लखनऊ: कोविड -19 यानि कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रदेश की योगी सरकार पूरी तरह से मुस्तैद है। सरकार कोरोनावायरस को किसी भी कीमत पर थर्ड स्टेज में नहीं पहुंचने देना चाहती है। इसी के मद्देनजर यूपी के 27 जिले लॉकडाउन हैं। जिससे जनता किसी प्रकार की लापरवाही न बरतें । इसी कड़ी में लॉकडाउन को लेकर योगी सरकार ने एक और बड़ा निर्णय लिया है। जिसके मुताबिक अब इमरजेंसी सेवाओं के पास जारी किये जाएंगे। यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान रोजमर्रा के सामानों की सप्लाई में कोई दिक्कत न हो सरकार इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इसीलिए अब इमरजेंसी सेवाओं के पास जारी करने की व्यवस्था की जा गई है। बिना पास के मिल रहे ऐसे लोग जो लापरवाही बरतते हुए बाहर निकल रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त ऐक्शन लिया जाएगा। कल से आजतक 350 FIR दर्ज हुई हैं, इसके अलावा कालाबाजारी करने वालों की भी अब खैर नहीं ऐसा करते पकड़े जाने पर रासुका के तहत कार्रवाई होगी।
वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ निर्देश जारी करते हुए कहा कि गुड्स की सप्लाई करने वाले वाहनों को रोका न जाए। प्रदेश में आवश्यक खाद्य सामग्री की किसी भी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पैरा मेडिकल स्टाफ की छात्र और छात्राओं को वापस बुलाकर उन्हें ट्रेनिंग दी जाए। इसके साथ ही जो लोग क्वारनटाइन और कोरोना पॉजिटिव हैं, लेकिन उनका रवैया असहयोगात्मक है, ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। वहीं करीब 6 लाख श्रमिकों को एक-एक हजार रुपए मिलेंगे। सीएम के आदेश पर सभी पेंशनधारकों को 3 महीने की पेंशन एडवांस मिलेगी।