कहते हैं भगवान के घर देर है लेकिन अंधेर नहीं…जो जैसा करता है उसे सूद समेत वापस मिलता है । मेरठ पुलिस ने एकता देसवाल मर्डर केस में आरोपी अमन, जिसका वास्तविक नाम शाकिब अहमद है । उसकी हिमाकत को एक बेहतर अंदाज में जवाब दिया । पुलिस हिरासत से सिपाही की पिस्टल को छिनकर गोली मार कर फरार होने की कोशिश में लगे शाकिब अहमद पर जवाबी कार्रवाई हुई । पुलिस ने भागने के प्रयास में लगे शाकिब के पैर में 4 गोलियां मारकर उसे वही ठहरने के लिए मजबूर कर दिया । अब हत्यारा शाकिब अहमद फिर से पुलिस गिरफ्त में है ।

बता दें कि दौराला में एक साल पहले लड़की की हत्या के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया । एसएसपी अजय साहनी ने इस वारदात का सनसनीखेज खुलासा किया । इसके लिए बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद दौराला पुलिस आरोपियों को मेडिकल के लिए ले जा रही थी कि इसी दौरान मुख्य आरोपी साकिब अहमद सिपाही की पिस्टल लेकर भाग गया। इस दौरान आरोपी शाकिब ने सिपाही सुधीर मलिक को गोली मार दी और मौके से भाग गया। पुलिस ने आरोपी को मुठभेड़ में दबोच लिया है।

ये है पूरा मामला

मेरठ में दौराला के जंगल में एक साल पहले युवती की हत्या की गई थी। पुलिस ने आरोपी शाकिब और उसके परिजनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। इसमें पता चला कि साकिब ने अमन बनकर युवती को प्रेमजाल में फंसाया था। फिर दोस्तों संग मिलकर सामूहिक दुष्कर्म भी किया था। अंत में युवती की गर्दन काटकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस के अनुसार, ये मामला लव जिहाद का है।

युवती का शव दौराला के जंगल में जून 2019 में मिला था। युवती की किसने और क्यों हत्या की। इसका खुलासा पुलिस ने कर दिया है। जांच में पता चला कि शाकिब अमरोहा में कपड़े बेचने का काम करता था। वहां उसकी युवती से मुलाकात हुई। शाकिब ने धर्म बदलकर युवती को अपना नाम अमन बताया। अमन बनकर शाकिब महीनों युवती से बातचीत करता रहा। शाकिब ने युवती को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था। युवती को शाकिब की असलियत के बारे में पता चलता उससे पहले ही शाकिब ने युवती की हत्या की प्लानिंग कर ली। शाकिब ने दोस्तों के साथ मिलकर युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और फिर हत्या कर दी थी।