समाजवादी पार्टी के एमएलसी और गुर्जर नेता नरेंद्र भाटी बुधवार को भाजपा का दामन थमेंगे। वह लखनऊ में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में सदस्यता ग्रहण करेंगे।
दादरी तहसील के बोड़ाकी गांव के रहने वाले किसान प्रेम सिंह के पुत्र नरेंद्र सिंह भाटी ने बैनामा लेखक के रूप में करियर शुरू किया था। पांच साल तक उन्होंने दादरी तहसील में बैनामा लेखक के रूप में काम भी किया। 1975 में उन्होंने युवा कांग्रेस सदस्य के रूप में राजनीतिक करियर की शुरुआत की। 1980 में ब्लॉक प्रमुख चुने गए और दो बार ब्लाक प्रमुख बने। इसके बाद उन्होंने विधानसभा की राजनीति में कदम रखा और 1989 और 1991 में वह जनता दल के टिकट पर यहां से चुनाव जीतकर विधायक बनें और इसके बाद उन्होंने सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली तथा वर्ष 1996 में वह सपा के टिकट पर सिकंदराबाद से विधायक चुने गये। इसके बाद से वह विधानसभा या लोकसभा चुनाव नहीं जीत सके। 7 मार्च 2016 को समाजवादी पार्टी ने उन्हें एमएलसी बनाया। इस दौरान वह यूपी स्टेट एग्रो इंडस्ट्रियल कॉरपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष भी रहे। अनेक बार हारने के बावजूद मुलायम सिंह यादव ने उनका साथ नहीं छोड़ा था और सिकंदराबाद में आयोजित एक सभा में भीड़ से यहां तक कह दिया दिया था कि आप इसे हराते रहो, मैं टिकट देता रहूंगा। अब लंबे समय बाद नरेंद्र भाटी सपा का साथ छोड़ने जा रहे हैं।