माफिया मुख्तार अंसारी के पुत्र व मऊ सदर विधानसभा सीट से विधायक अब्बास अंसारी की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रहीं। जहां प्रयागराज में आय से अधिक संपत्ति के मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया है। वहीं रविवार को सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने उन्हें पार्टी का नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी का नेता बताया।
ओमप्रकाश राजभर नगर के गाजीपुर तिराहा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती एक युवक को देखने पहुंचे थे। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मऊ सदर से अब्बास अंसारी सुभासपा के सिंबल पर चुनाव जरूर लड़े, लेकिन वे समाजवादी पार्टी के नेता और प्रत्याशी थे।
उन्होंने बताया कि गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी ने उन्हें 12 सीटें दी थी। जिनमें से एक अब्बास अंसारी का भी था । ऐसे में अब्बास को पार्टी से निकालने के सवाल पर कहा कि यह हमारा काम नहीं, चुनाव आयोग का काम है। बाकी समाजवादी पार्टी क्या करती है इस बारे में कुछ नहीं कहना है। अपने बयानों से हमेशा चर्चा में बने रहने वाले ओमप्रकाश राजभर ने फिर ऐसा बयान दे दिया जिससे सियासी पारा चढ़ना तय है। मालूम हो कि माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को ईडी ने गिरफ्तार किया है। इसके बाद ओमप्रकाश राजभर ने पलटी मारते हुए अपने ही विधायक अब्बास अंसारी से किनारा करना शुरू कर दिया है।
लोकसभा चुनाव 2024 होगा काफी रोचक
टिकट के लिए पैसे लेने के आरोप पर उन्होंने कहा कि सुभासपा में किसी भी प्रत्याशी से कोई पैसा नहीं लिया गया। अलबत्ता कई प्रत्याशी ऐसे थे जो बेहद गरीब थे। उन्हें पार्टी द्वारा पैसा देकर चुनाव लड़ाया गया। भारतीय जनता पार्टी से नजदीकियों के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारा संबंध से सभी दलों और उनके नेताओं से है। समय-समय पर संबंधों का निर्वहन भी किया जाता है। उन्होंने कहा कि सुभासपा लोकसभा चुनाव 2024 के लिए तैयारी में जुटी हुई है। कहा लोकसभा चुनाव काफी रोचक होने वाला है।