Uttarakhand की बेटी ने अपनी हिम्मत और हौसले से बना दिया रिकॉर्ड | पहाड़ की बहादुर बेटी ने मिलेट साइकिल रैली में बनाया रिकॉर्ड…

पहाड़ की इस होनहार बेटी ने रचा इतिहास
उत्तराखंड की बेटी ने अपनी हिम्मत और हौसले से बना दिया रिकॉर्ड
पहाड़ की बहादुर बेटी ने मिलेट साइकिल रैली में बनाया रिकॉर्ड
देश में पहली बार हुआ था मिलेट साइकिल रैली का आयोजन

देश में पहाड़ों की बेटियों ने अक्सर नाम ऊंचा किया है…कभी खेल में तो कभी पढ़ाई लिखाई में…और अब एक बार फिर पहाड़ की एक बेटी ने एक रिकॉर्ड अपने नाम कर देशभर का ध्यान अपनी ओर खींचा है….और इस बार ये कीर्तिमान स्थापित किया है उत्तराखंड की एक साहसी बेटी ने…जिसने अपने हौसले और जज्बे के सहारे देश की सबसे लंबी मिलेट साइकिल रैली में रिकॉर्ड बनाया है और यहां दिलचस्प बात ये है कि ये देश की पहली मिलेट साइकिल रैली थी और उत्तराखंड की इस बेटी ने पहली बार में ही रिकॉर्ड बनाकर इतिहास रच दिया है….तो चलिए इस वीडियो में आपको मिलवाते हैं उत्तराखंड की इस बहादुर बेटी से…और ये भी बताते हैं कि आखिर ये मिलेट साइकिल रैली होती क्या…सब बताएंगे आपको बस आप हमारे इस वीडियो को आखिर तक देखते रहें….
खबर की शुरूआत करते हैं इस रैली के नाम से…कि आखिर ये मिलेट साइकिल रैली होती क्या है…दरअसल हाल ही में मिलेट क्रांति नाम का छोटा सा शब्द देशभर में चर्चा का विषय बन गया है। तब से ही लोग इस मिलेट साइकिल रैली और मिलेट शब्द के बारे में जानना चाह रहे थे तो चलिए हम आपको बताते हैं कि आखिर ये मिलेट क्रांति होता है? दरअसल

मिलेट क्रांति का मतलब है मोटे अनाजों के रख रखाव, खानपान, तथा व्यवसायिक उत्पादन हेतु स्वयं सहायता समूहों तथा ग्रामीण लोगो में जागरूकता के लिए छेड़ा गया अभियान।

और अब इसी मिलेट क्रांति में उत्तराखंड का नाम भी सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया है। ये सब कुछ संभव हो सका है पहाड़ की एक होनहार बेटी की हिम्मत और हौसले की वजह से…तो चलिए इसी होनहार बेटी और मिलेट साइकिल रैली के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं
दरअसल हाल ही में देश की सबसे लंबी और पहली मिलेट क्रांति साइकिल रैली का समापन हो गया….जो देश की पहली अनोखी साइकिल रैली है जिसने तीन दिनों में लगभग 300 किमी की दूरी तय कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।

देहरादून में “नथुली महिला सशक्तिकरण संस्था” की संस्थापक सुमन नैनवाल ने इसकी शुरुआत की है।
सुमन पेशे से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। सुमन ने अपने पहाड़ प्रेम को लेकर भारत की प्रथम औ सबसे लम्बी मिलेट क्राँति साइकिल रैली -300 किमी का आयोजन करने की पहल की है।
शुक्रवार 14 अप्रैल को देहरादून मुख्यमंत्री आवास से शुरू हुई साइकिल रैली पहले दिन ऋषिकेश होते हुए श्रीनगर में पहुँची।
दूसरे दिन श्रीनगर से रवाना होते हुए रुद्रप्रयाग और फिर दूसरे दिन का विश्राम हॉलीडेज होम कर्णप्रयाग में हुआ।
तीसरे दिन सुबह 6 बजे मिलेट क्राँति साइकिल रैली कर्णप्रयाग स्थित हॉलीडेज होम से अपने अन्तिम पड़ाव मुन्दोली के लिए निकली।

और इस साइकिल रैली के दौरान आम जनता को मिलेट उत्पादों के प्रति जागरूक करने के साथ ही मिलेट्स खेती के प्रति प्रोत्साहित भी किया गया।
बता दें कि भारत सरकार के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किया है। देश में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इसकी सार्थक पहल की गई है। उत्तराखण्ड में मोटे अनाज का उत्पादन अधिक होने के बावजूद कम जागरूकता है, इसी लिए चमोली ज़िले की बेटी नथुली संस्था की संस्थापिका सुमन नैनवाल ने यह बीड़ा उठाया है उन्होंने इस रैली का आयोजन कर ग्रामीणों को मोटे अनाजों के प्रचार प्रसार के लिए प्रेरित करने के साथ ही उन्हें इसका मार्केट उपलब्ध कराने का भी फैसला लिया है। इस रैली के दौरान संस्था की संस्थापक सुमन नैनवाल द्वारा ग्रामीणों को मोटे अनाजों के बेहतर रख रखाव और देश तथा विदेशो में बढ़ती डिमांड के लिए नए तौर तरीके बताये गए…जिसमें फसल की गुणवत्ता के आधार पर अन्न की ग्रेडिंग करके, पैकजिंग और उचित बाजार की तलाश करना सबसे मेन काम है…दरअसल ये पूरी कोशिश जनता और किसानों के लिए है जिसमें किसानों को अच्छा उत्पादन और सही बाजार मिल सके और जनता को अच्छी क्वालिटी खाना मिल सके…और इस कोशिश में सबको जुड़ने की जरूरत है….आपको हमारी ये खबर कैसी लगी हमें कमेंट कर जरूर बताएंगे साथ ही उत्तराखंड से जुड़ी हर खबर के लिए हमारा चैनल भी सब्सक्राइब कर लें…शुक्रिया