भाजपा 2022 में वेस्ट यूपी फतेह के लिए अब नए चुनावी प्लान के साथ मैदान में उतरेगी। तीनों कृषि कानूनों की वापसी और किसान आंदोलन समाप्ति की घोषणा के बाद वेस्ट यूपी के बदले सियासी समीकरणों को भाजपा अपने पक्ष में करने में जुट गई है। मिशन वेस्ट यूपी के लिए नए प्लान को एग्जीक्यूट करने को BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा खुद मेरठ में डेरा डालेंगे।
नड्डा शनिवार को सुभारती यूनिवर्सिटी आ रहे हैं। वह यहां भाजपा पश्चिम क्षेत्र के 25 हजार बूथ अध्यक्षों के साथ सम्मेलन कर उन्हें चुनावी रणनीति समझाएंगे। माना जा रहा है कि वेस्ट यूपी में घटते जनाधार को दोबारा हासिल करने के लिए पार्टी नया चुनावी एजेंडा तैयार कर चुकी है।
वेस्ट यूपी के सभी बड़े नेताओं का लगेगा जमावड़ा
बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन में जेपी नड्डा के साथ डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, वेस्ट यूपी चुनाव प्रभारी कैप्टन अभिमन्यु सिंह, बीजेपी सह प्रभारी संजय भाटिया, संगठन महामंत्री कर्मवीर और पश्चिम के क्षेत्र अध्यक्ष मोहित बेनिवाल होंगे। सम्मेलन के लिए सड़क से लेकर सुभारती यूनिवर्सिटी के अंदर के परिसर को प्रचार पोस्टरों और बैनरों से पाटा गया है।
4 चरणों में 4 स्तरीय बैठक करेंगे नड्डा
नड्डा एक दिन में 4 अलग बैठकें करेंगे। सुभारती यूनिवर्सिटी में बूथ अध्यक्षों और होटल में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक होगी। सुभारती यूनिवर्सिटी में सबसे पहले 3 मंडलों के 14 जिलों की 71 विधानसभा सीटों के 25 हजार बूथ अध्यक्षों के साथ चुनावी प्लान साझा किया जाएगा।
दूसरे चरण में जिला अध्यक्षों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक होगी। नड्डा की तीसरी अहम बैठक 71 प्रवासी कार्यकर्ताओं और चुनाव समितियों के साथ होगी। चौथी बैठक पश्चिम क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ की जाएगी। माना जा रहा है कि मेरठ में रात्रि प्रवास भी रहेगा। संगठन के पदाधिकारियों और चुनाव समितियों के साथ आगे की रणनीति पर बात करेंगे।
बूथों पर सुलझेंगी किसानों की परेशानी
नए इलेक्शन प्लान में किसानों से सीधे संवाद, ग्रामीण यात्रा और विजय रथ यात्रा शामिल है। 15 दिसंबर को सहारनपुर से होने वाली विजय रथ यात्रा इसी का हिस्सा है। बूथ कार्यकर्ता बूथों पर जाकर किसानों को योजनाओं की जानकारी देंगे और परेशानियों को सुलझाएंगे।
किसान आंदोलन की वापसी और किसानों की मांगें मानने के बाद पार्टी का पूरा फोकस वेस्ट यूपी पर है। किसानों, जाटों की नाराजगी अब दूर हो चुकी है। ऐसे में पार्टी किसान और जाट को बीजेपी के वोट बैंक में तब्दील करना चाहती है।
वेस्ट यूपी की 120 सीटों के लिए एक हुए सपा-रालोद
वेस्ट यूपी की 120 विधानसभा सीटों पर जाट और किसान वोट बैंक सबसे ज्यादा असर डालता है। मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बुलंदशहर, गौतमबुद्ध नगर, शामली, सहारनपुर, हापुड़, बागपत इसमें प्रमुख जिले हैं। यहां जाटों का सबसे ज्यादा प्रभाव है। इन्हीं सीटों को हासिल करने के लिए सपा ने रालोद से हाथ मिलाया है। इन सीटों पर जीत के लिए बीजेपी को सबसे ज्यादा मेहनत करनी है।
2019 के लोकसभा और हालिया पंचायत चुनाव में बीजेपी को इसी पश्चिम क्षेत्र में किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा था। जिसके कारण बीजेपी का वोट प्रतिशत पश्चिम में घटा था। 2017 के विधानसभा चुनाव में भी मुरादाबाद, शामली, सहारनपुर में बीजेपी को सीटें गंवानी पड़ी थी। भाजपा के वर्चस्व वाले मेरठ में भी पार्टी एक सीट हार गई थी।
15 दिसंबर को सहारनपुर में होगी विजय रथ यात्रा
मिशन 2022 यूपी फतेह के लिए बीजेपी पांच बड़ी यात्राएं करने जा रही है। पश्चिम क्षेत्र में 15 दिसंबर को सहारनपुर से विजय रथयात्रा निकलेगी। गृहमंत्री अमित शाह इस यात्रा को संबोधित करने आ सकते हैं। विजय रथयात्रा शामली, बागपत, मुजफ्फरनगर से मेरठ होते हुए गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़ और मुरादाबाद मंडल में रामपुर तक जाएगी। यात्रा के बड़े पड़ावों में सहारनपुर, रामपुर, मेरठ सहित छह जनसभाएं होंगी।