रास्ते उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर लिया है। सोमवार को सोनभद्र और बलिया में मानसून की पहली बरसात हुई। पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में मौसम बदल गया है। पूरे राज्य में तापमान में भी गिरावट हुई है। राज्य में अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस के नीचे आ गया है। कई जगह तापमान सामान्य से कम दर्ज किया गया।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान था कि उत्तर प्रदेश में मानसून 17 या 18 जून को दस्तक दे देगा पर ऐसा नहीं हुआ। बिहार में ठिठके मानसून को जब स्थानीय कारकों का साथ मिला तो उसने तेजी पकड़ी। उसने राज्य में दक्षिण-पूर्वी इलाके से प्रवेश किया। मानसून की प्रबलता कम होने से सोनभद्र, चुर्क, राबर्ट्सगंज, शक्तिनगर में मामूली बरसात हुई पर बलिया में 11 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई। वहीं झांसी में स्थानीय कारकों के कारण 4 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई। जबकि वहां रविवार को 39 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई थी।

लखनऊ में मानसूनी फुहार को पांच दिन का इंतजार
मौसम विभाग लखनऊ के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश में बहुप्रतीक्षित मानसून ने दस्तक दे दी है। चूंकि अभी उसकी प्रबलता कम है ऐसे में पूर्वी उत्तर प्रदेश में झमाझम बरसात के लिए दो-तीन दिन और इंतजार करना पड़ेगा। लखनऊ में मानसून की दस्तक के लिए कम से कम पांच दिनों तक इंतजार करना पड़ेगा, पर बादलों की आवाजाही के कारण गर्मी से राहत बनी रहेगी।आपके लिए खास

पूरे राज्य में उमस बरकरार है। लखनऊ मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में कहीं भी तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर नहीं हैं। झांसी, आगरा, अलीगढ़ जैसे जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया। वहीं मुजफ्फरनगर और मेरठ का तापमान 33 डिग्री सेल्सियस से कम रहा।