कानपुर में एक हॉस्टल में लड़कियों का नहाते हुए वीडियो बनाने का मामला सामने आया था। इसमें खुलासा हुआ है कि काकादेव के जिस मकान में साईं निवास गर्ल्स हॉस्टल चल रहा है उसका मकान मालिक कोई और है। उसे चला कोई और रहा है और मकान के बाहर एक एसपी की नेम प्लेट लगी है, जो बुलंदशहर में तैनात हैं। रावतपुर पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
हॉस्टल के बाहर सुरेंद्र नाथ तिवारी, पुलिस अधीक्षक कानपुर के नाम का बोर्ड लगा हुआ था। इसमें सबसे ऊपर अस्थायी निवास भी लिखा है। ऐसे में आशंका हुई कि हॉस्टल कहीं उनका तो नहीं है। वहीं इस संबंध में सुरेंद्र नाथ तिवारी का कहना है कि उनकी कानपुर में तैनाती तो रही है, लेकिन वह कभी उस मकान में रहे नहीं।
वर्तमान में वह बुलंदशहर में एसपी सिटी हैं। उन्होंने बताया कि हॉस्टल से उनका कोई संबंध नहीं है। बोर्ड किसने और क्यों लगाया ये नहीं पता। एसीपी कल्याणपुर दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला कि गर्ल्स हॉस्टल का मालिक शशि सोमानी है।इन्होंने उस मकान को लीज पर मनोज पांडेय को दे रखा था। ऐसे में एसपी का नंबर प्लेट मिलना जांच का विषय है। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

कर्मचारी की कई बार की गई थी शिकायत
पीड़ित छात्राओं ने बताया कि आरोपी आए दिन कमरों में ताकझांक करता था। दरवाजा खुला होने पर साफ सफाई और कूड़ा उठाने का बहाना लेकर अचानक आ जाता था। इसकी शिकायत उन्होंने कई बार हॉस्टल की वार्डेन और संचालक से की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती थी।

हॉस्टल के कैमरे निकले खराब
हॉस्टल में लगे सारे सीसीटीवी कैमरे खराब मिले। ऐसे में हॉस्टल की सुरक्षा राम भरोसे ही चल रही थी। हॉस्टल में 70 छात्राएं होने के बावजूद वहां कोई सुरक्षा कर्मी तैनात नहीं था।अब तक की जांच में पता चला कि मकान एसपी का नहीं है। उनका नंबर प्लेट किसने और कब लगाया। जांच की जा रही है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।