प्रदेश के पशुधन, दुग्ध विकास और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह का कहना है कि गोमूत्र में गंगा का वास है। इसके छिड़काव मात्र से ही बाधाएं नष्ट हो जाती हैं। प्रदेश सरकार की कोशिश गोवंश के सरंक्षण के साथ दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने की है। पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह शनिवार को मथुरा पहुंचे थे। उन्होंने कलक्ट्रेट में विभागीय कार्यों की समीक्षा की। इसके बाद पत्रकार वार्ता में यह बयान दिया।
उन्होंने कहा कि गो संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने नई दुग्ध नीति के तहत छूट का प्रावधान किया है। सरकार गाय के बछिया एवं मुर्रा भैंस के ही पैदा होने का सीमन निशुल्क दे रही है। इससे काफी दुग्ध उत्पादन बढ़ेगा। उन्होंने गो आधारित खेती को अपनाने के लिए सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। पशुधन मंत्री ने देशी गाय के संरक्षण और उसके पांच उत्पादों को अमृत बताया।
अपंजीकृत मदरसों पर फैसला जल्द
मदरसों के सर्वे पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि प्रदेश में करीब 7500 मदरसे बिना मान्यता संचालित मिले हैं। इनको लेकर जल्द निर्णय लिया जाएगा। सर्वे रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि मदरसों के छात्रों के एक हाथ कुरान तो दूसरे हाथ में लैपटॉप देने की योजना है। उन्होंने कहा कि वफ्फ की संपत्तियों से अवैध कब्जे हटवाकर वहां स्कूल, कॉलेज अस्पताल आदि बनाएंगे।
इस दौरान पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह मथुरा स्थित वेटरनेरी यूनिवर्सिटी में मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद चार साल में दो कॉलेजों के सवाल पर चुप्पी साध गए। वह पशुपालन मंत्रालय द्वारा वेटरनेरी फार्मेसी के लिए कोई नीति न बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इन बिंदुओं की जानकारी करेंगे। इस दौरान महापौर मुकेश आर्यबंधु, डीएम पुलकित खरे, सीडीओ मनीष मीणा आदि रहे।