पार्षद जुबैर हत्याकांड का खुलासा करने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। पुलिस के बाद जुबैर की पत्नी फातिमा ने हत्यारों का पता बताने वालों को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। कहा है कि पुलिस ने जल्द खुलासा नहीं किया, तो वह बीच इद्दत से उठकर धरने पर बैठ जाएगी।

शास्त्री नगर स्थित संतोष हॉस्पिटल के पास निगम पार्षद जुबैर अंसारी की 28 अगस्त को बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस का दावा है कि जुबैर प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते थे। देहरादून की 1.67 करोड़ की विवादित जमीन को लेकर हत्या की गई।

पुलिस का दावा करीबी ने कराई हत्या
मेरठ नगर निगम के वार्ड 80 के पार्षद जुबैर की हत्या करीबी ने ही कराई है। इस पर पुलिस का शक गहरा गया है। जमीन से जुड़े विवादों के साथ-साथ पुलिस ने जुबेर के परिवार की भी कुंडली जानी। इसमें पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं।

पुलिस को जो सीसीटीवी कैमरे की फुटेज मिली। इसमें दोनों बदमाश बाइक पर हापुड़ रोड पर घूमते हुए दिखाई दे रहे हैं। बदमाशों ने सटीक रेकी के बाद इस वारदात को अंजाम दिया। परिवार और रिश्तेदार भले ही जमीन से जुड़े विवादों में जुबेर की हत्या होना बता रहे हो, लेकिन पुलिस दूसरे बिंदू पर भी गहनता से जांच कर रही है।

क माह बाद भी नहीं हुआ खुलासा
हालांकि एक माह बाद भी पुलिस हत्याकांड का खुलासा नहीं कर पाई है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने हत्यारों का सुराग देने वाले को 25 हजार का इनाम देने की घोषणा एक सप्ताह पहले की थी। इसके बावजूद किसी ने कोई सूचना पुलिस को नहीं दी।

इद्दत पर बैठी जुबैर की पहली पत्नी फातिमा ने बुधवार को अपने भाई गुड्डू को एसएसपी ऑफिस पर भेजा। शिकायती पत्र दिया कि एक महीने में भी उसके पति के हत्यारे पकड़े नहीं जा सके हैं। हत्यारों का पता बताने वाले को पीड़ित परिवार एक लाख रुपये देगा। फातिमा ने कहा कि इद्दत में बोलने पर भी मनाही है, बावजूद उनको बोलना पड़ रहा है। पुलिस ने जल्द खुलासा नहीं किया, तो इद्दत बीच ही में छोड़कर वह चारों बच्चों को लेकर धरने पर बैठ जाएगी।
क आरोपी के बेटे ने की आत्महत्या
वहीं इस मामले में एक आरोपी के बेटे ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। शास्त्रीनगर सेक्टर-13 निवासी हाजी फतेहयाब के खिलाफ डकैती और अन्य कई गंभीर अपराध में थानों में केस पंजीकृत हैं। फिलहाल वह लिसाड़ीगेट में डकैती के मुकदमे में वांछित भी चल रहा है। पार्षद जुबैर की हत्या में भी फतेहयाब को पुलिस मुख्य आरोपी मानकर जांच कर रही थी। फतेहयाब को पुलिस अब जेल ही भेजेगी, इसका अंदेशा पूरे परिवार को था। 

पिता डकैती और हत्या के मामले में जेल जा सकता है। अब इसे लेकर फतेहयाब को बेटा सालिम तनाव में था। वह एलएलबी फाइनल का स्टूडेंट था। इसके चलते उसने सारी जानकारी जुटा ली। जुबैर की हत्या में फतेहयाब पुलिस हिरासत में था। फोरेंसिक टीम ने पिस्तौल को कब्जे में लिया, जोकि अवैध थी। पुलिस को एक मौके से कारतूस मिला।

पुलिस का दावा कि .32 बोर की पिस्टल से सालिम ने खुदकुशी की है। .32 बोर की अवैध पिस्टल से ही बदमाशों ने जुबैर की हत्या की है। इसको लेकर पुलिस अधिकारी हैरान रह गए। पुलिस गहनता से जांच कर रही कि कहीं दोनों घटना में एक ही पिस्तौल इस्तेमाल तो नहीं हुई। हालांकि पुलिस पूरे मामले जल्द ही चौंकाने वाले खुलासे करने की बात कह रही है।