मनीष गुप्ता के मौत की गुत्थी सुलझा रही सीबीआई ने मंगलवार को होटल का कमरा नम्बर 512 खुलवाया और इस कमरे में घटनावाली रात कैसे क्या-क्या हुआ था जांचा-परखा और समझने का प्रयास किया। सीबीआई की फोरेंसिक टीम ने पहले कमरे से सबूत जुटाए फिर रामगढ़ताल थाने में रखी गई उस जीप से नमूने लिए जिससे मनीष गुप्ता को होटल से हॉस्पिटल ले जाया गया था। इस दौरान मनीष गुप्ता के गुड़गांव के और गोरखपुर के पांचों दोस्त भी मौजूद रहे। अपनी पूरी प्रक्रिया करने के बाद फोरेंसिक टीम देर शाम लौट गई। वहीं सीबीआई टीम आगे की पूछताछ के लिए अभी मौजूद है। बुधवार को आरोपितों की न्यायिक हिरासत पूरी हो रही है, लिहाजा सीबीआई अपनी आगे की कार्रवाई कर सकती है।

सोमवार की सुबह गोरखपुर पहुंची सीबीआई ने होटल के मैनेजर और पुलिसवालों से पूछताछ की थी तथा मनीष गुप्ता के दोस्तों को मंगलवार की सुबह बुलाया था। इसके पहले सोमवार की रात में सीबीआई की छह सदस्यीय फोरेंसिक टीम भी गोरखपुर पहुंच गई। इनके लिए पहले से एनेक्सी भवन में कमरा बुक कराया गया था। मंगलवार की सुबह से फोरेंसिक जांच की प्रक्रिया शुरू हुई। फोरेंसिक टीम के साथ 10.45 बजे सीबीआई होटल कृष्णा पैलेस पहुंची। टीम ने मनीष के गुड़गांव के दोस्त हरबीर और प्रदीप तथा गोरखपुर के दोस्त चंदन सैनी, राणा प्रताप व धनंजय को भी होटल में ही बुलाया था। कमरा नम्बर 512 को सीबीआई ने खुलवाया और फोरेंसिक टीम के साथ जांच की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जो कि 2.40 बजे तक चली।

चार घंटे कमरे की जांच के बाद थाने पहुंची टीम

कमरा नम्बर 512 के साथ ही होटल की सीढ़ी और लिफ्ट से भी टीम ने फोरेंसिक नमूने लिए। लिफ्ट को चलाकर भी चेक किया। एसआईटी ने अपनी जांच के दौरान सीढ़ी को प्लास्टिक से ढंक किया था तो वहीं लिफ्ट भी सील किया था। इससे सीबीआई को जांच में कोई दिक्कत नहीं हुई। करीब चार घंटे तक फोरेंसिक टीम के साथ जांच करने के दौरान सीबीआई ने कमरे में कैसे क्या हुआ होगा, यह जांचा-परखा और समझा। इस दौरान जरूरत पड़ने पर मनीष के दोस्तों से भी बात की। यहां से सबूत इकटठा करने के बाद सीबीआई की फोरेंसिक टीम रामगढ़ताल थाना पहुंची और यहां से पुलिस की उस जीप (बोलेरो यूपी 53 एजी 1354) से नमूने लिए जिससे मनीष को होटल से हॉस्पिटल तक ले जाया गया था। यहां भी करीब 45 मिनट तक फोरेंसिक टीम रही। जीप को सील कर रखा गया है। जीप के खुलने के बाद अंदर मौजूद सामानों से नमूने लेकर टीम ने फिर जीप को सील कर दिया।

वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी हुई

फोरेंसिक टीम ने जो भी जांच किया उसकी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी हुई। पुलिस की जीप में चार बॉडी प्रोटेक्ट, पानी का जार पीछे रखा मिला, बीच सीट के नीचे से टीम को एक कपड़े का टुकड़ा मिला, उस पर खून का धब्बा लगा हुआ था, सीट पर भी खून के छींटे थे, जिसे टीम ने संकलित कर लिया। टीम ने सभी सामानों की एक-एक कर फोटो लिया और वीडियोग्राफी कराई। बोलेरो यूपी 53 एजी 1354 का गहन निरीक्षण करने के बाद फिर उसे सील कर दिया।

वीडियो कान्फ्रेंसिंग से आज पेश होंगे आरोपित

मनीष गुप्ता के हत्या में आरोपित बनाए गए सभी छह पुलिसवालों की न्यायिक हिरासत एक दिसम्बर को पूरी हो रही है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस दौरान सीबीआई भी कोर्ट में मौजूद रहेगी। अब सीबीआई उन्हें कोर्ट से अपने हिरासत में मांगती है या फिर उनकी न्यायिक हिरासत बढ़ाने की अपील करती है, यह बुधवार को ही तय होगा। फिलहाल अभी तक सीबीआई ने आरोपितों से पूछताछ नहीं की है।