केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को वाराणसी में प्रदेश भाजपा की बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव में जीत के लिए मंत्र दिया। अमित शाह ने कहा कि 2022 में उत्तर प्रदेश का चुनाव देश में आमूलचूल परिवर्तन करने वाला चुनाव साबित होगा। उन्होंने कहा कि जिस लक्ष्य के लिए भाजपा की स्थापना की गई थी, उसके पास हम पहुंच चुके हैं। भारत माता को विश्व गुरु के स्थान पर बैठाना हम सबका मुख्य लक्ष्य है।
दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे अमित शाह देर शाम बड़ालालपुर स्थित पं. दीन दयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल सभागार में प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों के प्रभारियों, जिला प्रभारियों व जिलाध्यक्षों की बैठक के समापन सत्र को संबोधित किया।
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस की विदेश, शिक्षा और अर्थनीति में इस देश की मिट्टी की सुगंध न होने के कारण डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश की पहली कैबिनेट से इस्तीफा देकर जनसंघ की स्थापना की थी। डॉ. मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने पूर्ण बहुमत के लिए नहीं, भारत को पूर्ण भारत बनाने के लिए पार्टी बनाई थी। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि 2022 के चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ पार्टी को लाना है। भाजपा को 35 वर्ष तक सत्ता में रहते हुए मजबूत नींव बनाकर शासन करना है।
जीत नहीं, रणनीति पर विचार करें
अमित शाह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि हमें अपनी जिम्मेदारियों का अहसास खुद करना होगा। जीत से ज्यादा रणनीति पर विचार करें। यह भी कहा, कभी-कभी हम आत्मविश्वास में इतना डूब जाते हैं कि पराजय का सामना करना पड़ता है। इसलिए अति उत्साह ठीक नहीं है।
पन्ना प्रमुख महत्वपूर्ण कड़ी
उन्होंने कहा कि हमें सबसे महत्वपूर्ण कड़ी पन्ना प्रमुखों को सक्रिय करना होगा। पन्ना प्रमुख बनाने का कार्य जल्द पूर्ण कर लें। पन्ना प्रमुख लगातार वोटरों के सम्पर्क में रहें। उनसे संवाद बनाएं। उनके सुख-दुख में भागीदार बनें। नये सदस्य व मतदाता बनाएं।
कार्यकर्ताओं को काम बांट दें
शाह ने कहा कि यूपी में 50 लाख से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ता हैं। सभी को सक्रिय करें। पार्टी के कार्यक्रमों से जोड़ें। उन्हें कोई न कोई जिम्मेदारी दें। कहा कि संगठन के सम्मेलन व सभाओं में कार्यकर्ताओं को ले जाने की जिम्मेदारी विधायक उठाएं।
विस क्षेत्र में 75 बुद्धजीवियों की सूची बनाएं
गृह मंत्री ने कहा कि विधानसभा प्रभारी अपने क्षेत्र के 75 बुद्धिजीवियों की सूची बनाएं। वे सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करते हों, उन्हें पार्टी से जोड़ें। उनके अनुभवों का फायदा लें।