• अखिलेश ने योगी को दिया ऑफर !
  • अखिलेश की सलाह मानेगी क्या योगी सरकार ?
  • ‘साइकिल’ वाली बात से बदल जाएगी यूपी की तस्वीर !
  • अखिलेश की ये सलाह काबिले गौर है !

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र की सरकार, यूपी की योगी सरकार और पूरे देश को ऑफर दिया है… ये ऑफर सियासत से ऊपर है… अगर अलग राज्यों की सरकारे… देश की सरकार इसे अपनाती है… अपनाने के लिए नियम-कायदे का सख्ती से पालन करवाती है… जनता अगर अखिलेश की इस सलाह पर अमल करती है… तो मानकर चलिए मौजूदा दौर में जो पर्यावरण की हालत है… संतुलन में जो अंसतुलन आया है…. जिस तरह से आसमान में मौत का साया फैलता ही जा रहा है… धुंध ही धुंध नजर आ रहा है… आखों में जलन है… सांसों घुटन…. इन सबसे निजात मिल सकता है… निजात ना भी मिले… लेकिन बहुत हद तक कम तो हो ही सकता है…. तब सरकारों को ऑड ईवन से जैसे नियम को लागू करने के लिए बेताब नहीं होना पड़ेगा…. जनता के लिए इसके लागू होने पर इसे मानना, बाध्यता नहीं होगी…  पालन करना जरूरी नहीं होगा… अगर अखिलेश की सलाह को मान लिया जाए…तो यूपी की तस्वीर ही बदल जाएगी… जिस संकटकाल में जनता जी रही है… उस घातक चक्रव्यूह से निकलना आसान होगा… आखिर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सियासत से ऊपर उठकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को क्या सलाह दिया…. ऐसी सलाह को क्या सीएम योगी और उनकी सरकार को सियासत तो नहीं मानना चाहिए… या फिर बीजेपी इसे सियासत की रणनीति मानेगी… कैसे ये बताएंगे… लेकिन उससे पहले अखिलेश के ट्वीट को देख लीजिए… इस ट्वीट को देख लीजिए… इसमे क्या लिखा इसे एक बार जरूर सुन लीजिए… दिल्ली के आसपास का प्रदूषण अब लखनऊ तक पहुंच गया है, ये खतरे की घंटी है । सरकार की विफलताओं का आंकलन भी होना चाहिए और इस समस्या से निपटने के लिए हर एक को सभी मतभेद मिटाकर एकजुट भी हो जाना चाहिए । सत्ताधारियों को याद रहे उन्हें भी इसी हवा में साँस लेनी है ।

प्रदूषण पर अखिलेश ने क्या सलाह दी इसे आपने सुना… अब अखिलेश की ओर से पोस्ट इस तस्वीर को देखिए… तस्वीर में बहुत ही खूबसूरत सा एक घर है… जिसमे लिखा है… ए यानि अखिलेश…. घर के दरवाजे के आगे साइकिल खड़ी है…और बैकग्राउंड में चारों ओर हरियाली ही हरियाली… आसमान बिलकुल दुधिया दिखाई दे रहा है…. पहाड़ की चोटियां गर्व के साथ कह रही है… इस ब्रम्हांड की तस्वीरें ऐसी ही होनी चाहिए… तो सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सीएम योगी और उनकी सरकार को क्या कहना चाहते हैं… शायद यही कि साइकिल के इस्तेमाल का प्रचार सरकार को जोर शोर से करना चाहिए… लेकिन ऐसा क्या योगी सरकार करेगी…. क्योंकि साइकिल तो सपा का चुनाव चिन्ह है… इसी साइकिल की रफ्तार धीमी पड़ी तो… 2017 विधानसभा चुनाव और 2019 लोकसभा चुनाव में सपा को भीषण आघात जनता से मिला… उन्हें यूपी की सत्ता से ही बेदखल कर दिया गया… और 11 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव के दौरान जब साइकिल की रफ्तार तेज हुई… तो तीन सीट पर जीत हासिल कर अखिलेश की महात्वाकांक्षा 2022 के लिए उफान भरने लगी…. लेकिन इन सबके बीच अखिलेश के ऑफर सीएम योगी कहेंगे… क्या साइकिल चलाएंगे