‘आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का एक बयान आया… जिसे सुनकर सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य का दिल बाग बाग हो गया… स्वामी की सोच खुशी से झूम रही हैं… नाच रही है… सोच से निकले स्वामी के विचार मस्ती में डूबकर चूर-चूर होकर अपनी खुशी का इजहार इस तरह से कर रहे हैं… लग रहा है ऐसा… मानों वो कह रहे हो… देखा मैं ना कहता था… जैसा कहा हमारी सबसे बड़ी विरोधी पार्टी को गियर में रखने वाले संगठन के हेड ने भी हमने जैसा कहा था… वैसा ही कह रहे हैं… अब बीजेपी क्या कहेगी… और क्या कहेंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ है…
ब्राह्मण विरोध का जो रास्ता स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनाया था… ब्राह्मणों को जिस तरह से स्वामी प्रसाद मौर्य निशाने पर ले रहे हैं… अबतक पिछड़ो दलितों के साथ जो हुआ उनसब के लिए स्वामी प्रसाद मौर्य जिसतरह ब्राह्मणों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं… ब्राह्मणों के मंशा को निशाने पर ले रहे हैं… ब्राह्मणों को गुनहगार साबित करने की मुहिम में स्वामी लगे हुए हैं… अब जबकि संघ प्रमुख मोहन भागवत का बयान आया है… उसको आगे रखकर स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी समेत हिंदू संगठनों को कहने लगे हैं… देखा मैं ना कहता था… ब्राह्मण ही जिम्मेदार है… स्वामी प्रसाद मौर्य की कही बातों से तो ऐसा ही लगता है… सबके लिए ब्राह्मण ही जिम्मेदार है… एक ही जाति की वजह से पिछड़े-दलित समाज आगे नहीं बढ़ पाए… सबसे पहले जानिए मोहन भागवत ने क्या कहा… जिसे स्वामी प्रसाद मौर्य ने सुना तो वो खुशी से झूम उठे और अपने विरोधियों पर बरस रहे हैं…
दरअसल 5 फरवरी को संत रविदास जयंती थी… इस पर एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ… जिसमे संघ प्रमुख मोहन भागवत ने
जाति भगवान ने नहीं बनाई है… भगवान ने हमेशा बोला है कि मेरे लिए सभी एक हैं.. कोई जाति, कोई वर्ण नहीं है..
वर्ण श्रेणी पंडितों ने बनाई, जो गलत है… देश में चेतना और विवेक सब एक हैं… उनमें कोई अंतर नहीं, बस मत अलग-अलग हैं…
हिंदू समाज देश में नष्ट होने का भय दिख रहा है क्या? यह बात आपको कोई ब्राह्मण नहीं बता सकता
जब हर काम समाज के लिए है, तो फिर कोई ऊंच-नीच कैसे हो गया
अब जबकि संघ प्रमुख मोहन भागवत का बयान आया… तो रामचरितमानस की चौपाई के बहाने जातिवाद के मुद्दे पर बयानबाजी कर रहे समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को संजीवनी मिल गई है…अब मौर्य ने इस बयान को धर्म के ठेकेदारों की कलई खोलने वाला बताते हुए कहा कि अब रामचरितमानस से आपत्तिजनक टिप्पणी हटाने के लिए आगे आना चाहिए…स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा,
जाति-व्यवस्था ब्राह्मणों ने बनाई है…ये कहकर RSS प्रमुख श्री भागवत ने धर्म की आड़ में महिलाओं, आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों को गाली देने वाले तथाकथित धर्म के ठेकेदारों और ढोंगियों की कलई खोल दी है… कम से कम अब तो रामचरित मानस से आपत्तिजनक टिप्पणी हटाने के लिए आगे आएं…
अब स्वामी कह रहे हैं… अगर ये बयान मजबूरी का नहीं है तो साहस दिखाते हुए केंद्र सरकार को कहकर, रामचरितमानस से जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर नीच, अधम कहने और महिलाओं, आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों को प्रताड़ित, अपमानित करने वाली टिप्पणियों को हटवाएं…सिर्फ बयान देकर लीपापोती करने से बात बनने वाली नहीं है… चलिए ये तो बात हुई स्वामी प्रसाद मौर्य और मोहन भागवत की राय की… आपको क्या लगता… वाकई में जाति व्यवस्था के जन्मदाता ब्राह्मण हैं… अपनी राय जरूर दें… पेज लाइक और सब्सक्राइब जरूर करे…