• मैनपुरी में योगी का डैमेज कंट्रोल 
  • मैनपुरी अनुष्का मामले में सपा-कांग्रेस से पिछड़ी भाजपा
  • एसआईटी की सुस्ती की वजह से योगी का डैमेज कंट्रोल
  • पहले एसपी को हटाया फिर मैनपुरी डीएम को भी हटा दिया
  • सपा पहले दिन से एक्टिव रही प्रियंका ने लिखा था योगी को पत्र

मैनपुरी की बेटी अनुष्का मामले में खबर ये आई कि वहां  के एसपी को हटाने के बाद अब जिलाधिकार को भी हट दिया गया है .. लेकिन इस मामले में भाजपा सरकार की सुस्ती उसके लिए मुश्किल बन गई है वहीं इस मामले में सपा और कांग्रेस जनसमर्थन जुटाने के मामले में आगे निकल गई है …. इस मामले में जब अनुष्का की घटना हुई थी सपा उसी दिन सक्रिय हो गई थी और उसके नेता पोस्टमारट् हाउस पर ही पुहंच गए थ और पुलिस पर जांच के लिए दवाब भी बनाया था .. वहीं इसे सरकरा की सुस्ती ही कहा जाएगा कि उसने इस जांच पर कोई फीडबैक नहीं लिया और गठित की गई एसआईटी हीलहवाली से काम करती रही .. वहीं कंगारेस महासिचि प्रियंका गांधी ने तो सीएम योगी को पत्र भी लिख दिया और इसके बादये खबर खूब फैली कि प्रियंका के पत्र पर सीएम योगी ने कार्रवाई की और तुरंत मैनपुरी के एसपी को हटा दिया .. अब भाजपा की तरफ से जो त्वरित कार्रवाई पिछले दो दिनो में हुई है उससे डैमेड कंट्रोल ही कहा जाएगा .. वहीं संभल और फिर हैदराबाद में महिलाओं के साथ रेप और फिर मार डालेने की खबरे सामने आ गईं ऐसे में फजहीत को कुछ कम करने के मकसद से सीएम योगी ने मैनपुरी छात्रा मामलवे में पहले एसपी को हटाया और फिर वहां के डीएम को भी हटा दिया .. वहीं एक नई एसआईटी भी गठित की .. वहीं इस घटना की शूराआत मे ही सपा नेता रामगोपाल यादव ने गृहमंत्री अमित शाह से भी बात की थ तब उंहे आश्वासन मिला था कि इसकी जांच  के लिए सीबीआई की टीम भेजी जाएगी .. लेकिन वक्त बीतता गया और मैनपुरी में यूपी सरकरा के खिलाफ एक आक्रोश बढ़ता ही चला गया जिसे सपा ने जमीनी स्तर पर अपना समर्थन दिया .. कांग्रेस वहां संगठन के तौर पर मजबूत नहीं है लेकिन प्रियंका ने सीधे योगी को खत लिखकर एक तरह से माइलेज तो ले ही लिया ..अब योगी सरकरा की मजबूर ये हो गई कि उसे डैमेज कंट्रोल केरने के लिए त्वरित कार्रवाई करनी पड़ी जिसके तहत उसने पहले एसपी को हटायाऔर फिर डीएम को .. लेकिन अभी भी अगर सरकारी स्तर पर गठित की गई एसआईठी त्वरित कार्वराई करके मृतके के परिवार की कुछ मदद कर सके तो भी ये प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर एक अच्चा कदम तो माना ही जा सकता ह .. वैसे भी कानून व्यवस्थ को लेकर योग की तमाम कोशिशो के बावजूद यूपी में कुछ बड़ा बदवाल होता नजर नही आ रहा है .. सीएम योगी ने पिछले दिनो पुलिस को अपराध पर लगाम लगाने की छूट भी दि जिसमें बड़े स्तर पर एनकाउंट भी किए गए ..लेकिन कोई घटना अगर होती है तो उसपर त्विरत कार्वाई सुनिश्चति कराना भी उंही की जिम्मेदारी है ..