा ने रची थी, जो दिल्ली में एएसआई हैं। नोएडा सेंट्रल के एडिशनल डीसीपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि सोनू नाम का लड़का है, जिसने सबसे पहले अपहरण की सूचना दी।
चौकी इंचार्ज और एसीपी सुबह मौके पर पहुंचे। जहां-जहां सीसीटीवी कैमरा था, उसके सीसीटीवी फुटेज खंगाली और उस दौरान कोई वैन नजर नहीं आई। गलत सूचना देने और इस घटना को क्रिएट करने वालों पर विधिक कार्रवाई होगी। बड़ी बात यह है कि इस सारे प्रकरण में बच्चों का इस्तेमाल किया गया और उनका ब्रेनवॉश किया गया।
दरअसल शुक्रवार सुबह अपने भाई-बहनों के साथ टहलने निकली युवती के अपहरण की खबर के बाद पुलिस में हड़कंप मच गया। बादलपुर थाने में सादोपुर निवासी युवती के पिता अजय पाल सिंह ने तहरीर दी कि उनकी बेटी बीएससी की छात्रा है। वह सुबह अपने दो भाई-बहनों के साथ टहलने गई थी जिसका अज्ञात नकाबपोश कार सवारों ने अपहरण कर लिया। पुलिस ने पांच टीमों का गठन किया। युवती के परिजन ने गुरुवार के दिन रोड जाम किया था। पुलिस ने युवती के परिजनों को बरामदगी का 24 घंटे का समय दिया था।
युवती की सीडीआर खंगालने पर मिला गोंडा का सुराग
पुलिस ने युवती के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली तो पता चला वह एक नंबर पर लंबी बात करती थीं। अपहरण से एक दिन पहले भी उस नंबर पर बात की गई। बुधवार को युवती का नंबर गाजियाबाद, सेक्टर 11 नोएडा, ग्राम नवादा दनकौर होते हुए मथुरा से आगरा एत्मादपुर में जाकर बंद हो गया। दूसरे नंबर की लोकेशन गोंडा मिली।
एक दिन बाद अपहरण की शिकायत
पुलिस ने बताया कि युवती अपने घर से बुधवार की दोपहर को चली गई थी। युवती के पिता ने बदनामी से बचने के लिए अपहरण का झूठा केस थाने में एक दिन बाद गुरुवार को दर्ज कराया। युवती के परिजन ने पुलिस पर केस में लापरवाही का आरोप लगाते हुए रोड जाम किया। पुलिस ने 24 घंटे में बरामदगी का आश्वासन देते हुए किसी तरह जाम खुलवाया।
एक-एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा
पुलिस ने बताया कि युवती के गोंडा निवासी अनिमेष तिवारी से प्रेम संबंध हैं। युवती मर्जी से प्रेमी के पास गोंडा गई थी। पुलिस की पूछताछ पर भी युवती ने युवक के साथ रहने की इच्छा जताई। जनपद गोंडा के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उन्होंने भी तीन टीमों का गठन किया था। नोएडा और गोंडा पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर युवती को सकुशल बरामद किया। सकुशल बरामदगी को लेकर नोएडा और गोंडा पुलिस को गृह विभाग ने एक-एक लाख का नगद इनाम देने की घोषणा की।
झूठी सूचना फैलाने वालों पर शिकंजे की तैयारी
झूठी सूचना देने पर युवती के पिता पर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। डीसीपी महिला और बाल सुरक्षा वृंदा शुक्ला का कहना है कि पुलिस प्रशासन को अपहरण की झूठी कहानी बताकर बच्चों को आगे कर पुलिस को गुमराह किया है। जैसे हाइवे को जाम किया और मीडिया और सोशल मीडिया से पुलिस के प्रति अविश्वास की स्थिति पैदा की गई, उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।
शाम 7 बजे ही पता चल गया था कि युवती गोंडा में है
नोएडा पुलिस ने गुरुवार शाम 7 बजे ही यह तथ्य जुटा लिए थे कि छात्रा का अपहरण नहीं हुआ है और वह अपने जानकार के साथ गई है और गोंडा में है। इसके बाद एक एसआई और 4 कॉन्स्टेबल की टीम गोंडा के लिए रवाना हुई। टीम जब शुक्रवार रात 8 बजे आगरा पहुंच गई तब पुलिस अधिकारियों ने ऐतिहातन गोंडा पुलिस को सूचना दी। इसके बाद टीम जब गोंडा के राधाकुंड मुहल्ले में उस घर के बाहर पहुंची, जहां छात्रा और उसका प्रेमी मौजूद था, तब गोंडा पुलिस से संपर्क किया।
युवक के साथ गोंडा जाने के लिए घर से निकलने के साथ ही छात्रा ने अपना मोबाइल नंबर जो था, उसे बंद कर दिया था। हालांकि उसके पास एक और नंबर था। इस नंबर की जानकारी घरवालों को भी नहीं थी। नोएडा पुलिस की टेक्निकल टीम और पुलिस अधिकारियों की जांच में यह दूसरा नंबर कुछ ही घंटों में तलाशा गया। उसी नंबर पर पुलिस की जांच बढ़ी तो लोकेशन गोंडा की मिल गई। नोएडा पुलिस इन दोनों की तलाश में रवाना हो गई। सूत्रों की माने तो पुलिस ने गुरुवार को शाम 7 बजे ही यह कंफर्म कर लिया था कि अपहरण नहीं हुआ है। छात्रा अपने प्रेमी के साथ गई है।