कानपुर के साढ़ थाना की भीतरगांव पुलिस चौकी के एक गांव निवासी दुष्कर्म पीड़िता विधवा ने रविवार सुबह घर पर ही स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। विधवा ने जेठ पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। सुनवाई न होने पर पीड़िता ने उच्चाधिकारियों की चौखट खटखटाई थी। जिसके बाद चार सितंबर को आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज हुई थी।

आरापी जेठ अभी भी खुलेआम घूम रहा है। भीतरगांव चौकी के एक गांव निवासी महिला ने बताया कि पति के निधन के बाद तीन बेटों के साथ घर में अकेले ही रहती थी। आरोप है कि इसी का फायदा उठाते हुए जेठ ने दुष्कर्म किया। इसके बाद आरोपी लगातार हवस का शिकार बनाता रहा। जिससे वह गर्भवती हो गई।
आरोपी ने पुलिस के सामने मुंह खोलने पर पीड़िता के बच्चे को अगवा कर जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़िता ने न्याय की आस में भीतरगांव चौकी और साढ़ थाना के कई चक्कर लगाए। तत्कालीन चौकी प्रभारी विनोद मिश्रा ने कार्रवाई करने के बजाय पीड़िता पर ही दबाव बनाकर आरोपी जेठ को छोड़ दिया। शनिवार को पीड़िता को भीतरगांव सीएचसी में भर्ती कराया गया।

जहां से महिला चिकित्सक ने डिलीवरी में समय होने के बात कहकर वापस कर दिया। पीड़िता ने घर पर ही रविवार सुबह बच्चे को जन्म दिया। मां के मुताबिक जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं। साढ़ थाना प्रभारी सतीश राठौर ने बताया कि पीड़िता के प्रसव की जानकारी है। पीड़िता के स्वस्थ होते ही बयान दर्ज कराए जाएंगे। साथ ही डीएनए जांच प्रक्रिया भी पूरी होगी।

न चिकित्सीय परीक्षण, न दर्ज किए बयान
आईजी के आदेश पर साढ़ थाने में आरोपी जेठ के खिलाफ बीते चार सितंबर को बलात्कार समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इसके बाद भी न तो पीड़िता का चिकित्सीय परीक्षण कराया और न ही 164 बी के तहत बयान तक दर्ज कराए। मामले में आरोपी की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है।