प्लास्टिक प्रदूषण ताजमहल को प्रभावित कर रहा है। यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल कंबोडिया में, अंगकोर वाट के बाद, एशिया का दूसरा सबसे अधिक देखा जाने वाला पर्यटन स्थल माना जाता है। यह पूरे विश्व में 8वें सबसे प्रदूषित शहर में स्थित है। 1980 के दशक में, सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी कि कैसे स्मारक का हाथीदांत-सफेद संगमरमर पीला हो रहा है। हाल ही में 10 वर्षीय जलवायु कार्यकर्ता लिसिप्रिया कंगुजम ने अपने ट्विटर हैंडल पर ताजमहल के चारों ओर कूड़ेदान की एक तस्वीर साझा की। उसके हाथ में एक तख्ती थी जिसमें लिखा था, ताजमहल की सुंदरता के पीछे प्लास्टिक प्रदूषण है। उनके ट्वीट में लिखा था, धन्यवाद इंसान। आप कह सकते हैं कि यह बहुत प्रदूषित है लेकिन आपके पॉलिथीन बैग का एक टुकड़ा। एक साधारण प्लास्टिक की पानी की बोतल ने इस स्थिति को जन्म दिया।
लिसीप्रिया के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए समाजवादी पार्टी के डिजिटल मीडिया कॉर्डिनेटर मनीष जगन अग्रवाल ने इसपर लिखा, विदेशी पर्यटक भी भाजपा शासित योगी सरकार को आईना दिखाने को मजबूर हैं। भाजपा की सरकार में यमुना जी गंदगी से भरी पड़ी हैं, ताजमहल को खूबसूरती पर ये गंदगी एक बदनुमा दाग है, विदेशी पर्यटक द्वारा सरकार को आईना दिखाना बेहद शर्मनाक है. भारत और यूपी की ये छवि भाजपा सरकार ने बनाई है। दरअसल, सपा नेता ने भारतीय को विदेशी करार दिया जिसके बाद ट्विटर पर वो ट्रोल हो गए।
सबसे पहले लिसीप्रिया ने मनीष जगन अग्रवाल को जवाब देते हुए कहा, हेलो सर। मैं एक गौरवान्वित भारतीय हूं। मैं विदेशी नहीं हूं। इसके बाद उन्होंने लिखा, सर, मैंने अपने देश का प्रतिनिधित्व संयुक्त राष्ट्र में 8वीं बार 10 वर्ष की आयु तक किया मुझे “विदेशी” नहीं कहें। नॉर्थ ईस्ट के लोगों के प्रति इस तरह के नस्लवादी रवैये को रोकें। यह किसी भी कीमत पर अस्वीकार्य है
इसपर मनीष अग्रवाल ने सफाई पेश करते हुए फिर ट्वीट किया और लिखा इस तस्वीर को कल एक न्यूज चैनल ने दिखाया, जिसमें भारत की इस बेटी को विदेशी बताया गया ,चैनल की गलत खबर की वजह से समझने में भूल हुई, भारत की इस बेटी के पर्यावरण बचाओ अभियान की सराहना है और हम सब भारत की इस बेटी लिसीप्रिया के साथ हैं, जो भी भ्रम हुआ वो न्यूज चैनल की वजह से हुआ!
हालांकि यहां भी ट्रोलिंग का सिलसिला नहीं रुका। अन्य सोशल मीडिया यूजर्स ने मनीष अग्रवाल को उनकी इस सफाई देने पर ट्रोल किया। ट्विटर यूजर्स का कहना है कि सपा नेता ने अब भी अपनी गलती नहीं मानी है और मीडिया को गलत बता रहे हैं। यहां तक कि लोगों ने सपा नेता से अपनी बात प्रूव करने के लिए मीडिया चैनल के उस वीडियो को भी डालने के लिए कहा।