फिरोजाबाद में शनिवार को आजादी के अमृत महोत्सव के कार्यक्रम में शामिल होने आए आगरा जोन के एडीजी राजीव कृष्ण ने पुलिस लाइन की मेस का भी निरीक्षण किया। खाने की गुणवत्ता को खुद परखा और खाना खाने वाले सिपाहियों से बातचीत भी की। मीडिया से वार्ता के दौरान कहा पुलिस कर्मियों के वेलफेयर का ध्यान रखना हमारी जिम्मेदारी है। सिपाही मनोज के द्वारा सवाल उठाए जाने पर एडीजी ने कहा पुलिस कर्मी ने सवाल उठाए थे उसी के तहत भोजन देखा। भोजन मेन्यू के अनुसार है और गुणवत्तापूर्ण है।

पुलिस कार्यालय सम्मन सेल  में तैनात सिपाही मनोज कुमार का मेस के भोजन की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। मामले में एसएसपी आशीष तिवारी सीओ लाइन हीरालाल कनौजिया व सीओ सिटी अभिषेक श्रीवास्तव से जांच करा रहे है। सिपाही मनोज कुमार अवकाश पर हैं। हालांकि पुलिस अधिकारियों का रुख और सूत्रों के अनुसार, ऐसा लगा रहा है कि सिपाही मनोज के खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्रवाई हो सकती है। 

मेस पहुंचे एडीजी

शनिवार को मेस के भोजन की जांच के बाद एडीजी बोले, पुलिस कर्मियों को मेस का जो खाना परोसा जाता है उसकी गुणवत्ता को एक राजपत्रित अधिकारी खुद सेवन करके चेक करता है। यहां पर एक दो नहीं करीब 250 कांस्टेबल का खाना तैयार होता है। जहां तक हमारे सिपाही मनोज कुमार के द्वारा मेस के खाने की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं उसकी जांच एसएसपी फिरोजाबाद आशीष तिवारी ने सीओ को सौंपी है।

सिपाही को लेकर जाते पुलिसकर्मी

सिपाही मनोज को जबरन अवकाश पर भेजने के सवाल पर एडीजी ने कहा कि किसी को जबरन अवकाश पर नहीं भेजा है बल्कि वह अवकाश पर गया है। पुलिस कर्मियों को सीख देते हुए कहा कि पुलिस अनुशासित बल है,ऐसा कोई घटनाक्रम होने का जनता पर सीधे असर पड़ता है। पुलिसकर्मी अपनी बात रखने के अन्य तमाम माध्यम हैं, उनके माध्यम से अनुशासित ढंग से अपना पक्ष रखें। ताकि उसका हल किया जा सके।

फूट-फूटकर रोया सिपाही

बता दें पुलिस कार्यालय के सम्मन सेल में तैनात सिपाही मनोज कुमार का मेस के खाने पर सवाल उठाते हुए का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ था। सिपाही इस दौरान रोटी दिखाते हुए कह रहा था कि आखिर ऐसे खाना कैसे खाऊं। विज्ञापन

सिपाही के हाथों में भोजन की थाली

एसएसपी आशीष तिवारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच सीओ लाइन हीरालाल कनौजिया को सौंपी है।