7 शिकायतें, 5 आरोप और अब फिर धरना… Vinesh Phogat, Sakshi Malik, Bajrang Punia के सामने Brij Bhushan Sharan Singh…

पहलवानों ने फिर संभाला मोर्चा… बृजभूषण शरण सिंह को फिर घेर लिया… अब फिर से हो रही चर्चा
7 शिकायतें, 5 आरोप और अब फिर धरना… विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया के सामने ब्रजभूषण शरण सिंह
फिर सजा जंतर मंतर पर भारत के दिग्गज पहलवानों का अखाड़ा… ब्रजभूषण शरण सिंह और पहलवानों के बीच ‘कुश्ती’ की पूरी कहानी क्या है?

कुश्ती के खिलाड़ियों और कुश्ती महासंघ के बीच विवाद फिर जोर पकड़ रहा है. तीन महीने पहले कुश्ती महासंघ और इसके अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह पर पहलवानों ने आरोप लगाए थे… उनके आरोपों के बाद एक जांच कमेटी भी बैठाई गई थी, लेकिन पहलवानों का कहना है कि कमेटी की रिपोर्ट की उन्हें कोई जानकारी नहीं है… और अब फिर को पहलवान जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए… अबकी बार ठानकर आए हैं… धरना तब तक जारी रहेगा… जबतक कार्रवाई नहीं होगी…

विनेश फोगाट, साक्षी और बजरंग पूनिया के साथ बैठ पहलवानों ने कुश्ती फेडरेशन के खिलाफ हुंकार भरी और ऐलान किया हैजब तक न्याय नहीं मिल जाता, वह यहां जंतर-मंतर पर रहेंगे…. सारे पहलवान पूछ रहे हैं… ये इतना सेंसेटिव केस है, लेकिन इसमें देरी क्यों हो रही है, ये समझ से परे है…आरोपों की जांच के लिए कमेटी बैठाई गई थी, लेकिन कमेटी ने क्या जांच की और उस जांच में क्या निष्कर्ष निकला, ये अभी सामने नहीं आया है… खिलाड़ी कह रहे हैं कि हैरेसमेंट हो रहा है, तीन महीने से मेंटल टॉर्चर से जूझ रहे हैं. हम नहीं सुरक्षित हैं तो फिर कौन सुरक्षित है….मंत्रालय और कमेटी से तीन महीने से जवाब मांगने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन न वक्त मिल रहा है और न ही जवाब… पता नहीं WFI अध्यक्ष ब्रजभूषण को बचाने के लिए कौन लोग उनका साथ दे रहे हैं… अब जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता, हम इधर ही रहेंगे, इधर ही सोएंगे… पहलवानों को उम्मीद थी उन्हें न्याय मिलेगा… जो नहीं मिला तो फिर से धरना प्रदर्शन…
कमेटी की रिपोर्ट से जुड़े एक और प्रश्न के जवाब में विनेश फोगाट ने कहा कि, कमेटी की रिपोर्ट सबमिट हो गई, लेकिन रिपोर्ट में क्या है कमेटी को बताना चाहिए… कमेटी क्या कर रही है, क्या नहीं हमें नहीं पता…

आपको बता दें 18 जनवरी 2023 को कुश्ती महासंघ और पहलवानों का ये विवाद सामने आया था… जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक समेत कई दिग्गज पहलवान इकट्ठा हुए थे…. उस दिन भी शाम 4 बजे कुश्ती खिलाड़ियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे… ब्रजभूषण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने प्रमुख तौर पर पांच आरोप लगाए हैं…

  1. यौन शोषण
  2. तानाशाही-मनमानी
  3. अपशब्दों का प्रयोग
  4. मानसिक प्रताड़ना
  5. आवाज उठाने पर धमकाने का आरोप

आरोपों की कहानी, पहलवानों की जुबानी

विनेश फोगाट ने महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण किए जाने का मुद्दा उठाया था. उनका कहना है कि

मैं खुद यौन उत्पीड़न के 10-20 केसों के बारे में जानती हूं…

सिर्फ लखनऊ में कैंप, तानाशाही का आरोप

कई कुश्ती खिलाड़ियों का आरोप है कि भारतीय कुश्ती संघ की तानाशाही के आगे उन्हें अपमानित होना पड़ता है, जबकि वह विदेशों तक भारत का परचम लहराते हैं… एक आरोप यह भी है कि जबसे अध्यक्ष जी हैं, लखनऊ में ही कैंप क्यों लगता है….

आरोप, गाली देते हैं ब्रजभूषण सिंह

पहलवानों का आरोप था कि रेसलर फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने अपशब्दों का प्रयोग किया था और खिलाड़ियों को गाली भी दी गई थी… वो विशेष रूप से खिलाड़ी और राज्य को टारगेट कर रहे हैं…

मानसिक प्रताड़ना का शिकार हुए

खिलाड़ी विनेश फोगाट ने कहा है कि घायल होने पर कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है. नेशनल ना खेलने की बात करते हैं… उन्होंने रोते हुए कहा था कि अध्यक्ष ने मुझे खोटा सिक्का बोला था… फेडरेशन ने मुझे मेंटली टॉर्चर किया… मैं इसके बाद सुसाइड करने की सोच रही थी…

आरोप, शिकायत करने पर खिलाड़ियों को धमकाया गया

विनेश फोगाट ने ये भी कहा था कि कुश्ती संघ हमारे निजी जीवन में भी दखल देते हैं और हमें परेशान करते हैं… वो हमारा शोषण कर रहे हैं… जब हम ओलंपिक में गए थे तो हमारे पास फिजियो या कोच नहीं था…

कुश्ती महासंघ और पहलवानों के बीच का विवाद सामने दिख रहे आरोपों से थोड़ा अलग भी है… साल 2022 में एक खबर आई थी, जब कुश्ती महासंघ ने निजी और गैर-सरकारी संगठनों को पहलवानों की मदद करने पर रोक लगा दी थी… महासंघ ने कहा था कि उसे गैर सरकारी संस्थानों का हस्तक्षेप नहीं चाहिए और ये संस्थान अब पहलवानों की मदद WFI की अनुमति के बिना नहीं कर सकते हैं… लिहाजा, पहलवानों को मिलने वाली सुविधाएं जैसे मनपसंद विदेशी कोच, फिज़ियो और विदेशों में ट्रेनिंग मिलनी बंद हो चुकी थी… खिलाड़ियों को प्राइवेट स्पान्सरशिप मिलनी बंद हो गई थी… इस पूरे मामले में विवाद की एक जड़ ‘क्रेडिट’ की लड़ाई भी बताई जा रही है….

इस पूरे मामले को अगस्त 2021 में विनेश फोगाट से जुड़ी हुई एक खबर से भी देख सकते हैं, जब उन पर अनुशासनहीनत के आरोप लगे थे… भारतीय कुश्ती महासंघ ने विनेश फोगाट पर टोक्यो ओलंपिक के दौरान अनुशासनहीनता के आधार पर प्रतियोगिताओं में भाग लेने पर रोक लगा दी थी… विनेश टोक्यो ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल में हार कर बाहर हो गई थीं… विनेश ने अपने साथी खिलाड़ियों के साथ ठहरने से ही इनकार नहीं किया था, बल्कि टूर्नामेंट के दौरान उनके साथ ट्रेनिंग भी नहीं की थी… इसके साथ ही विनेश ने भारतीय दल के आधिकारिक प्रायोजक के बजाय निजी प्रायोजक के नाम का ‘सिंगलेट’ पहना था, जिससे WFI ने उन्हें निलंबित कर दिया था.

खिलाड़ियों ने आरोप लगाया है कि कुश्ती संघ में ऐसे लोग हैं, जिन्हें इस खेल के बारे में नहीं पता है… कुश्ती संघ अध्यक्ष पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप भी है… बृज भूषण शरण सिंह ने एक जूनियर पहलवान को सबके सामने थप्पड़ मार दिया था… इंटरनेशनल टूर्नामेंट के लिए विदेश जाना हो, तो अंतिम समय तक टिकट और वीज़ा के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी खिलाड़ियों को नहीं दी जाती है….पहलवानों के इन आरोपों को ब्रजभूषण सिंह नकारते रहे हैं… उन्होंने जनवरी 2023 में कहा था कि, उनके खिलाफ प्लानिंग करके आरोप लगाए गए हैं.,, इस दौरान ब्रजभूषण ने एक और बात का इशारा किया था. उन्होंने कहा था कि ‘एक भी खिलाड़ी ओलंपिक के बाद नेशनल नहीं लड़ा, ट्रायल के बाद भी फेवर चाहते हैं, ये चाहते हैं इनकी एक कुश्ती हो जाए, वजन तोड़ना पड़ता है… किसी विशेष के लिए कोई नियम नहीं होगा… वो जांच के लिए तैयार हूं.,, बहरहाल खिलाड़ियों को जिस आश्वासन के साथ धरना प्रदर्शन तोड़ने के लिए कहा था… जिसके बाद वो धरना प्रदर्शन से घर वापस गए… लेकिन तीन महीने गुजरने के बाद भी जब परिणाम हाथ नहीं लगा तो धरना प्रदर्शन जारी है…