amit shah vs lalu yadav
amit shah vs lalu yadav

आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कभी MY यानी मुस्लिम यादव समीकरण से बिहार में राज किया… मुस्लिम यादव समीकरण पर अब भी लालू और उनके बेटे तेजस्वी यादव को विश्वास है… अब उनको यकीन है… कोई साथ दे या ना दे लेकिन मुस्लिम यादव तो साथ देंगे… अब बीजेपी के चाणक्य अमित शाह ने लालू की तर्ज पर ही मिथिलांचल की सियासत में बीजेपी की राजनीति को मजबूत करने के लिए MJ समीकरण का निर्माण किया है… शाह को विश्वास है… 24 की लड़ाई में अगर ये समीकरण साथ दे दिया तो मिथिलांचल में सिर्फ कमल ही कमल दिखेगा… ऐसे में सवाल है… ये MJ समीकरण है क्या… इस रिपोर्ट को आखिर तक देपढ़िए…पूरी बात समझ जाएंगे…

हाइलाइट्स

  • लालू के ‘MY’ की काट अमित शाह ने ढूंढ ली… ‘MJ’ से ‘इंडिया’ को देंगे चुनौती
  • मिथिलांचल के लिए शाह रास आया ‘MJ’ फैक्टर… जिसने भी सुना उसने कहा कौन है ‘MJ’
  • लालू स्टाइल में ‘MJ’ फैक्टर के जरिए मिथिलांचल को साध गए अमित शाह! ‘इंडिया’ गठबंधन और नीतीश ताकते रह गए


‘जी-20 की बैठक में मधुबनी पेंटिंग और नालंदा विश्वविद्यालय को शामिल किया… लालू जी एक्टिव हैं… नीतीश इनएक्टिव हैं… बिहार में जंगलराज आने वाला है… मुझे पूरा भरोसा कि आप 2024 में वोट देकर एक बार फिर रिकॉर्ड कायम करेंगे…’ अमित शाह ने मधुबनी के झंझारपुर में वोटरों को झकझोरने का काम किया… उन्होंने अक्रामक अंदाज में अपनी बात रखी… अमित शाह ने अपने संबोधन में बिहार, नीतीश कुमार और लालू की चर्चा करते हुए देश की बात भी की… माना जा रहा है कि अमित शाह ने अपने इस दौरे से पूरे मिथिलांचल को ‘साध’ लिया है… उन्होंने ‘एमजे’ फैक्टर को अपने पाले में कर लिया है… इनकी संख्या ज्यादा है… वोटर जागरूक हैं… बीजेपी के अंदर में ये बात अबतक चल रही थी… मिथिलांचल में बीजेपी के वोट खिसक रहे हैं… वैसे भी बिहार की कई सीटों का सर्वे बीजेपी के पास है… उस लिस्ट में शायद मिथिलांचल का भी नाम शामिल है… पूरी प्लानिंग के साथ अमित शाह ने वहां का दौरा किया है… जिसका असर आने वाले वक्त में दिखेगा… क्योंकि अमित शाह ने अपनी राजनीति में MJ को तवज्जो दिया…


बिहार में चर्चा है… सियासी गलियारों में नेताओं के मूवमेंट को नजदीक से देखने वाले दावा कर रहे हैं… अमित शाह का वर्तमान में बिहार आना काफी मायने रखता है… बिहार में रक्षाबंधन की छुट्टियों को लेकर बवाल हुआ है… रामचरितमानस को लेकर फिर से टिप्पणी की गई है… सनातन धर्म को लेकर विवाद चल रहा है… अमित शाह लोकसभा चुनाव का गणित देख रहे हैं… उन्होंने अपने संबोधन में लोकसभा सीटों की बात की… उन्होंने विधानसभा चुनाव के बारे में बोलने से परहेज किया… अमित शाह का ये दौरा मिथिलांचल में ‘एमजे’ फैक्टर को साधने की बहुत बड़ी कोशिश है… एम मतलब मिश्रा और जे का अर्थ है झा… ये दोनों सरनेम वाले नाम मिथिलांचल के कोर वोटर हैं… अमित शाह को पता है कि बिना इन्हें साधे बात नहीं बन सकती है… इसलिए उन्होंने रक्षाबंधन, रामचरितमानस और सनातन जैसे मुद्दों को उठाकर जमकर महागठबंधन सरकार पर हमला बोला… उन्होंने लोगों को सचेत किया… अमित शाह ने कहा कि आने वाला समय बिहार के लिए जंगलराज साबित होगा…


सियासी जानकारों की मानें, तो अमित शाह के झंझारपुर आने के एक और फैक्टर है… बीजेपी की ओर से जो इंटरनल सर्वे कराई गई है… उसमें झंझारपुर सीट को भी रखा गया है… 2019 में ये सीट तत्कालीन सहयोगी पार्टी जेडीयू के कब्जे में थी… अब चुकी जेडीयू साथ नहीं है, तो स्वाभाविक है इस सीट पर बीजेपी का कैंडिडेट चुनाव लड़ेगा… बीजेपी को पता है कि जेडीयू और आरजेडी के वोटर एकजुट होंगे तब इस सीट पर दिक्कत हो जाएगी… इसलिए मिश्रा और झा फैक्टर को साधते हुए इस सीट पर अपने कैंडिडेट की जीत तय करने के लिए माहौल बनाना जरूरी है… अभी कुछ दिन पहले बीजेपी ने मिथिलांचल के मल्लाह समुदाय से आने वाले हरि सहनी को विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष बनाया… ये फैसला बताता है कि इस इलाके की 5 लोकसभा सीटों पर पार्टी की नजर है… कहा जा रहा है… मिथिलांचल में बीजेपी किसी भी सहयोगी दल के भरोसे रहने वाली नहीं है… बीजेपी को पता है कि एनडीए के साथ रहने के दौरान जिस सीट पर जेडीयू के उम्मीदवार विजयी रहे हैं… उन सीटों को इस बार कब्जा करना जरूरी है…अमित शाह को पता है कि झंझारपुर और आस-पास के इलाके में मिश्रा और झा सरनेम वाले लोगों की संख्या ज्यादा है… सवर्णों को साध लेने का मतलब है पूरी तरह महागठबंधन को टक्कर देना…बीजेपी बिहार में ये साफ संदेश देना चाहती है कि अति-पिछड़ा और दलितों के अलावा वो सवर्णों का भी ख्याल कर रही है… अमित शाह ने अपने संबोधन में राजा जनक और सीता की चर्चा की… उन्होंने लोगों की भावनाओं को सनातन से जोड़ा… उन्हें पता है कि ‘इंडिया गठबंधन’ के नेताओं ने उन्हें बड़ा मौका दे दिया है लोगों के बीच सनातन और धर्म की बात करने का… बहरहाल जैसे लालू यादव ‘एमवाई’ समीकरण को भुनाते रहे हैं…अब अमित शाह ने उसी तर्ज पर मिथिलांचल में ‘MJ’ समीकरण को साधा है…