पति को शक था कि पत्नी का गर्भकाल पूरा नहीं हो पाया और संतान घर में आ गई। इसी को लेकर पति-पत्नी में विवाद रहता था। जब विवाद बढ़ा तो पत्नी बेटी को लेकर मायके चली गई। परिजनों के समझाने के बाद ही दो दिन पहले वह पत्नी और बेटी को बुलाकर लाया था। रात में दोबारा दोनों में कहासुनी हुई और पति ने दोनों की हत्या कर दी। हालांकि पत्नी पक्ष ने आरोपों को साफ नकार दिया।
मृतक रामप्रकाश के बड़े भाई संतोष ने बताया कि 27 जून 2021 को रामप्रकाश की शादी की गई थी। आरोप है कि उसकी पत्नी गर्भवती हुई तो उसने गर्भकाल पूरा करने से पहले ही बच्ची को जन्म दे दिया। इसके बाद से ही रामप्रकाश पत्नी मीनू पर शक करने लगा था। उसे शक था कि बेटी उसकी नहीं है। इसीलिए वह उसे अपनाना नहीं चाहता था। दोनों में विवाद बढ़ा तो पत्नी बच्ची को लेकर मायके चली गई। तब परिजनों ने रामप्रकाश को काफी समझाया। रामप्रकाश की मां ने बताया कि दो दिन पहले ही रामप्रकाश ढाई माह की बेटी और मीनू को लेने अपने ससुराल गया। वहां भी बेटी को अपनाने को लेकर कहासुनी हो गई थी। हालांकि वह दोनों को वहां से बुला लाया था।
छत के कमरे में सोने गए थे दंपति
रामप्रकाश जिस घर में रहता था वहां बराबर में दूसरे छोटे भाई का मकान बना हुआ है। दोनों घर काफी छोटे हैं। मृतक रामप्रकाश की मां ने बताया कि गुरुवार रात दंपति छत पर बने कमरे में सोने चले गए। रात में ही रामप्रकाश का पत्नी मीनू से फिर से झगड़ा हो गया। गर्मी के कारण सभी कमरों में कूलर चल रहा था। इसकी तेज आवाज में दंपती के बीच झगड़े की कोई आवाज बाहर सुनाई नहीं दी। आवेश में आकर उसने पहले बच्ची का गला घोंट दिया। इसके बाद मीनू की भी हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि कुछ देर तक वह दोनों के शवों के पास बैठा रहा। कुछ देर बाद शायद उसे दोनों की हत्या करने का पछतावा हुआ। इस पर उसने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह जब सब लोग चाय पीने के लिए बेटे और बहू को उठाने के लिए आवाज दी तब जाकर घटना का पता चला।
2 महीने में दो भाइयों की हो गई मौत
रामप्रकाश के भाई हरीश (22) की होली पर बहगुल नदी में नहाने वक्त डूब गया था। परिजनों ने मामले में अधिकारियों से शिकायत की थी। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। इस घटना के दो माह बाद रामप्रकाश और उसकी पत्नी, बेटी की मौत हो गई। एक ही परिवार में दो माह में चार-चार मौतों से परिवार में कोहराम मच गया।
डॉग स्कॉट ने की छानबीन
शुक्रवार सुबह जब तीनों के शव मिलेसूचना पर फतेहगंज पूर्वी थाने के इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे। इंस्पेक्टर की सूचना पर एसएसपी और एसपी देहात भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने डॉग स्कॉट बुलाया, जो सिर्फ छत के कमरे में ही घूमता रहा। ऐसे में कुछ खास पता नहीं चला। पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम को भेज दिया। पुलिस ने मृतक के भाई संतोष की ओर से आत्महत्या का मामला दर्ज किया है।
तहरीर में लिखा- फांसी पर लटक गए तीनों
मौके पर सीओ सुनील राय पहुंचे तो मृतक के परिजन तहरीर पर माथापच्ची कर रहे थे। उन्होंने पुलिस को जो तहरीर दी उसको देखकर पुलिस अधिकारी चकरा गए। तहरीर में लिखा था कि तीनों फांसी पर लटक गए। इस पर सीओ ने पूछा की मासूम फंदे पर कैसे लटक गई। इस पर परिजनों ने कोई जवाब नहीं दिया। आनन-फानन में परिजनों ने सुधार करते हुए पुलिस को दोबारा तहरीर दी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि मासूम बच्ची दम घुटने से मौत हो गई। जबकि मीनू की मौत गल्ले की हड्डी टूट जाने से हुई है। हालांकि अभी रामप्रकार की पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिली है। मामले की जांच की जा रही है।
रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी बरेली