प्रीति के साथ पिछले चार साल से लिव इन रहने वाले फिरोज लेकर उसके पिता इकबाल ने दावा किया कि उनके बेटे ने प्रीति से बकायदा कोर्ट मैरिज कर रखी थी। उनका दावा है कि इसके कुछ दिन के धर्म परिवर्तन कर प्रीति रुखसार बन गई थी और दोनों साथ रहते थे। कहा कि फिरोज की हत्या क्यों की गई इस बात की जानकारी उनको नहीं है। पुलिस का फोन आने के बाद वो थाने पहुंचे थे और पोस्टमार्टम के बाद फिरोज का शव गांव ले आए, जिसे सोमवार की देर रात सुपुर्दे खाक कर दिया गया। संभल कोतवाली क्षेत्र के गांव शहबाजपुर सूरा नगला निवासी इकबाल गाजियाबाद के लोनी इलाके में हेयर कटिंग सैलून चलाते हैं। पूरा परिवार भी वहीं किराये के मकान में रहता है। उन्होंने बताया कि उनका बड़ा बेटा फिरोज लोनी इलाके में किराये के मकान में अपनी पत्नी के साथ रहता था।
उसकी हत्या किए जाने की जानकारी सोमवार की सुबह पुलिस ने फोन करके दी। इकबाल ने बताया कि फिरोज जब प्रीति के संपर्क आया तो उन्होंने उसको रोका था। कहा था कि प्रीति की उम्र उससे अधिक है। इसके बाद फिरोज नहीं माना और उसने प्रीति के साथ कोर्ट मैरिज कर ली थी।
उन्होंने दावा किया कि कोर्ट मैरिज के बाद प्रीति ने धर्म परिवर्तन कर लिया था। इकबाल ने बताया कि सात महीने फिरोज अपने दादा के इंतकाल की खबर सुनकर गांव आया था। उसके साथ प्रीति भी आई थी और गांव में आठ दिन रहकर गई थी।
आपको बता दें कि साहिबाबाद में लिव-इन पार्टनर की हत्या में पकड़ी गई प्रीति ने पुलिस पूछताछ में विस्तार से पूरा घटनाक्रम और इसकी वजह बताई। उसने कहा कि फिरोज से जब भी शादी के लिए कहती, वह टाल जाता। उसका जवाब होता, अभी जल्दी क्या है? उसे लगा कि वह उसे धोखा दे रहा है। विज्ञापन
इसलिए, उससे जोर देकर कहा कि अब फैसला करना होगा। इस पर उसका व्यवहार बदल गया। शनिवार की रात उससे कहा था कि आखिरी बार पूछ रही हूं, शादी करनी है या ना? उसने जवाब नहीं में दिया और बोला, तू पति की नहीं हुई, मेरी क्या होगी… इसी पर झगड़ा हुआ। झगड़े के दौरान ही उसके गले पर उस्तरा मार दिया। इससे उसकी मौत हो गई।
उससे पूछताछ के हवाले से पुलिस ने बताया, प्रीति ने यह तो पहले ही ठान लिया था कि फिरोज के शादी के इंकार करने पर उसकी हत्या कर देगी, लेकिन यह नहीं सोचा था कि शव कहां और कैसे ठिकाने लगा है। इसके बारे में हत्या के बाद सोचा। उसकी साजिश शव को ट्रॉली बैग में भरकर लंबी दूरी की ट्रेन में रख देने की थी।
उसे लग रहा था कि शव दूर पहुंच जाएगा तो शिनाख्त नहीं हो पाएगी। वह बैग खरीदने के लिए फ्लैट पर ताला लगाकर गई थी। आसपास 29 फ्लैट हैं, लेकिन पुलिस के आने तक किसी को इतनी बड़ी वारदात का पता नहीं चला। लोगों का कहना था कि दोनों में कई बार झगड़ा हो चुका था, इसलिए ध्यान नहीं देते थे। दोनों में बाद में सुलह हो जाती थी।
गर्दन कटने के बाद भागा था फिरोज
प्रीति ने जब फिरोज की गर्दन रेत दी तो वह जान बचाने के लिए भागा लेकिन प्रीति ने उसे बाहर नहीं निकलने दिया। इस दौरान उसका खून फर्श पर गिरता रहा। वह रसोई में गया। यहां काफी खून गिरा। प्रीति ने बाकी जगह का खून तो साफ कर दिया, लेकिन रसोई में सफाई नहीं कर पाई।
उस्तरे से कई वार किए
प्रीति ने फिरोज की गर्दन पर ही नहीं, कई जगह वार किए। इसके निशान शव पर मिले हैं। सबसे पहले उसने गर्दन पर ही वार किया। वह जब भागने लगा तो और वार किए। पुलिस को शक है कि पहला बार उसने फिरोज के सोते समय किया होगा। हालांकि, प्रीति ने यही कहा है कि पहला बार झगड़े के दौरान किया।