yogi adityanath
  • यूपी सरकार के 3 साल
  • योगी सरकार के कार्यकाल की ‘किताब’
  • ‘किताब’ से 2022 में बीजेपी को मिलेगी जीत !
  • सीएम योगी ने मंत्रियों के साथ विधायकों से भी मांगा रिपोर्ट कार्ड

18 मार्च 2020 को योगी सरकार अपने कार्यकाल का 3 साल पूरा कर रही है । इसके साथ ही यूपी में बीजेपी के मुख्यमंत्रियों में सीएम योगी का अब तक सबसे लंबा कार्यकाल हो गया है । यूपी में अबतक बीजेपी के मुख्यमंत्रियों के तौर पर कल्याण सिंह सबसे लंबा कार्यकाल रहा । कल्याण सिंह 21 सितंबर 1997 से 12 नवंबर 1999 तक यूपी के मुख्यमंत्री रहे हैं । अब जबकि सीएम योगी बीजेपी के मुख्यमंत्रियों में नया रिकार्ड बनाने की तैयारी में है । तो ऐसे में बीजेपी 2022 के चुनाव को लेकर कोई कोरकसर नहीं छोड़ना चाहती है । इसलिए सीएम योगी के 3 साल के कार्यकाल को सुशासन और विकास के मॉडल के तौर पर भुनाने की तैयारी की जा रही है।

योगी सरकार की उपलब्धियों वाली किताब


सबसे ज्यादा फोकस 3 साल का कार्यकाल पूरा होने पर जारी की जाने वाली उपलब्धियों की किताब पर है । सूत्रों के मुताबिक अब तक कई मौकों पर किताबों का फॉरमेट सीएम योगी खुद देख चुके है और उसको लेकर भी लगातार सोशल मीडिया के जरिये जनता से ही राय ली जा रही है। हालांकि इस पर भी अंतिम मुहर सीएम योगी दो दिनों के भीतर ही लगा देंगे। जिसके बाद बड़े पैमाने पर किताबों की छपाई का काम शुरू हो जायेगा।


अपने तीन साल के कार्यकाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक सख्त मुख्यमंत्री के तौर पर अपनी छवि बनाई है । उन्होंने कई मौकों पर करप्शन पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाकर अधिकारियों पर कार्रवाई की। जिलों का दौरा कर विकास की जमीन का नब्ज टटोला । अब अपनी इसी सख्त कार्यशैली को आगे बढ़ाते हुए सीएम योगी ने जवाबदेही तय करने का सिलसिला शुरू कर दिया है । इसी कड़ी में सरकार के मंत्रियों के साथ विधायकों को भी काम काज का रिपोर्ट कार्ड सौपने के निर्देश दिए गए हैं।


बहरहाल आपको बता दें कि 18 मार्च को होने वाले कार्यक्रम के लिए सीएम योगी ने दिल्ली दौरे के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को आमंत्रित किया है, जिसको पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्वीकार भी कर लिया है। यानी यूपी सरकार के 3 साल पूरा होने पर सरकार से लेकर संगठन तक सभी कमर कसकर जुटेंगे।