आगरा के कमला नगर स्थित मणप्पुरम गोल्ड ब्रांच में डकैती ने 800 परिवारों की नींद उड़ा रखी है। 15 बदमाश पकड़े जा चुके हैं। 11.67 किलोग्राम सोना बरामद हो चुका है मगर ग्राहकों को उनका माल वापस नहीं मिला है। ग्राहक यही सोच-सोचकर परेशान हैं कि जेवरात कब वापस मिलेंगे। पितृ पक्ष के बाद त्यौहारी सीजन शुरू हो रहा है। करवाचौथ, अहोई अष्टमी और दीपावली है। उसके बाद साहलग।

कमला नगर स्थित मणप्पुरम गोल्ड ब्रांच में 17 जुलाई को दिनदहाड़े डकैती पड़ी थी। बदमाशों ने छह लाख रुपये और 19 किलोग्राम सोना लूटा था। दो बदमाश मुठभेड़ में मारे गए थे। 15 जेल हैं। एक लाख रुपये का इनामी फिरोजाबाद का हिस्ट्रीशीटर नरेंद्र उर्फ लाला फरार है। बरामद सोना अभी तक ग्राहकों को वापस नहीं मिला है। पुलिस के मालखाने में रखा हुआ है। तत्कालीन ब्रांच मैनेजर विनय कुमार ने मुकदमे में लिखाया था कि बदमाश 19 किलोग्राम सोना और छह लाख रुपये लूटकर ले गए थे।

अभी तक 11.67 किलोग्राम सोना 5.90 लाख रुपये बरामद हो चुके हैं। मुकदमे के अनुसार सात किलोग्राम से अधिक सोना अभी बरामद नहीं हुआ है। प्रारंभ में मुकदमे की विवेचना इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा ने की थी। उन्होंने बताया कि लगभग 3.5 किलोग्राम सोना ब्रांच में ही मिल गया था। बदमाश 15.5 किलोग्राम सोना लूटकर ले गए थे। 3.5 किलोग्राम से अधिक सोने के जेवरात फरार बदमाश लाला के पास हैं। इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा ने बताया कि विवेचना के दौरान मणप्पुरम गोल्ड फाइनेंस वालों ने एक शपथपत्र भी दिया था। जिसमें 3.5 किलोग्राम सोना ब्रांच में मिलने की जानकारी दी थी।

पिछले दिनों कोर्ट ने बरामद सोना रिलीज करने के आदेश कर दिए थे। इस आदेश के बावजूद सोना अभी तक थाने के मालखाने से ब्रांच तक नहीं पहुंच सका है। गोल्ड फाइनेंस के अधिकारियों से कागजात पेश करने के लिए कहा गया था। मुनिराज जी,एसएसपी कहते हैं कि सनसनीखेज वारदात में शामिल सिर्फ एक बदमाश नरेंद्र उर्फ लाला फरार है। उस पर एक लाख रुपये का इनाम है। पुलिस की टीमें लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई हैं।

अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है नरेंद्र उर्फ लाला

डकैती कांड का मास्टरमाइंड नरेंद्र उर्फ लाला आगरा पुलिस को नाच नचा रहा है। पुलिस उसकी तलाश में हजारों किलोमीटर का सफर तय कर चुकी है, लेकिन वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। बता दें कि सनसनीखेज वारदात में कमला नगर थाना पुलिस एक दर्जन से अधिक लोगों को जेल भेज चुकी है। लेकिन फिरोजाबाद का हिस्ट्रीशीटर नरेंद्र उर्फ लाला अभी तक पुलिस के हाथ नहीं आया है। पुलिस ने उसके भाई को जेल भेज दिया। रिश्तेदारों पर शिकंजा कसा मगर उसकी सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ा। वह लगातार भाग रहा है।